थारु बृहत शब्दकोष : एक ऐतिहासिक दस्तावेज

शत्रुघन चौधरी
२९ चैत्र २०७९, बुधबार
थारु बृहत शब्दकोष : एक ऐतिहासिक दस्तावेज

थारु बृहत शब्दकोष ः एक ऐतिहासिक दस्तावेज

थारु कल्याणकारीणी सभा क्षेत्रीय कार्यालय दाङ देउखरके पहलमे बहुट लम्मा समयकबाड थारु एडभान्सड डिक्सनरी अर्थात थारु वृहत शब्दकोष निकरल बा । जम्मा ५५७ पेज रलक यी शब्दकोषमे थारु शब्दके नेपाली ओ अंग्रेजीमे अर्थ लिखल बा । अस्टके थारु शब्डके उच्चारण कैना लिरौसी बनाइलग हरेक शब्डके पाछे अन्तराष्ट्रियस्तरके अंग्रेजी उच्चारणके चिन्हह The International Phonetic Alphabet (IPA) समेत ढैगैल बा । अन्तराष्ट्रिय स्तरके शब्डकोषमे हुइ पर्ना आधारभुत चीज यी शब्दकोषमे समेटल बा । यी ओजाहसे यी शब्डकोषहे अन्तराष्ट्रिय स्तरके शब्डकोष कलेसे फरक नैपरी । यकरकारण थारु, गैरथारु, विडेशी पाठकलोगहे समेत थारु भाषा बुझ्ना सहज हुइहिन कना विश्वास कैगैल बा । यी शब्दकोषमे २५ हजार से ढेउर थारु शब्ड समेटल बा । यी शब्दकोषमे खास कैके आठ ठो स्वरवर्ण (अ, आ, इ, उ, ए, ऐ, ओ, औ) से अइना थारु शब्द ओस्टके २४ ठो ब्यन्जन वर्ण (क, ख, ग, घ, च, छ, ज, झ, ट, ठ, ड, ढ, न, प, फ, ब, भ, म, य, र ल, व स र ह) से अइना थारु शब्ड समावेश कैगैल बा । यी शब्डकोषहे सरसर्टी हेर्नाहो कलेसे थारु भाषामा हम्रे जा जैसिक बोल्ठी उहे मेरीक बोली लवजहे हुबहु शब्ड लेखन शैलीहे अंगिकार कैल बिल्गठ । यी शब्डकोषमे पश्चिउ तराईक् थारु समुदायमे बोल्जैना, बेल्सना डंगौरा ओ डेसौरी थारु भाषाक् शब्ड समोटल बा । थारु भाषामेफें विविधता रलक ओरसे यी शब्डकोष तराईक आउर क्षेत्रओर चितौनिया, मोरंगिया, सप्तरिया थारु भाषाक् शब्डकोष प्रकाशन करेपर्ना आवश्यकताहे आउर बल डेले बा ।

थारु भाषा ढेउर मातृभाषामसे एक समृद्धशाली भाषा हो कना बाट यी कोषमे समोटगैलक पच्चीस हजार से ढेर थारु शब्दके बखारीले फें पुष्टी हुइठ । समय परिवर्तनसंगे थारु समुदायमे जीवन पद्धतीमे पहिलकले आब बहुट ढेर बदलाव आइल बा । जेकर कारण पुरान परम्परागत जीवन शैलीमे बेल्सना भाषा, थारु शब्ड प्राय लोप हुइना अवस्ठामे बा । लावा पुस्तामे परम्परागत शब्द बेल्सलेसे फेन बहुट कम बेल्सट बिल्गठ । नेपाली ओ हिन्दी भाषासे बहुट प्रभावित हुइटा । उ लोप हुइटीरलक परम्परा, धर्म, संस्कृती, मुल्य, मान्यतासंगे बोलचालमे बेल्सना ठेट थारु शब्द यी शब्डकोषमे समोट्के मौलिक थारु भाषा जोगैना काममे सफल हुइल बा । अस्टके परम्परागत थारु कहकुट (उखान टुक्का) ओ ओकर अर्ठ, थारु समुदायक् गोतियारके नाउँ, थारु डिन, थारु महिना, थारुनके मनैना टरटिउहारके नाउँ, थारु समुदायमे गाजैना गीतबासके नाउँ, अस्टके नाचके नाउँ, थारु गन्टी, थारुनके आस्ठाके डेउ डेउटनके नाउँ, ओ कुछ प्रमुख धार्मिक स्थलके नाउँ यी कोषमे समोटके मौलिक थारु शब्डके बखारी बँध्ना काममे सफल हुइल बा । अस्टके यी शब्दकोषके पुछरियाओर थारुनके घरायसी समान, खोतीपातीम काम लग्ना औजार लगायत थारुनसे सम्बन्धित चिजविजके सचित्र प्रस्तुतीसे शब्डकोषहे आउर गडरु बनैले बा । यिहे ओजासे यी शब्डकोष मौलिक थारु भाषाके संरक्षण, सम्वद्र्धन ओ विकासमे अहं भूमिका खेल्ले बा ओ यी थारु वृहत शब्द कोष थारु भाषाक् विकासमे कोषे ढुंगा सावित हुइल बा । अभिन कहलेसे थारु बृहत शब्दकोष एकठो ऐतिहासिक दस्तावेजके रुपमे आइल बा ।

