नुक्लीपुर सामुदायिक होमस्टे एक चर्चा

सागर कुस्मी
१५ चैत्र २०७९, बुधबार
नुक्लीपुर सामुदायिक होमस्टे एक चर्चा

नुक्लीपुर सामुदायिक होमस्टे एक चर्चा

कैलालीके गौरीगंगा नगरपालिका १० मे रहल नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टेके औपचारिक रुपमे २०७९ पुस २५ गते उद्घघाटन हुइल रहे ।

‘भासा, कला संस्कृति, जैविक विविधता संरक्षण ओ पर्यापर्यटन प्रवद्र्धन करि’ कना मूल नारा सहित नुक्लिपुर महोत्सव २०७९ आयोजना कैके होमस्टेके उद्घघाटन हुइल रहे । होमस्टेके प्रचारप्रसार, मौलिक हस्ताकला प्रवद्र्धन कैना उद्देश्य सहित होमस्टेके संचालक लोगनके कहाइ बा । २०७७ सालमे होमस्टे स्थापना लगट्टे कोरोना महामारीके कारण नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टेके विधिवत उद्घघाटन हुइ नैसेकल रहे । नुक्लिपुरमे हाल ६ ठो घरमे होमस्टे संचालन हुइल बा ।

थारु हस्तकलाके प्रवद्र्धन
कैलालीके गौरीगंगा नगरपालिका–१० नुक्लीपुरमे २०७९ पुस २५ गतेसे २९ गतेसम संचालनमे रहल महोत्सवमे लोप हुइटी रहल थारु हस्तकलाके सामाग्री विक्री ओ प्रवद्र्धन फेन हुइल रहे । सामुदायिक होमस्टे गाउँ नुक्लीपुर महोत्सवमे स्थानीयनके हाँठेलेके सिरजाइल थारु हस्तकला फेन विक्री ओ प्रचारप्रसार कैके दैनिक जीवनमे आर्थिक व्यवस्थापन फेन हुइल अध्यक्ष दिनेश दहित बटैलैं ।

महोत्सवमे डिलिया, छिटुवा, छट्री, बेंर्री, खैंचा, साडा बिंर्रा, बुट्टाडार बिंर्रा सिरहट्टा सहित, साडा ढकिया, पनुवाडार ढकिया, डोना, टेपरा, ढर्हिया, डेलुवा किने सेक्ना व्यवस्था हुइल रहे । थारु समुदायके प्रत्येक घर यी हस्तकला सामाग्री रहना मने करिब अब्बे लोप हुइटी गैल ओरसे पुर्खनके सीपके बनाइक स्थानीय हस्तकला सामाग्री व्यवसायिक रुपमे प्रबद्र्धन कैके अइसिन कलाके प्रदर्शनी कैनाके संगसंगे खरिद बिक्री फेन हुइटी रहल अध्यक्ष दहित बटैलैं ।

सामुदायिक होमस्टे गाउँ नुक्लीपुर व्यवस्थापन समितिके समितिसे हस्तकला सामाग्रीके मोलफें तोक्ले बा । जेकर मोल डिलिया २००, छिटुवा ५००, छट्री १०००, बेंर्री १५०, खैंचा ३००, साडा बिंर्रा २००, बुट्टाडार बिंर्रा सिरहट्टा सहित ३००, साडा ढकिया १५००, पनुवाडार ढकिया २१००, डोना ५, टेपरा १०, ढर्हिया ३०००, डेलुवा ९००० मोल टोकल बा ।

भाषा, कला संस्कृति बचैना सबके दायित्व
थारु भाषा, कला, संस्कृति संरक्षण तथा सम्बद्र्धनके लाग सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे सहयोगके लाग पहल कैना प्रदेश सभा सदस्य जानकी पौडेल कुँवर बटैलैं । कैलालीके गौरीगंगा नगरपालिका–१० मे आयोजना हुइल नुक्लिपुर महोत्सवके उद्घघाटन कैटी प्रदेश सभा सदस्य पौडेल थारु भाषा, कला संस्कृति संरक्षण सम्वर्द्धनके लाग आपन ओरसे सेक्ना पहल कैना बटैलैं ।

कार्यक्रमके बर्का पहुना समेत रहल उहाँ भाषा, कला संस्कृति जो व्यक्ति अथवा समुदायके पहिचान रहल कहटी उहिहे संरक्षण सम्वद्र्धन कैना सबके दायित्व रहल बटैलैं । ‘कौनो फेन व्यक्तिके भाषा, कला संस्कृति उ व्यक्ति समुदायके पहिचान हो, उहीहे संरक्षण सम्बर्द्धन कैना सबके दायित्व हो’, उहाँ कलैं–‘यकर इ सक्कु चीज संरक्षण सम्बर्द्धनके लाग प्रदेश सरकारहे मोर ओरसे विशेष पहल रही ।’ अपन गाउँठाउँके विकास तथा पार्यापर्यटनसे आर्थिक अवस्था सुधारके लाग चालल् कदम एकदमे सह्रानीय काम हुइल बटैलैं उहाँ ।

