लावा साल लावा गजल टोहाँर लाग

सागर कुस्मी
१ बैशाख २०८०, शुक्रबार
लावा साल लावा गजल टोहाँर लाग

मुक्तक
लावा साल लावा गजल टोहाँर लाग ।
इ दिल भिट्टरके हलचल टोहाँर लाग ।
रंगबिरंग पियर, हरयर, लाल गुलाबी,
मगमगैना बेली मखमल टोहाँर लाग ।

मुक्तक
इ सफर इ रहर टोहाँर लाग ।
इ बिहानीक पहर टोहाँर लाग ।
कुलबुलैटी रना इ मुटु भिट्टेर,
नयनके एक लजर टोहाँर लाग ।
सागर कुस्मी, कैलाली

लावा साल लावा गजल टोहाँर लाग

सागर कुस्मी

कैलाली