परापुर्वकालसे बेल्सटी अइलक सक्कु थारु शब्ड समोटकलग बहुटेक बगाल छुट्याके सम्बन्धित क्षेत्रके जानकार मनैनसे पुछपाछके, अध्ययन अनुसन्धान कैके गहन कचहरी कैके शब्ड ओ ओकर अरठ ओ भाव संकलन कैके यी शब्दकोष तयार कैगैलक ओ । यी थारु वृहत शब्दकोष बैज्ञानिक र यथार्थपरक बनैना प्रयास कैगैल बा ।

यो बृहत शब्दकोषमे कबुनै सुन्लक थारु शब्ड पर्हे मिलठ, यिहीसे थारु समुदायके लावा पुरान पुस्ताके पाठकहे समेत सिखाइ हुइना बिल्गठ । यकर संगेसंगे यी शब्दकोष थारु भाषा शिक्षक, देशी विदेशी अनुसन्धानकर्तानकेलग फेन बहुट महत्वपूर्ण रिफरेन्स मेटेरियल बनी । अभिन कलेसे यी शब्डकोषहे बरे बरे विश्वविद्यालयके पुस्तकालयमे अध्ययनके लग ढैना लायकके पाठ्य सामग्री निकरल बा ।

यस शब्दकोष तयारीके क्रममे दांग देउखरी लगायतके ढेउर जिल्लाके दिग्गज दिग्गज ओ लम्मा समयटक प्राज्ञिक क्षेत्रमे काम कैसेकल अनुभवी व्यक्तित्वलोग पुर्व प्राध्यापक, पुर्व प्रधानाध्यापक, शिक्षक, बुद्धिजीवीनके संलग्नता रहलकओरसे थारु वृहत शब्दकोषके विश्वसनीयता आउर बरहल बा । यमहे समोटल अरेह शब्डके अर्थहे सम्बन्धित क्षेत्रके जानिफकारलोगसे छलफल कैके अन्तिम रुप डेगैल बा । समग्रमे यी शब्दकोष पूर्ण रुपमे सहभागितात्मक तरिकासे तयार कैगैल बिल्गठ । पूरुव ओ पश्छिउमे थारु भाषाक मानक भाषा बनैना बहस चल्टीरलक बेला बृहत शब्दकोष प्रकाशनले आउर महत्व बर्हाडेले बा । नेपाल संस्कृत विश्व विद्यालयके उपकुलपति प्रा.डा कुल प्रसाद कोईरालाक् शुभकामना मन्तव्य, भाषा आयोगके अध्यक्ष डा लवदेव अवस्थीक् शुभकामना मन्तव्य, थारु कल्याणकारीणीके तर्फसे संयोजक श्री बालगोविन्द चौधरीक् प्रकाशकीय भनाई ओ सम्पादक श्री उदय आलेक् सम्पादकीयसे यी बृहत शब्दहे आउर ओजरार बनैले बा ।