गौरीगंगा नगरपालिकाका नगरप्रमुख देवीदत्त कडेल थारु कला संस्कृति संरक्षणके लाग नगरपालिकासे सहयोग कैटी आइल बटैलैं । उहाँ टमान ठाउँमे देउथान निर्माण लगायत थारु समुदायके टमान कार्यक्रमके लाग नगरपालिकासे सहयोग कैटी आइल बटैलैं । उहाँ अइना दिनमे फेन नगरपालिकासे सहयोग हुइना फेन बटैलैं । थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य रामचरण चौधरी, जानकी गाउँपालिकाके पूर्व उपाध्यक्ष उमा महतो लगायत होमस्टेके सफलताके शुभकामना डेलैं ।

‘भाषाकला संस्कृति, जैविक विविधता संरक्षण ओ पर्यापर्यटन प्रवद्र्धन करि’ कना मूल नारा रहल बा । होमस्टेके प्रचारप्रसार, मौलिक हस्ताकला प्रवर्द्धन कैना उद्देश्य सहित महोत्सवके आयोजना करल जनाइल बा । महोत्सव अवधिभर थारु खानपानके सुविधा, हस्ताकला प्रदर्शनी तथा विक्री वितरण, खुला पुरुष फुटवल प्रतियोगिता, चर्चित थारु कलाकारनके फ्रस्तुती, थारु गुरुवनके शत्ति प्रदर्शन, डल्लफमे जंगल सफारीके व्यवस्था कैगैल रहे ।

कला संस्कृति संरक्षणमे नुक्लिपुर
अपन भासा, साहित्य, कला ओ संस्कृति जिहि फेन मैंयाँ लागठ । ओहेमारे अपन अपन गीतबाँस जुगजुग बचाइक लाग ओ अपन समुदायके पहिचान कराइक लाग नुक्लिपुर गाउँ फेन एकजुट हुइल बटैं । कैलाली जिल्लक गौरीगंगा नगरपालिका वडा नम्बर १० भिट्टर पर्ना नुक्लिपुर फेन एक आदिवासीनके बसाइ रहल गाउँ हो । पुर्खौंसे चल्टी आइल चालचलन, रीतिरिवाज, परम्पराहे लावा युवा पुस्टनहे सौंपटी नुक्लिपुर गाउँक् पहिचानके लाग संरक्षण ओ सम्बद्र्धनके लाग गाउँक् सुरट फेरटी गैल नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टेके अध्यक्ष दिनेश दहित बटैठैं ।

उहाँक् बटाइल अन्सार, आब नुक्लिपुर थारु गाउँ नुक्लिपुरमे किल सिमित नैरहिगैल । आब इ गाउँ एक व्यवसायिक रुपमे आघे बर्हटी गैल ‘नुक्लिपुर थारु सामुदायिक होमस्टे’ से परिचित हुइना हुइल बा । जेकर घुरघुट इहे पुस २५ गते सोम्मारके रोज उघारगैल बा । होमस्टेमे अउइया पहुननहे थारु गुरुवनके शक्ति डेखैना, रमझम कैना, थारु हस्तकला डेखैना, गाउँक् थारु कलाकार लोगनसे मेरमेराइक गीतबाँस गवइना, गाउँक् ठरियाँबठिनियनके सखिया, झुमरा नाच फेन डेखैना संचालक लोगनके कहाइ बा ।

अस्टेके महोत्सवके मौकामे फुटबल खेलफें हुइल रहे । जौन मैत्रीपूर्ण खुल्ला पुरुष फुटबल जुझिकजुझा हुइल रहे । हरेक रोज फरक फरक टीमके खेल हुइ कलेसे स्टेजमेफें मेरमेराइक गीतबाँस, नाचगानके रमझम फेन हुइल रहे । खेल जिटुइया पहिल हुइना टीमहे नगद ३० हजार ओ डुसरा हुइना टीमहे १५ हजार डेना खेलके संयोजक नवीन खाती बटैलैंं । हरेक रोज हर मेरके कला प्रस्तुति ओ हरेक मेरके खानपिनके व्यवस्था रहे ।

