रानाथारु भासा साहित्यके एक सिंहावलोकन

सागर कुस्मी
१३ बैशाख २०८०, बुधबार
रानाथारु भासा साहित्यके एक सिंहावलोकन

रानाथारु भासा साहित्यके एक सिंहावलोकन

ओंरी

कैलाली ओ कंचनपुर जिल्लामे किल बसोबास रहल एकठो किल जाती हो रानाथारु । रानाथारुनके अपन छुट्टे भासा, साहित्य, संस्कृति, भेसभुसा, खानपिन, रीतिरिवाज, चालचलन, परम्परा, गीतबाँस, ओ टरटिहुवार बा । कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका भिट्टर टमान वडामे, कैलारी गाउँपालिकाके गदरियामे ओ कंचनपुरके कृष्णपुर नगरपालिका, लालझाडी गाउँपालिका, शुक्लाफाँटा नगरपालिका, भिमदत्त नगरपालिका, बेदकोट नगरपालिका, महाकाली गाउँपािलका, बेलौरी नगरपालिका ओ पुनर्वास नगरपालिकाके टमान भुभागमे रानाथारु समुदायके गझिनके बस्तीमे गाउँ घर बा । यहाँ इ अभिलेखमे कैलाली ओ कंचनपुरसे प्रकाशित रानाथारु भासाके पत्रपत्रिका ओ पोस्टाके बारेमे चर्चा कैल बा ।

पत्रपत्रिका प्रकाशन
धनगढी कैलालीके श्यामलाल राना ओ नारदमुनी रानाके सम्पादनमे ‘राम राम’ मासिक पत्रिका २०६० सालमे प्रकाशित हुइल रहे । इ पत्रिका २ अंक सम प्रकाशन होके पत्रिका फेनसे प्रकाशन हुइ नैसेकल । इहे पत्रिका रानाथारु भासाके पहिल पत्रिका ठहरल ।

ओकर बाडमे ६ बरसके बाड जगदीश रानाके सम्पादन ओ नेपाल रानाथारु समाज कैलालीके प्रकाशनमे ‘लखबारी’ मासिक पत्रिका २०६६ सालमे प्रकाशित हुइल । इ पत्रिका फें २ अंक सम प्रकाशन होके स्थगित होगैल ।

समय करोट फेरट संगे धनगढी कैलालीसे भानुप्रताप रानाके सम्पादनमे ‘उजियारो’ अर्ध वार्षिक पत्रिका २०७५ सालमे निकरल । इ पत्रिका फेन ३ अंक किल प्रकाशित होके कोरोनाके माहामारीसे बन्द होगैल । भानुप्रताप रानाके कहाइ अन्सार इ पत्रिका फेनसे निकरक लाग तयारी हुइटि रहल उहाँ बटैठैं । अइसिके पत्रपत्रिका प्रकाशन हुइना ओ बन्द हुइना प्रक्रिया चलटी रहल बेला धनगढी कैलालीसे नन्दलाल रानाके सम्पादनमे ओ आँगनबारी प्रालीके प्रकाशनमे ‘सबेरो’ अर्ध वार्षिक पत्रिका २०७६ सालसे प्रकाशित हुइटि बा । रानाथारु भासाके अभिनसम नियमित प्रकाशन हुइटी रहल इहे किल पत्रिका हो । अब्बेसम इ पत्रिका ५ अंक के तयारीमे जुटल बा ।

रानाथारु समुदाय भिट्टर अभिनसम बहुट लोक साहित्य ओ संस्कृति बा । ओकर संकलन कैके पोस्टा प्रकाशन हुइ नैसेकठो । यहाँ रानाथारु समुदायसे कुछ लेखक ओइनके प्रकाशित हुइल पोस्टाके बारेमे उपशीर्षक ढैके चर्चा कैल बा ।

विवेक राना
धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर ११ जुगेडा कैलाली घर हुइल, डाइ सिन्टोला देवी राना ओ बाबा वैदु रानाके कोखसे २०४७ साल कात्तिक २८ गते जन्मल विवेक रानाके ‘बन्धन’ उपन्यास २०६५ सालमे प्रकाशित हुइल बा । रानाथारु भासाके इ पहिल उपन्यास हो । गाउँघरके परिवेश, समाजके चित्रण, यथार्थ घटनामे आधारित इ एक सामाजिक उपन्यास हो ।

