‘संगीत हरेक मनैके दुख पीर हटाइठ’

रचना चौधरी
२८ जेष्ठ २०८०, आईतवार
‘संगीत हरेक मनैके दुख पीर हटाइठ’

‘संगीत हरेक मनैके दुख पीर हटाइठ’

दाङ जिल्लाके शान्तिनगर नगरपालिका वडा नम्बर ७ धनौराके गायिका रचना चौधरी थारु गायक मध्ये एक हुइँट । सुमधुर स्वर, कला, गला खानी रचना चौधरी २०४३ साल पुस महिनाके ७ गते इ धर्तीमे पैला टेकलैं । थारु आधुनिक गीत गाके सांगीतिक क्षेत्रमे नाम कमाइल गायिकाके रुपमे स्थापित हुइल बटैं । उहाँक् उजर गोनिया, मैयाँ कर्ना, सखिय हो, मघौटा गीत, साली रुपनी ओ नेपाली गीत नाच्ने हो संगै, हरे शिवराम, तीज गीत, दोहोरी बजाउ, बेन बाजा एल्बम लगायत सुमधुर गीत.दर्जनसे ढेर थारु ओ नेपाली गीत गासेक्ले बटैं । इहे क्रममे सागर कुस्मीसे करल छोटमिठ सांगितिक बातचित यहाँ प्रस्तुत कैल बा ।

१.अप्ने गायन क्षेत्र ओर कहियासे लगली ? गीत गैना आशिर्वाद कहाँसे मिलल् ?
मै गायन क्षेत्रमे स्कुल पहर्टी बेर लग्नु । मने गीत भर २०७२ सालसे रेकर्ड कर्नु । महिन गीत गैना आशिर्वाद बाबासे मिलल् ।

२.अप्नेक बाल्यकाल कैसिक बिटल बटा डिना ? जिन्गीमे सबसे यादगार पल कुछ बा, जौन कब्बु नैभुले सेक्ना ?
बाल्यकाल गोरु चर्हाके बिटल । बबई लडियम् लहाइ गैल बेला पहुँरे नैजानके पुहलक् याद बा ।

३.अब्बेसम थारु ओ नेपाली मिलाके सक्कु कैठोसम गीत गासेक्ली ?
अभिनसम मै थारु ओ नेपाली गीत सक्कु मिलाके ढेर बा ।

४.गीत संगीत क्षेत्रमे लागके का पैली का गुमैली ?
गीत गाके ढेर मनैंनसे चिन्हजान हुइना मौका पैनु ।

५.अप्ने सक्कु मेराइक गीत गाइल डेख्जाइठ । खास कैके कसिन गीतहे प्राथमिकता डेठी ? कैसिन गीत मन परठ ?
थारु संस्कृति झलकैना गीतहे प्राथमिकता डेठुँ ।

६.अपन गाइल गीत मध्ये सबसे मन पर्ना गीत कौन हो ?
उज्जर गोनिया कना गीत सबसे मन परठ ।

७.गीत गाके यहाँसम पुगसेक्ली । इ समयमे कैसिन कैसिन दुख, समस्या, ओ बाधा अड्चन आइल ?
आर्थिक समस्या, समाजमे हेर्ना दृश्तीकोण, समस्या परल ।

८ एक्ठो सफल गायक बनक लाग का का करे परठ ?
चहे जोन कामेम फें लगनशिलता हुइ परठ । अपन घरमसे सिक्नु ।

९. गायन बाहेक आउर केहोंर समय बिटाइटी ?
एकठो सहकारी संस्थाम छोटमोट जागिर कर्के समय बिटटा ।

१०.मनैंनके जिन्गीमे गीत संगीतहे कैसिक परिभाषित कर्ठी ?
सुख दुखमे रमाइलो कर्ना जो हो । गीत संगीत मनैनके जीवनहे जिना लिरौसी बनाइठ । संगीत हरेक मनैके दुख पीर हटाइठ ।

११.अन्तमे कुछ बाकि बा कि कहे पर्ना बात ?
गायन क्षेत्रमे सहयोग कर्ना मनैंनके आसामे बटँु ओ अन्त्यमे मोर आवाजहे सक्कु ओर पुगाडेलकमे अपननहे फेन ढेर ढेर धन्यवाद बा ।

‘संगीत हरेक मनैके दुख पीर हटाइठ’

रचना चौधरी