‘भोज कैके सुखमय जीवन बिटैना’

महिमा कुस्मी
२० चैत्र २०७९, सोमबार
‘भोज कैके सुखमय जीवन बिटैना’

‘भोज कैके सुखमय जीवन बिटैना’

कैलाली जिल्लाके धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर १९ फुलवारीके महिमा कुस्मी, थारु कलाकार मध्य एक हुइँट । हुँंकार २०५५ साल भदौ महिनाके २४ गते बाबा दुखिराम चौधरी ओ डाइ बालिका देवी चौधरीके कोखसे इ धर्तीमे पैला टेकलैं । थारु आधुनिक गीत ओ लोक सांगीतिक क्षेत्रमे मोडेलके रुपमे स्थापित हुइल बटैं । ओहकान गीत दर्जनसे ढेर थारु ओ नेपाली गीतमे मोडेल खेल सेक्ले बटी । इहे क्रममे समसमायिक विषयमे सागर कुश्मीसे करल छोटमिठ बातचित यहाँ प्रस्तुत कैल बा ।

१.अप्ने कलाकारिता क्षेत्र ओर कहियासे लगली ? गीतमे खेल्ना आशिर्वाद कहाँसे मिलल् ?
मै थारु कलाकरिता क्षेत्रमे २०७४ साल ठनसे लगनु । गीतमे खेल्ना आशिर्वाद घरेक मनैनसे मिलल् । डाइ बाबा सक्कु जाने बहुत सहयोग कैनै । टबसे यी क्षेत्रामे मै आघे बहर्नु । यी क्षेत्रमे अइना रुची नैरहे । टब फेन मोर डाइके इच्छा रहिन कि मै यी क्षेत्रमे आघे बरहुँ कना ।

२.अप्नेक बाल्यकाल कैसिक बिटल बटा डिना ? जिन्गीमे सबसे यादगार पल कुछ बा, जौन कबु नैभुले सेक्ना ?
मोर बाल्यकाल टे मजे रहे । ठिक ठिके हुइल कहक परल । ८ कक्षासे लेक १० कक्षा पर्हेबेर ठोरा झगरालु रहुँ । यी पल भर कबु नाइ बिसराइ सेकम ।

३.अब्बेसम थारु ओ नेपाली मिलाके सक्कु कैठोसम् गीतमे खेल सेक्ली ?
और थारु नेपाली मिलाके मोर ढेर बा म्युजिक भिडियो बजारमे सार्वजनिक हुइल बा । आब बिरा थारु कथानक चलचित्र अइना बाँकी बा ।

४.गीत संगीत क्षेत्रमे लागके का पैली ओ का गुमैली ?
गुमैना टे कुछ नैगुमैनु । मने यी क्षेत्रमे आके महिन जौन चिज पैना रहे उहिनसे बहुत ज्यादा पैल बटुँ जस्ते लागठ । थारु कलाकरिता क्षेत्रमे आके जौन मेरके मान, सम्मान, इज्जत मै पैले बटुँ । इहिसे महिन बहुत गर्व महसुस हुइठ ।

५.अप्ने सक्कु मेराइक गीतमे खेलल डेख्जाइठ । खास कैके कसिन गीतहे प्राथमिकता डेठी ? खास कैके कैसिन गीत मन परठ ?
सक्कु मेराइक गाना मन परठ । खास कैके महिन थारु संस्कृतिसे जुरल नाचगाना भेषभुसा और थारु पहिचान मुलक गाना मन परठ ।

६.अपन खेलल गीत मध्य सबसे मन पर्ना गीत कौन हो ?
महिन मोर खेलल गाना सबसे मन पर्ना गाना ‘कबु दिन कबु रातमे’ कना हो । मोर पहिल भिडियो हो नेपाली गाना आउँछु माया घुम्न लाई धनगढी कना हो ।

७.गीतमे खेल्के यहाँसम पुगसेक्ली । इ समयमे कैसिन कैसिन दुख, समस्या आइल ?
बाधा अड्चन कलेसेफें बिना तयारीके सुटिङ्गमे जाइक परठ टे ठनिक कर्रा परठ । बाँकी टे ओइसिन कुछ फें नैहो ।

८.एक्ठो सफल कलाकार बनक लाग का का करे परठ ?
मेहनत ओ लगनसिलताके साथ काम कर्बी कलेसे ओ परिवारके साथ सहयोग मैंयाँ पैबी कलेसे एकठो सफल कलाकार बने सेक्जाइठ । पहिले गाउँ घरमे नाटक, कार्यक्रकमे सहभागी हुइठ हुइठ संगीत क्षेत्रमे छिर्नु ।

९.अभिनय बाहेक आउर केहोंर समय बिटाइटी ?
अभिनय बाहेक मै आउर घरक काम करके बिटैठुँ ।

१०.मनैंनके जिन्गीमे गीत संगीतहे कैसिक परिभाषित कर्ठी ?
मनैंंनके जिन्गीमे गीत कना सबके लग्घेक संघरिया हो जस्टे लागठ । यदि मनैंनके जिन्गीमे गीत नैरहि कलेसे जिन्गी अधुराहस रहि । मनके भावना व्यक्त कर्ना सबसे सजिल माध्यम गीतहे कहिजाइठ ।

११.भविस्यमे का बन्ना सपना बोकले बटी ?
भविस्यमे भोज कैके परिवारके साथ सुखमय जीवन बिटैना हो । भोज कैके कुछ समयसे घरही बटुँ । आब लावा भिडियो अइना समय लागि, योजना बन्टी बा । कुछ लावा कुछ फरक आइ ।

१२.ओरौनीमे कुछ कहे पर्ना बात ?
ओरौनीमे का कहना चाहटँु कलेसे जौन हिसाबसे अब्बा कलाकरिता क्षेत्रहे हेर्ना दृष्टिकोण बा, जहाँसम लागठ उ गलत दृष्टिकोण हो । इ चिजहे हम्रे सक्कु थारु कलाकार मिलके मजा डगर नेगैना बा । ताकी आबके अइना पिढी एकठो मजा पाठ सिखे कना मोर बिचार हो । मोर आवाजहे संसार भर पुगाडेलकमे अपनेनके टिमहे बहुत बहुत धन्यवाद ।

‘भोज कैके सुखमय जीवन बिटैना’

महिमा कुस्मी