पदम राना
कृष्णपुर नगरपालिका वडा नम्बर ९ पचढकी कंचनपुरके पदम रानाके ‘फगुनी’ उपन्यास २०६७ सालमे प्रकाशित हुइल बिलगाइठ । रानाथारु भासाके इ डुसरा उपन्यास हो । लेखकके जानकारी नैहोके हुइ इ उपन्यासमे पहिल उपन्यास कहिके लिख्ले बटैं । इहिसे पहिले विवेक रानाके ‘बन्धन’ उपन्यास २०६५ सालमे प्रकाशित हुइल यथार्थ बा । एम्ने दुइ मत नैहो । इ फेन एक सामाजिक उपन्यास हो ।

नारायण राना
कृष्णपुर नगरपालिका वडा नम्बर ८ पिपरिया कंचनपुरके नारायण रानाके ‘खोजी रानाथारु (थरुवक) अंश और वंशकी’ २०६९ सालमे प्रकाशित हुइल बा । इ किताब लेखक अपन थर और वंशके खोज संकलन कैके प्रकाशित कैले बटैं ।

रामप्रकाश राना
कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ९ गदरिया कैलालीके रामप्रकाश रानाके ‘प्रश्न उत्तर’ गजल संग्रह २०७० सालमे प्रकाशित हुइल बा । इ गजल संग्रह रानाथारु भासाके पहिल गजल संग्रह हो । इ गजल संग्रह दुर्लभ अवस्थामे बा ।

मबहादुर राना (बम्मन)
बेलौरी नगरपालिका वडा नम्बर ३ पडाव कंचनपुरके बमबहादुर राना (बम्मन) ‘नाच गीत संग्रह’ २०७८ सालमे प्रकाशित हुइल बिलगाइठ । रानाथारु समुदायमे टमान टरटिहुवारमे गैना गीत संकलन हुइल बा इ पोस्टामे ।

इन्द्र चौधरी
शुक्लाफाँटा नगरपालिका वडा नम्बर १२ देखतभुली कंचनपुरके इन्द्र चौधरीके संकलन ओ सम्पादनमे रानाथारु समुदायमा प्रचलित लोककथा तथा मिथक २०७९ प्रकाशित हुइल बा । इ पोस्टामे रानाथारु जातिके परिचय, रानाथारु जातिमे प्रचलित लोककथा, रानाथारु जातिमे प्रचलित कुछ मिथक सम्बन्धी विषयवस्तु सिमोट गैल बा । एम्ने १२ ठो लोककथा संग्रहित हुइल बा । सक्कु लोककथा लेपाली भासामे अनुवाद फेन कैल बा ।

ओस्टके हुँकार नयाँ बनपाले ओ ढोला फर्कियो त ? शीर्षकके डुइठो बालकथा (चित्रकथा) के पोस्टाफें प्रकाशित हुइल बटिन । इ डुनु बालकथा रानाथारू जातिके विषयवस्तु समेटगैल बा ।
उहाँ हाल “रानाथारु जातिमा प्रचलित लोककथाको संरचनात्मक विश्लेषण“ शीर्षकमे दर्शनाचार्य (एम. फिल) के शोधप्रवन्ध समेत लिखले बटैं । जेमने १८ ठो लोककथा संकलन कैले बटैं ओ ओहे मन्से १२ ठो लोककथाके विश्लेषण फेन कैले बटैं ।

लक्ष्मी राना
कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ९ गदरिया कैलालीके लक्ष्मी राना पेशासे शिक्षक हुइँट । हुँकार सोरठ लोककथा संग्रह २०७९ प्रकाशित हुइल बा । इ पोस्टामे २३ ठो रानाथारु भासक लोक कथा संग्रहित हुइल बा । कथा कविता विधामे कलम चलैना रुचि रहल लक्ष्मी राना टमान पत्रपत्रिकामे लेख रचना प्रकाशित हुइल पाजाइठ ।

गुलावी राना
शुक्लाफाँटा नगरपालिका वडा नम्बर १२ देखतभुली कंचनपुरके गुलावी रानाके होरी गीत संग्रह २०७९ प्रकाशित हुइल बा । इ पोस्टामे रानाथारु समुदायमे प्रचलित रानाथारु भासाके होरी लोकगीत संग्रहित कैल बा ।

अनलाइन पत्रपत्रिका
इ प्रविधिके आधुनिक जबानामे प्रविधिके विकास संगे अनलाइल पत्रिका धमाधम संचालन हुइटि बा । इहे संगे धनगढी कैलालीके नन्दलाल राना आँगन बारी मिडिया प्राली विधिवत रुपमे दर्ता कैके रानाथारु भासाके ‘रानाथारु डट कम’ संचाकन कैले बटैं । इ अनलाइल रानाथारुके पहिल अनलाइन न्युज पोर्टल हो । एकर संचालक÷सम्पादक नन्दलाल राना जो हुइँट् । इ अनलाइनमे नेपाली भासा समाचार ओ रानाथारु भासाके साहित्यिक लेख रचनाके स्थान डेहल बिलगाइठ ।
अस्टेक कैके डुसरा अनलाइन फेन संचालनमे आइल बा । बि प्लस नेपाल डट कम रानाथारुके अनलाइन संचालनमे आइल बा । भानुप्रताप राना अध्यक्ष ओ भक्तराज रानाके सम्पादनमे रहल इ अनलाइन नेपाली भासाके समाचार, रानाथारु भासाके समाचार ओ लेख रचनाको स्थान डेहल बिलगाइठ ।

