मुक्तक

निर्मल चौधरी

सच्चा ओ इमान्दार होके सदा आघे बर्हिस छावा

२५ जेष्ठ २०७८, मंगलवार
सुनिता चौधरी

सिढासाढा जन्ता शोषित हुइटैं यहाँ

१४ जेष्ठ २०७८, शुक्रबार
सागर कुस्मी

एकनास नैरहम

८ जेष्ठ २०७८, शनिबार