कोइलहि मे उ मोर दुलहि

संगम चौधरी
१४ मंसिर २०७८, मंगलवार
कोइलहि मे उ मोर दुलहि

बाट तीन बरष पहिलेक हो । शनिच्चरके दिन रहे । हम्रे दुइजे संघर्यासे कैलालि के नाउ चलल् कोइलहि तल्वा घुमे गैल रहि । संघर्यक् लौन्डि संघर्यक बगाल उहाँ पिकनिक गैल खवर आइठ् । संघर्या विकासहें हुँकार लौन्डि संघर्या बलैले रहिन । टबे ओरसे संघर्यासे हम्रे उहाँ गैल रहि । उ दिन हमार बहुट रमाइलो हुइल । विकासके लौन्डि संघरिया चमेलिक् संघर्या विनिता नाउँ रहिन उ छैलिक् । बरे सुग्घुर रहिन उ । जस्टे हम्रे दुइजे संग छोरे नै सेक्ना ओस्टक ओइनेफेन संग छोरे नै सेक्ना । कोइलहि टलुवा चारुओर चैनार रहे । गित बाजा बोलल् रहे । मनैनके मेला रहे । कोइ खैनामे लागल रहिंट टे कोइ खा–पिके नाचटहिंट टे कोइ कोइ अपन जोरिके संग फोटु खिचैनामे लागल रहिंट । अपन–अपन धुनमे सबजे डेखा परिंठ् । चारुओर चैनार रहे । हम्रेफेन दुई जोरि अपन गन्तव्य ओर लग्लि । लाउके टिकट कट्लि ओ चारु टलुवक  बिच्चे ओर सोझरडेलि । संघर्या अपन जोरियक संग गफ मारे लग्लैं । विनिता जुन मोर संग । सुग्घुर रहिन विनिता कजरार आँखि गोरहर गालेम बरे सुग्घुर लागटहिन । ढेब्रेक लालि , माठेक टिक्लि , कजरार आँखि हुँकार गोरहर गालेम् बरे सुहाइल रहनि । हुँकार हाँस हाँस बाट कर्ना चालटे अउर मजा । हम्रे करिब २० मिनेट सम टलुवम घुम्लि ओ मिठ–मिठ बाट कर्लि । उ दिन हमार साँझसम उ मेलामे बिटल , ओकर पाछे ओइने अपन घरेओर लग्लैं हम्रे अपन घरे ओर । ओहे बेलासे हमार मैयक चक्कर चलगैल रहे । जौन प्रेम कहानिमे लिखल रहठ , ओस्टे हालट  होगैल रहे । ना निन लागे ना भुंख प्यास । हर राट हर दिन टुँहारे याडमे डुबल रहु  । मोर हाल , बेहाल होगैल रहे । हमार मैयाके चक्कर एक बरष सम बरे जोसके साथ चलल । असिन फेन होगैल कि हम्रे बाचा कसम खाके जिन्गिक यात्रा सुरु करसेकल रहि । मने अचानक २०६६ साल ओराइट एकठो  भयानक माहामारि कोरोना( COVID -19)   सुनपरे लागल । 