यी थारु भाषक वृहत शब्दकोष संस्थागत रुपमे प्रकाशित हुइलक पहिलाचो हो । खासकैके यी शब्दकोष थारु कल्याणकारीणी सभा क्षेत्रीय समिति दांग देउखुरी क्षेत्र नम्बर १ देउखरके एकल प्रयाससे निकरलक हो । यी शब्दकोष प्रकाशनले भाषिक आन्दोलनहे थप टेवा डेले बा । अभिन कलेसे राज्यहे बहुत भारी सहयोग कैले बा ।

बहुत मिहनतसे पहिलाचो निकरलक यी शब्दकोषके प्रचारप्रसार ओ प्रवद्र्धन कैना ओटने जरुरी बा । यकरलग थारु कल्याणकारीणी सभा केन्द्रीय सभा ओ जिल्ला समित पहल लेना जरुरी बिल्गठ । अस्टके सरकारी तवरसे भाषा संस्कृतिके क्षेत्रमे काम करुइया संस्कृति तथा पर्यटन मन्त्रालय, थारु आयोग, भाषा आयोग, नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान, आदिवासी जनजाति उत्थान राष्टिय प्रतिष्ठान, त्रिभुवन विश्वविद्यालय अन्तर्गतके भाषा विज्ञान केन्द्रीय विभाग ओ अनुसन्धानमुलक संस्था यी शब्डकोषके महत्वके बारेम ठाँउ ठाँउमे बहस, पैरवी करे पर्ना ओत्रे खाँचो बा । अस्टके आगामी दिनमे यी शब्दकोषहे परिमार्जित ओ परिष्कृत पारकलग तत् तत् निकायसे यथेष्ट सहयोगके आवश्यकता बिल्गाइल बा ।

आगामी दिनमे लावा संस्कराण निकारकलग प्रचलनमे आइल आउर पुराना पुराना शब्ड खिडोरके परिमार्जन सहित निकारकलग विद्धान पाठकसे सुझाव संकलन गर्न कैना जरुरी बिल्गठ । विश्वव्यापीकरणके प्रभावसे थारु समुदाय फे अछुतो नैहो उहेमारे ढेउरसे आगन्तुक शब्डफें थारु भाषामे सामिलीकरण हुराखल उ बोलिचालीमे अइलक आगन्तुक शब्ड हुबहु समावेश कैलेसे शब्डकोषके डायरा आउर फराक हुइ । यमहे डेलक चित्रक सटहा रंगीन फोटु ढारे सेक्लेसे अभिन आउर यथार्थ बिल्गैना रहे ओ क्लष्टरिंग करे सेक्लेले पाठकहे बुझ्ना लिरौसी हुइने रहे । यी महत्वपूर्ण शब्डकोषहे आम पाठकसमक्ष पुगैना बहुट जरुरी बा । यकरलग आबक युग सुचना ओ प्रविधिक युग हो सबके हाँठेमे मोबाइल, नेट बा उहेकमारे छपाईसंगे थारु वृहत शब्डकोषके एप्पस् (डिजिटर डिक्सनरी) बनाइ सेक्लेसे सक्कु आम पाठक समक्ष पुगाइ सेक्जाई । यकर साथे शब्दकोषके बारेम कुछ सुझाउ, सल्लाह, टिप्पणी संकलन करकलग प्रकाशक, सम्पादक, संयोजक, वा थाकस क्षेत्रीय सभाके सम्पर्क फोन, ईमेल ठेगाना ढैना जरुरी बा ।

शीर्षक : Tharu Advanced Dictionary With English and Nepali (थारु बृहत शब्द कोष)

प्रकाशक : Welfare Society, Regional Committee, Dang Region No1. (थारु कल्याण कारीणी सभा क्षेत्रीय समिति, दाङ, क्षेत्र नं. १)

भाषा : Tharu, Nepali, English (थारु, नेपाली, अंग्रेजी)

सम्पादक : Uday Raj Aley (उदयराज आले)

Institutional Nrs. 2500

Individual Nrs. 1800

US Dollar $ 51.00

ISBN : 9789937035019

शत्रुघन चौधरी
हाल काठमाडौं ।

थारु बृहत शब्दकोष : एक ऐतिहासिक दस्तावेज

शत्रुघन चौधरी