आउ नारी पुरुष मिलके पुरा काम करी

महेश राम थारु
२५ फाल्गुन २०७९, बिहीबार
आउ नारी पुरुष मिलके पुरा काम करी

मुक्तक

आउ नारी पुरुष मिलके पुरा काम करी ।
असिक मजा काम करुइयन इनाम करी ।
कत्रासम मनमुताव कर्ना  हो यहाँ आब टे,
आउ मिलके संगे सक्कुहुन सम्मान करी ।

सुन्दर एक असल नारी बनहो प्यारी ।
जानल बुझल संस्कारी बनहो प्यारी ।
अन्याय अत्याचार नैसहहो टुँ आब,
समाजमे समझदारी बनहो प्यारी ।

महेश राम थारु “प्यारा”
बर्दिया नेपाल

आउ नारी पुरुष मिलके पुरा काम करी

महेश राम थारु