जिनगीके डगरामे नेंगीके सिहरी गैलुँ डाइ मै

भाष्करदेव चौधरी
५ श्रावण २०७८, मंगलवार
जिनगीके डगरामे नेंगीके सिहरी गैलुँ डाइ मै

गीत

जिनगीके डगरामे नेंगीके सिहरी गैलुँ डाइ मै
सिहरी गैलुँ बाबा मै

सपना सजैले रहुँ जाइबेर देश मैं महा ढेउर
अस्रा डेखैलुँ पापी डुखुवा करैबी आउर दुर
कैसिन डगरा मिलल् मही कैसिन इ संसार
हुइ गैलस् जिन्गीके फँटुवा उजार
जिनगीके………

हेरटी हुइबो डगरा डसैंहाँ डेवारिम् पियारी मोर
बलैटी हुइहीं लडिया बनुवाँ लेके जोर जोरसे नाउँ मोर
छुटी गैलस् गाउँ मोरे छुटल घर डुवार
छुटलाँ संघारी छुटलाँ मोर यार
जिनगीके डगरामे ………

भुखले पियासल डगरेम् लोटल् हुइबो छाइ छावा मोर
मनेमनेम गुन्टी हुइबो, गुरी नानी, झुलु नानी बाबा मोर
परदेसीया बाबक् जिनगी बेकार
नाही सेकलुँ माँगन पुगाइ टोहाँर
जिनगीके डगरामे…..

टुट्ली खटोलीयम् सुस्कर्टी हुइबो डाइ बाबा मोर
छावा आइ बिर्वा नानी दुर हुइ बिरोगवा मोर
नाटे बिर्वा लेहे सेकलुँ, नाटे लावा लुगरा
अइबु मै हल्हिल जिनी मोरउ अस्रा
जिनगीके डगरामे………………
भाष्करदेव चौधरी
सिसनियाँ डेउखर दांग

जिनगीके डगरामे नेंगीके सिहरी गैलुँ डाइ मै

भाष्करदेव चौधरी