साँस रहलसम लरम अपन देशके लग

बलराम चौधरी
३१ श्रावण २०७८, आईतवार
साँस रहलसम लरम अपन देशके लग

गजल


साँस रहलसम लरम अपन देशके लग ।
सच्चा देशभक्ती बनम अपन देशके लग ।

मोर चाहे जैसिन समस्या आइ पर्लेसेफें,
रातदिन मै लर्टी रहम अपन देशके लग ।।

मै यिहे देशमे जलम लैके मर्जिम कलेसे,
मर्के औरे लेहम जलम अपन देशके लग ।

हरपल हरदिन देशके जैसिकफें सेवा कर्ना,
बाचा करम खैम कसम अपन देशके लग ।

मोर सुन्दर नेपालहे दुश्मननसे बचाइक्टन,
कब्बुफें पाछे नाइ हटम अपन देशके लग ।

बलराम चौधरी
जानकी १ धर्मापुर, कैलाली

साँस रहलसम लरम अपन देशके लग

बलराम चौधरी