तीन सायरी
अकेली रहुँ जिन्गीमे टब टोहाँर प्यार मिलल ।
हाँसीखुसी जिन्गी जिना एक आधार मिलल ।
पटा नैरहे महिन दुनियाँ अत्रा सुन्दर बा कहिके,
जब टोहाँर प्यारमे पर्नु टब छुट्टे संसार मिलल ।
मैयँक तीर महिनहे टुँ दिलमे निशाना लगाके मर्लो ।
फिडा हुगिनु मै जब टुँ आँखी महिन लजाके मर्लो ।
आब टो जिन्गीभर टोहाँर साथ नैछोरम छैली मै,
काहेकी जिट्टी मनैन टुँ प्यारमे घाहिल कराके मर्लो ।
एक इसारामे टोहाँर मनके बात बुझपैटुँ टो ।
हर जुनीमे टोहाँर जैसिन जन्नी सुढपैटुँ टो ।
मोरिक जिन्गी पलभरमे रंगीन हुइजाइट,
चाहल जत्रा समान मै हाँठेके लुटपैटुँ टो ।
निर्मल चौधरी
जानकी ५ अमौरी कैलाली