अब्बे नुक्लिपुर गाउँमे थारु ओ गैरथारु मिलाके ९० घर बा कलेसे ३६ घर थारुनके किल बा । जेम्नेसे ६ ठो घर घरबास (होमस्टे) संचालन हुइल बा । जौन सक्कु कोन्टीके फरक फरक नाउँ ढारगैल बा कलेसे सक्कु कोन्टीके फरक फरक पहिचान सहितके फोटु फेन टाँगल अध्यक्ष दिनेश दहितके कहाइ बा । पुरान पुरान पुर्खा लोगनसे पुरनियाँ गीत ढमार, माँगर, सजना लगायत गीत फेन सुन्टी कोन्टीमे पहुना सम्मान सटरंग गोंडरीमे बैठाके होमस्टेके सखी गोचा लोग स्वागत करठैं । जहाँ फुलौरी, खँरिया, घोंघि, मुसक बुट्टी, सुरिक बुट्टी, पकुवा, घरैया बजर्हा मुर्घिक बुट्टी, सुटही, बैरिक चटनी, सिन्की, आलु, गोभीक् मेरमेराइक पाकवान, अँचार, अन्डिक झोर, डबुवा, छबुवा, करैया मड, महुवाँरी, हरमेरिक अंग्रेजी मडके जलपान लेहे सेक्जाइठ ।

थारु समुदाय जल, जमिन ओ जंगलसे सदियोंसे मैगर, सैगर ओ लस्गर सम्बन्ध हुइलक ओरसे बनुवाँहे पर्यापर्यटनसे जोरके जैविक विविधताके संरक्षण सम्बद्र्धन करक लाग फेन इ होमस्टेके अवधारणा लानल अध्यक्ष दहित कहाइ बा । आन्तरिक ओ बाह्य पर्यटक लोगन घरबासमे बैठाके गाउँवासीनके जीवनस्तर ओ आर्थिक रुपमे सक्षम करैटी जैना होमस्टेके विशेष उद्देश्य बटिस । हरेक साल महोत्सब कार्यक्रम लक्ष्मी सामुदायिक वनके खेल मैडानमे हुइना आयोजक बटैले बा । कार्यक्रम, आयोजक नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टे, जनजागृति युवा क्लव ओ नुक्लिपुर गाँउ समाज सक्कु जाने मिलके कार्यक्रम उसरले बटैं ।

नुक्लिपुर गाउँक् इतिहास का हो ?
साविक उदासीपुर गाविस १ अब्बे गौरीगंगा नगरपालिका १० नुक्लिपुर गाउँ फेन बहुत पुरान बस्ती हो । पहिले चारुओरसे बनुवाँसे घेरल ठाउँ रहे । बनुवाँमे बहुत खुंखार खुंखार जानवर मिलिंट । हाँठी, बाघ, भालु, गैंरा, मजोर, गिडार, मेरमेराइक जीवजन्तु, चिरैंचुरंगन छकिट्रा रहिंट । हाँठी, बाघ, भालु फेन खोप हैमस करिंट । गाउँ पूरा बिल्गैबे नैकरे । गाउँ पूरा नुकल रहे । नुकल ओरसे इ गाउँक् नाउँ नुकलपुर कहे लग्लैं । पाछेपाछे नुकलपुर कहठ कहठ, नुक्लिपुर गाउँक नाउँ परल कहिके होमस्टे अध्यक्ष दिनेश दहित बटैठैं ।

कैसिक जैना नुक्लिपुर गाउँ ?
इ गाउँक सिमाना, उत्तरओर उदासीपुर गाउँ, डख्खिनओर कैलारी गापा ८ के भगहा गाउँ, पुरुबओर भगतपुर ओ सुन्दरपुर गाउँ, पस्छिउँओर लक्ष्मी ओ सरस्वती सामुदायिक वनुवाँ परठ । नुक्लिपुर गाउँ, गौरीगंगा नगरपालिका वडा नम्बर १० मे परठ । इ गाउँ महेन्द्र राजमार्ग, बर्हैपुर आर्मी व्यारेकसे ७ किलोमिटर डख्खिन जाइ परठ । उदासीपुरके सरस्वती माध्यमिक विद्यालयसे १ किलोमिटर भिट्टर बनुवाँटिर बा नुक्लिपुर गाउँ ।

अस्टेके हुलाकी सरकमे पर्ना हसुलिया बजारसे १६ किलोमिटर उत्तर जाइ परठ । सुन्दर शान्त वातावरणमे रहल नुक्लिपुर चारुओर हरियर रुखुवासे मन लोभवाइठ । हरकोइ वहाँ पुगुइया पर्यटक लोगनके मन खिंच लेहठ नुक्लिपुर गाउँ । होमस्टे संचालन हुइल दिनसे मिठमिठ खानपिनसे स्वागत करक हरदम मुस्कुराके असरा लागल बा नुक्लिपुर गाउँ ।
सागर कुस्मी
sagarkusmi779@gmail.com

नुक्लीपुर सामुदायिक होमस्टे एक चर्चा

सागर कुस्मी