हमार चारुओर घुमता यी कोरोना काल आझकल

असिराम डंगौरा
१२ कार्तिक २०७८, शुक्रबार
हमार चारुओर घुमता यी कोरोना काल आझकल

हमार चारुओर घुमता यी कोरोना काल आझकल ।
धनी धनी हुईटै गरबि कहाँ पैही रोटी दाल आझकल ।।

देश खुब गरम बा राजनिति कुर्सीक खिचातानीसे ।
कोरोनामे फे राज नेतानके ऐसिन ताल आझकल ।।

अपन मनै चिन्ह चिन्ह कोरोनाक खोप लागथ यहाँ ।
पहुँव नाई रहल जनताके के पुछी हाल आझकल ।।

अस्पतालमे दवाई ओ अक्सिजनके कमी हुईल बेला ।
कालाबजारीसे मालामाल हुईटै दलाल आझकल ।।

कोरोना खोपके पहुँचसे दुर बाटी छोट जनता हमे्र ।
बिना कामके नबर्हाई यहोर ओहर चाल आझकल ।।  

  असिराम डंगौरा
   जोशीपुर–५,सिमराना

हमार चारुओर घुमता यी कोरोना काल आझकल

असिराम डंगौरा

 जोशीपुर–५,सिमराना

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