पटठर फोरके उम्रल अन्तरामके जिनगी

सागर कुस्मी
१० भाद्र २०८०, आईतवार
पटठर फोरके उम्रल अन्तरामके जिनगी

पटठर फोरके उम्रल अन्तरामके जिनगी

सागर कुस्मी
धनगढी ।
सब मनै एक्के काममे सफल हुइ नैसेक्ठैं । कोइ मनै मास्टर बनके जियठ, कोइ डाक्टर टो कोइ किसान । लेकिन अन्तराम चौधरीहे संघर्ष कैके आघे बर्हे सिखाइल फ्रेस हाउस व्यवसायी ।

साविक बसौटी गाविस-७, हाल कैलारी-८ कैलालीके अन्तरा चौधरी, धनगढी-७ मोतीचोकमे बिहान ६ बजेसे साँझ ७ बजेसम अपन पस्नाके  मोल पाके खुशी हुइल बटैं । सुरुवाटी दिनमे दुख, संघर्ष ओ पिडासे जुगरटी आइल, अझ्कल हुँकार मुहारमे चमक आइल बटिन ।

संघर्षके यात्रा:
अन्तराम चौधरीके परिवार संयुक्त परिवार बटिन । उ बेला आर्थिक स्थिति बहुत नाजुक रहिन । पर्हना, लिख्ना ढेर इच्छा रलोपर उ बेलाके समय उहिनहे गुरिबीके पिरासे उप्पर उम्काइ नैसेकल । ६ कक्षा पास कैके ७ कक्षामे पर्हक लाग अपन डाइबाबा, डाडुन सेकटसम  गोचरलैं । लेकिन कौनो उपाय नैलग्लिन । आब इन्डिया जैना बाहेक कोनो उपाय नैहो । मने वहाँ जैना डग्गर खर्च फेन हुइलिन ।

ज्या परि परि । जिनगी कि वार लगाइ कि पार हुइ, इहे सोंचलेके २०५७ सालमे उहाँ धनगढी छिरलैं । ना ढेर पर्हल ना हाँठमे कोनो सीप मजा काम पैना बाटे नैआइल । कम्टीमे जिउ टे पाले परल कहिके भाडामे एकठो  पुरान ठेला जुगार कैके रेडिमेड कपरा बेंच्ना सुरु करलैं ।

उ ठेलासे उहाँ ३ बरससम अपन दैनिक गुजारा चलैलैं । ठोर ठोर बचाबचा जम्मा करल पैंसा हुइलिन   टे अपन निजि ठेला किनके अपन लगानीमे ओहे व्यवसायहे ठनिक आउर आघे बर्हैटी गैनैं । लेकिन महंगी बर्हटी गैल ओर्से उहिसे फें पार लग्नाहस नैलग्लिन । साँझबिहान खाइ लगाइ फेन ढौढौ ।

अत्रासे आब नैहुइल । व्यवसाय बडलके गैलेसे कुछ फरक परठ कि , उहाँ २०६४ सालमे एक्ठो छोटमोट खोकामे बोइलरके मासु बेंच्ना डोकान सुरु करलैं । उ बेला सुरुमे हुँकार खोकामे लगानी रहे ५०० रुपिया । ओहे रुपियाले ३ ठो बोइलर मुर्गा कटिंङ्ग करे लग्नै ।

दिन महिना बरस गुजरटी गैल । अन्तराम अपन काममे हिरगरसे पस्ना चुहैटी गैनै । एकओर कोठा केरायामे जिनगी जिना डोसरओर डोकानफें भाडामे चलैना कलक उहाँहे चानचुने बात नैरहे ।

मेहनत ओ परिश्रम डेखके हुँकार भाग्यफें साठ डेटी गैलिन । ढिरेढिरे व्यापार व्यवसाय दिनदिने चम्कटी गैलिन । आब टे खोकासे सटर कोठामे बैठ्नासमके हिम्मत ओ दैनिक आम्दानी फेन बर्हे लग्लिन । हुँकार मेहनतके फल आझ उहाँ अपन घर बनाके व्यवसाय चलैटी बटैं ।

धनगढीमे ४ ठाउँमे घरबास जोर्ना सफल:
अन्तराम चौधरी आझ इहे व्यवसायसे धनगढीमे ४ ठाउँमे जग्गा किन्ना सफल हुइल बटैं । आझ इहे डोकानसे अपन किल नाही अपन सक्कु डाडाभैयनके लर्कापर्कनके पर्हाइ, भोजबियाह खर्च सब खर्च अपनही जुटैटी बटैं । अभिनफें गाउँमे हुँकार संयुक्त परिवार चलैटी बटैं । इहे डोकानमे एक जहनहे मासिक १२ हजार ओ भिट्रे खाना सहितके सेवा सुबिधा डेले बटैं ।

संयुक्त परिवारिक स्थिति:
कैलारी-८ लोहरपुर कैलालीके अन्तराम चौधरीके डाइ माघी देबी चौधरी ओ बाबा तुलसीराम चौधरीके ५ छावा मध्ये अन्तराम चौधरी छुट्की छावा हुइँट । हुँकार जलम २०३८ जेठ २५ गते हुइलिन । उहाँ २०६० मे धनगढी १३ लक्ष्मीनगर कैलाली निवासी  रामकुमारी चौधरीसे लगन जुरलिन । उहाँके तीनठो छाइ बटिन । बर्की छाइ ११ मे मन्झली छाइ ८ मे छुट्की छाइ २ मे पर्हठिन । हालसम उहाँके २८ जहनके संयुक्त परिवारीक जीवन चलटी बटिन ।

जिनगीमे संघर्ष कैके समयसे लरे ओ नेंगे सेकठ ओहे सफलता पाइठ । एकर एक नमुना उदाहरणके सबुट हुइटैं अन्तराम । अपन भविस्य सिंगारक लाग चुनौती से लरे सेक्ना हिम्मत ओ आँट हुइल युवा हुइँट अन्तराम चौधरी । उहाँंके जस्टे लावा पुस्टा लोग फेन अपन भविस्य ओजरार बनाइक लाग पस्ना चुहाइ सेक्लेसे जरुर जिन्दगी चमक जाइ । उहाँ कठैं, इ खुसी मोर पट्ठर फोरके उम्रल जिनगी हो ।

पटठर फोरके उम्रल अन्तरामके जिनगी

सागर कुस्मी