मुक्तक
देशमे सुख शान्ति छर्टी आउ लावा साल टुँ ।
सबके ढेब्रम हाँसी भर्टी आउ लावा साल टुँ ।
बिगतमे मजा नैमजा काम कर्के बिदा हुइलो,
आब मजा काम शुरु कर्टी आउ लावा साल टुँ ।
मुक्तक
परिवर्तनके बहार संगे आउ लावा साल टुँ ।
समृद्धिके उपहार संगे आउ लावा साल टुँ ।
दुख पिर सब लडियम पुहाके बहाके टुँ,
मुस्की भरल मुहार संगे आउ लावा साल टुँ ।
संगम कुस्मी
कैलारी-८ डख्खिन टेंर्ही, कैलाली