सारा संसार मे बरे टेजिसे फैलटा कहिके समाचार फैलगिल । (COVID -19) महामारिसे बचकलाग विदेशसे मनै नेपाल देशमे भागेलग्लैं । जेकर कारन नेपाल देशमे फेन फेला परगैल । चेकजाँच करम मे एक जहन दुई जहन कर्टि ढेरजहन मे डेखा परे लागल । जोन समाचार सुन्के सारा देशमे दरत्रास फैलगैल । विदेशमे मुरघि मरेहस मनै मुटैं कना समाचार सुन परेलागल । असिन समाचार सुनपरल कि जेकर कौनौ बिरुवा नैहो । जोन रोग संसारमे लावा रहे ओ लावा किसिम से अपन काम करटहे । जेकर प्रहार सै सारा दुनियक् मनैनके होस उरगिल । ढिरे–ढिरे (COVID -19) नेपाल देशमे फेन भयानक रुप लेहे लागल । ढेर जहनके घरेम् रुवाबासि पारल , लाहासहें छुए नैपैना छुनाटे डुरके बाट रहे ओकर लग्गे फेन जैना डर होगैल । गैलेसेफेन संखा रोग लागि कना । लाहासके टे बाटे का कर्ना जित्ति मनैनसे फेन डुरे डुरे भग्ना अबस्था होगैल । संगे काम करे नैपैना डरले सारा डेशमे लकडाउन करगैल रहे । कत्रा जहनके चुल्हामे आगि नै बरलिन् । खेत्वा बारिमे टिना सरगिलिन । बजारमे अनाज नै मिले लागल । सारा बजार बन्ड होगिल घरेमसे निक्रे नैपेना होगिल । कौनो चिज छुलेसेफेन डर । बाहर गैलेसे फेन डर । बाहरसे घरेम पैठेबेर लाहाके कि टे साबुन पानिले हाँठ गोर ढोके पैठे पर्ना होगैल । अपन घर परिवारसे फेन डुरे रना ओ मजासे संगे बैठे नैपैना होगैल रहे । जेकर कारन परिवार ओ अपन मनैनसे डुस्मनहंस ब्यबाहार करे परना ओ मैयाँ फेन मरल हस होगैल रहे । असिन कि छिछि डुरडुर हुइ पर्ना । जेकर कारन व्यापार , बेवसाइ , कृषि मे भारि असर पुगाइल । कत्रा जने टे छट्पटा छट्पटा के दिन राट बिटैलैं । भुंखक् मारे मनै रोगके वास्टा नैकर्के कामके खोजिम फेन निक्रे लग्लै । अपन बाल बच्चा परिवारके दुःख सहे नैसेक्के अपन ज्यानहें जोखिममे डारडेलैं । एक छांक भोजनके लाग कामेम घर छोरके निक्रेलागल रहिंट । 

(COVID -19)  माहामारि के कारन मोर हुइना डुलहि से फेन भेंटघाट हुइना छुटगैल रहे । संगे घुम्लक रमैलक् बानि घरेम से निक्रे नैपाके खोरेम् करियाइल गोरु हंस लागे । गाउँ घर सुनसान लागे । फोनमे बाट करु कलेसे  पैसा नैहो । रिचार्ज नै मिल्ना , एकओर मन्दिर , चर्च , स्कुल , क्याम्पस, संस्था सब बन्ड । अहारे राहरंगिट् कर्ना लडिया, टलुवा, पार्क, खेल मैडान सब सुनसान होगैल रहे । नाच गानके  टे बाटे का कर्ना , काहेकि सबके मनमे डर , भुख , दुःख पिर भरल रहिन टे , के नाचि के गाई । कवुकाल एक दुइजे उहे कोइलहि टलुवा ओर घुमे जाइ टे मोर डुलहिसे पहिला भेंट हुइलक् याड आए । मेलाहंस चैनार रना कोइलहि टलुवा सुनसान लागे । असिन कि आब कहिया उ डिन घुम्के आइ कना हस । असिन फेन लागे आप उ डिन कबु घुम्के नै आइ । 

करिब दुई बरस हस इहे हाल रहे । २०७८ डसिया डेवारि ओरसे ठोर ठोर जिउगर हस लागल । अभिन बच्ना आस जागल । हमार बगाल फेन डसिया डेवारि मानके चुक्कि खाइ उहे कोइलहि टलुवा ओर गैलरहि , जहाँ मोर डुलहि से मैयक सुरुवाट हुइल रहे । जब मै कोइलहि उ ठाउँ गैनु टे सब कुछ ओस्टे रहे । जोन बेला मोर डुलहि से पहिला भेंट हुइल रहे । चारु ओर बाजा नाच गान रहे । सारा ओर खुशियालि रमाहट् डेखा परठ् । हम्रे डुलहि से एक घचिक घुम्लि ओ अपन विगट के मैयाँ करल पल सम्झटि फेनसे उहे बेलक् जस्टे लाउमे एक घचिक घुम्लि । हमार मैयाँ फेन से लावा होगैल रहे । जिन्गिम फेनसे खुशि घुम्के आगैल रहे । कोइलहि टलुवा हमार जिन्गिक एक्ठो सम्झना बनगिल बा । उहे कोइलहि ओ ,उ मोर डुलहि से गहिंर सम्बन्ध बा । ओराइल ।

संगम चौधरी

कोइलहि मे उ मोर दुलहि

संगम चौधरी