गजल
साँस रहलसम लरम अपन देशके लग ।
सच्चा देशभक्ती बनम अपन देशके लग ।
मोर चाहे जैसिन समस्या आइ पर्लेसेफें,
रातदिन मै लर्टी रहम अपन देशके लग ।।
मै यिहे देशमे जलम लैके मर्जिम कलेसे,
मर्के औरे लेहम जलम अपन देशके लग ।
हरपल हरदिन देशके जैसिकफें सेवा कर्ना,
बाचा करम खैम कसम अपन देशके लग ।
मोर सुन्दर नेपालहे दुश्मननसे बचाइक्टन,
कब्बुफें पाछे नाइ हटम अपन देशके लग ।
बलराम चौधरी
जानकी १ धर्मापुर, कैलाली