रानाथारु कलाकार मन्च
रानाथारु गीत संगीत विकासके लाग अझकलके युवा जागरुक हुइटि बटैं । श्रीशा रानाके अध्यक्षतामे रानाथारु कलाकार मंच २०७८ सालमे गठन हुइल बा ।

गीति एल्बम
हरेक समुदायके अपन अपन चलन अन्सार गीत संगीत रहठ । यहाँ रानाथारु समुदायके फेन टमान गीति एल्बम निकरल बा । २०५५ साल ओर सगुन एल्बम निकरल । इ एल्बम रानाथारु भासाके पहिल गीति एलबम ठहरल । ओकर बाडमे नैना, प्रेम कहानी, मिलन, सोला बरसके जवानी, मेरी नजर, बसन्त बहार ओ सन्देशो लगायत एल्बम बजारमे आइल । मने अझकल प्रविधिके विकास संगे बहुटसे भिडियो बजारमे आइ भिरल बा ।

रानाथारु फिल्म
रानाथारु भासाके फिल्म फेन बनल बा । मंगनी फिल्म रानाथारु भाासाके पहिल फिल्म हो । ओस्टेक कैके घुँघत फिल्म फेन आढै मन्से स्थगित परल बा । ओस्टेक कैके गुञ्ज, ऐसो प्यार कहाँ, मेला फिल्म फेन बजारमे आसेकल बा । इ फिलिम जौन मेरके बजार लेहे पर्ना हो उ मेरके बजार नैपाइल निर्माता ओइने बटैठैं ।

टरटिहुवार
रानाथारु समुदायके फेन मेरमेरिक टरटिहुवार बा । मेरमेराइक खानपिन बा । मेरमेरिक लगाम फेन बा । जस्टे कि तीज, सावन डोला, कृष्ण अस्टिमकी, इँट्वारी, डसिया, डिवाली, माघ, खखडेहरा ओ होरी रानाथारु समुदायके खास खास टरटिहुवार हो । होरी टिहुवार रानाथारु समुदायके सबसे भारीे टिहुवार हो । इ टिहुवार ३८ दिनसम मनाजाइठ ।

निष्कर्ष
शिक्षक नन्दलाल रानाके अनुसार २०४४÷०४५ सालओर जगन्नाथ राना ‘जगल कृत गितावली’ कना किताब प्रकाशित हुइल सुन मिलठ । मने इहो किताब फेन फेला नैपरल हो । अस्टेक कैके इहे समयमे ‘खलका’ कना किताब फेन प्रकाशित हुइल बटैठैं । लकिन इहो किताब फेन अभिन फेला नैपरे सेकल हो । कैलाली ओ कंचनपुरमे खोज अनुसन्धान कैलेसे अभिन फेन टमान प्रकाशित पोस्टा फेला परे सेकी । ओकर लाग इहे समुदायके युवा वर्ग पहल कर्ना जरुरी बा । बुढापाका दिनदिने गुजरटि जाइटैं । ओइनसे अब्बेक शिक्षित युवा ओइने खोज अनुसन्धान कैके लोक साहित्य, संस्कृति, गीतबाँस, कथा, कहानी संकलन कैके संरक्षण ओ सम्वद्र्धन कर्नामे ध्यान डेहे पर्ना जरुरी बा । भासा साहित्य, संस्कृति सम्बन्धी पोस्टा प्रकाशन कैके दस्तावेज कैना जरुरी बा । पोस्टा प्रकाशन कैके रानाथारु समुदायके भासा, साहित्य, संस्कृतिहे मुर्त रुप डेना आझुक आवश्यकता जो हो । लावा लावा युवा लोग कलम चलैना आझके आवश्यकता हो । चलि सक्कु युवा लोग अपन अपन ठाउँसे सक्कु जाने हमार रानाथारु भासा साहितय संस्कृति संरक्षणमे आझुसे लागि ओ कलम चलाइ । धन्यवाद ।


(लेखक अभिन खोज अनुसन्धानके क्रममे हुइलक ओरसे छुटल बात, सहयोगी लोग समयमे जानकारी कराके मद्दत करडेबी कना सैगर अर्जी फेन बा ।)

सागर कुस्मी
कैलाली

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सागर कुस्मी