कोइ आके बडल डेहठैं जिन्गी

अंकर अन्जान सहयात्री
७ श्रावण २०७८, बिहीबार
कोइ आके बडल डेहठैं जिन्गी

मुक्तक
कोइ आके बडल डेहठैं जिन्गी ।
कोइ खाके बडल डेहठैं जिन्गी ।
यि जिन्गी सोंच्के अचम लागठ,
कोइ जाके बडल डेहठैं जिन्गी ।
अंकर अन्जान सहयात्री
जानकी ८ जबलपुर कैलाली

कोइ आके बडल डेहठैं जिन्गी

अंकर अन्जान सहयात्री