समाजसेवी भीम बहादुर चौधरीके संक्षिप्त परिचय

सागर कुस्मी
८ भाद्र २०८०, शुक्रबार
समाजसेवी भीम बहादुर चौधरीके संक्षिप्त परिचय

समाजसेवी भीम बहादुर चौधरीके संक्षिप्त परिचय

समाजमे हरकोइ सेवा करे नैसेक्ठैं । हमार थारु समुदायमे हरेक मनैनके अपन अपन गुण लगैले रठैं ।  ओहेमारे समाजसेवा कैनामे एक सामाजिक युवा हुइँट भीम बहादुर चौधरी ।

साविक थापापुर गाबिस-५, हाल भजनी ८ खैरा कैलालीके स्थायी बासी बाबा खुशीराम चौधरी ओ डाइ स्व. बुधनी चौधरीके कोखसे जन्मल भीम बहादुर चौधरी एक इमानदार, संघर्षशील ओ सहनशील व्यक्तित्व हुइँट । उहाँके जलम वि.सं २०३८  पुस १० गते हुइलिन । हाल उहाँके परिवारमे बाबा, गोसिनियाँ हिरा चौधरी, एक्ठो छावा रोहित चौधरी ओ एक्ठो छाइ किरण चौधरी बटिन ।

उच्च शिक्षाके लाग सहर बसाइ:
भीम बहादुर चौधरी गाउँमे रहल सरस्वती माविसे कक्षा एक से एसएलसीसम शिक्षा हाँसिल करलैं । गाउँमे प्लस टु ओ उच्च शिक्षा व्यवस्था नै रहल ओर्से उहाँ उच्च शिक्षाके काग २०५७ सालमे  जिल्लाके सदरमुकाम धनगढीओर छिरलैं । उच्च शिक्षाके लाग कैलाली बहुमुखी क्याम्पसमे भर्ना होके पर्हाइ फेन चालू करलैं । मने आर्थिक अभावसे उच्च शिक्षा पर्हना पूरा हुइ नैसेक्लिन । ३ महिना किल क्याम्पस पर्हना मौका पैलैं ।

हुँकार घरक स्थिति एकदम कम्जोर हुइलेक ओर्से कोठा भाडामे बैठके पर्हना लिरौसी नैरहिन । एकओर क्याम्पसके पर्हाइ डोसरओर साँझ बिहानके लाग छाक टर्ना फेन बहुत मुस्किल परे लगलिन । पर्हना इच्छा रटिरटि फेन अपन इच्छाहे मारके क्याम्पसके पर्हाइ छोर्ना बाध्य हुइलैं । उहाँ विगतके दिनहे सम्झठैं, साइड मोर घरक आर्थिक स्थिति हिरगर रहट कलेसे जरुर कुछ भारी मनै, ओ उच्च पदमे रटुँ, लेकिन आझ एक्ठो डोकानमे सिमित होके जिएटुँ । जिनगी डौरैना क्रममे ढेर पाठ सिखल उहाँके कहाइ बा ।

ओट्ठेसे हुँकार पर्हाइके डग्गर मुन्ड गैलिन । घरक स्थिति महा कठिन हुइलेक ओरसे पर्हाइ छोरके धनगढीमे एक्ठो हार्डवेयरके डोकानमे काम करे लग्नै । उहाँ उ डोकानमे १७ बरससम लग्टार बहुट मेहनत से काम करलैं । ९ सौ तलवसे काम कर्टी आइल अन्तिम समयमे ४० हजारसम सेवा सुविधा रहिन । ओहे डोकानमे काम करट करट, बचत कैके धनगढीके मोतीचोकमे आधा कठ्ठा जग्गा सम्पत्ति जोरना सफल हुइलैं । अझ्कल ओहे जमिनमे अपन मेहनतके मकान ठर्हहोइले बटैं । इ हुँकार जिन्गीके बरवार उपलब्धि फें हो ।

सहयोगी भावना:
इ धर्तीमे मानव होके जलम लेलेसे हरेक प्राणीनमे सहयोगके भावना हुइ परठ । समाज सम्वृद्ध बनाइक लाग, अपन भासा साहित्य, संस्कृति बचाइक लाग सामाजिक काममे सहयोग करे पर्ना जरुरी बिल्गाइठ । इहे पगरीमे गने सेक्ना मध्ये एक हुइँट भिम बहादुर चौधरी । उहाँ थारु समाज, समुदायके बहुत काममे साथ सहयोग करटी आइल एक सहयोगी यात्री फेन हुइँट ।

उहाँ अपन व्यक्तिगत तरफसे धेर संघसंस्थाहे सहयोग कर्ले बटैं । आवस्यकता अनुसार किहुहे टी सर्ट, किहुहे नगद रकम, खेलारीनहे खेलकुदके सरसामान ओ अन्य सामाग्री फेन डेके ढेर सहयोग करल बिल्गाइठ । कोइ सहयोग मागे आइल कलेसे अपनठन रहल ओ सेकटसम उहाँ सहयोग करठैं ।

डोकानमे युवनहे रोजगार:
भीम बहादुर चौधरी अब्बे धनगढीके बुद्ध चौकमे ६ बरससे रोहित एण्ड किरण इलेक्ट्रोनिक डोकान संचालन कर्टी आइल बटैं । ५० हजार लगानीसे सुरु करल व्यवसायी अझ्कल करोडौंके लगानीमे मेहनत ओ परिश्रम बटिन । जहाँ थारु समुदायके तीन जाने युवनहे रोजगार फेन डेले बटैं । इहे डोकानसे अपन घरक सक्कु व्यवहार चलैना, छाइछावाहे शिक्षा डेना, घर परिवार चलैना लिरौसी हुइल बटिन । छावा रोहित चौधरी भिडियोग्राफी ओ छाइ एयरहोस्टेज अध्ययन कर्टी बटिन ।

मनैंनके जिनगीमे हिम्मत, आँट ओ धर्य कैके लग्लेसे हरेक काममे सफल हुइ सेक्जाइठ उहाँके कहाइ बटिन । जिनगी सफल हुइक लाग संघर्ष ओ दुखसे जुझही परठ टबकिल सफलता हाँठ लागठ, उहाँके कहाइ बटिन । हमार युबा बाहेर देस नैजाके एहैं कुछ सीप सिख्के काम कर्ना सुझाव डेठैं ।

अइना दिनमे भीम बहादुर चौधरी ओ हुँकार गोसिनिया हिरा चौधरी ओ उहाँ लोगनके सक्कु परिवार सुखमय जीवन चल्टी रहे, सुभकामना ।

लेखक: सागर कुस्मी

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सागर कुस्मी