मुक्तकमेर मेरिक सरसमान यिहे शहर मे मिलठ ।छाने सेकबो ठोरचे अमृत जहर मे मिलठ ।समुन्दरफें सुख्खा लागठ नैमजा नजरसे,ठिल्या गग्री भरे पुग्ना पानी नहर मे मिलठ । मुक्तकसुमधुर मैयँक पागल हुइना कहानी बनैम ।सारा मन मुटु ओ धरकनके रानी बनैम ।स्वार्थै स्वार्थ फैलल यि दुन्यक रंगमञ्चमे,निस्वार्थ ओ भाबनाके मैगर...
‘पत्रिका चलैना जत्रा चुनौती बा, ओत्रै अवसर फें’ कैलाली जिल्लाके साविक उर्मा ४ रामपुर (हाल धनगढी १६) कैलालीमे...
‘बिना जोखिम मोल्ल कुछुफे उपलब्धि प्राप्त करेनैसेकब’ जिल्ला बर्दिया राजापुर नगरपालिका–२ जोतपुरके सिताराम...
गोचाली सबके मैगर संघारी(स्मृतिम गोचाली भाग २)महेश चौधरी हम्र गोचालीरुपी ढुंगाह समाजरुपी तलवम एक्ठो ढुंगा...
सगुनलालजी सब्से मिल्ना संघरिया(स्मृतिम गोचाली भाग १)महेश चौधरीविसं २०२६ सालक बात हो । मै कक्षा १० के विद्यार्थी...
गजलमोर डेख्ना सपनक संसार टुँहि हुइटो ।जिना और मुनाके आधार टुँहि हुइटो । दुनियाँ फेन चाहे जा कहे टोहाँर...
साहित्य सम्मेलनके हल्कोरामनबहादुर पन्नासुर्खेतम हुइलक पँचवा थारु साहित्य सम्मेलनम वरिष्ठ साहित्यकार महेश...