छप्रमफें पहिचान बिल्गाइठ

अंकर अन्जान सहयात्री
१८ पुष २०७९, सोमबार
छप्रमफें पहिचान बिल्गाइठ

मुक्तक
माटिक् भिट्टा खर्हेक्, छप्रमफें पहिचान बिल्गाइठ ।
करिया उज्जर सुटिक्, कप्रमफें पहिचान बिल्गाइठ ।
हँसियामुँडार बौसी-बौसा, फर्हुवामे किल नाही हजुर,
काम कर्के फोक्टा परल, ठप्रमफें पहिचान बिल्गाइठ ।
अंकर अन्जान सहयात्री
जानकी-८जबलपुर, कैलाली

छप्रमफें पहिचान बिल्गाइठ

अंकर अन्जान सहयात्री