सिंहपुरके ढुरखम्भा जोगराज

सागर कुस्मी
२० बैशाख २०८०, बुधबार
सिंहपुरके ढुरखम्भा जोगराज

सिंहपुरके ढुरखम्भा जोगराज

कंचनपुरके कुष्णपुर नगरपालिका ६ सिंहपुर गाउँ एक थारु बस्ती रहल गाउँ हो । ओहे गाउँमे जन्मल एक जुझारु समाजसेबी हुँइट जोगराज चौधरी ।

उहाँ एक सरल, इमान्दार, जवाफमे परिपक्वता नीतिमे दृढता व्यवहारिक लचकतासे अधिकांश मनैनके मन मष्टिस्कमे विश्वसनीयता छाप बैठासेक्ले बटैं । पुर्खौली व्यक्तिगत धनआर्जनहे अपन जिउधन, त्याग, तपस्या ओ समर्पित होके निःस्वार्थ रुपमे मैनबत्तीहस् जरके फेन, आउर जहन ओजरार डेटि रहल एक ओजरार डिया हुइँट् उहाँ ।

उहाँ निडर, निःस्वार्थ सेवा भावके व्यत्तित्व फेन हुइँट् । उहाँके धैर्यता, सहनशिलता परिपक्वता हुइल ओरसे समाजके हरेक आपतविपत, विशेष लेनदेन, न्याय निशाप सामुहिक निर्णायक जवाफदेहितामे महत्वपूर्ण भुमिका रहल, साहित्यकार वीरबहादुर राजवंशी बटैठैं । उहाँ कठैं, सामाजिक क्षेत्रमे हरेक समुदायके न्यायोचित जवाफदेहिता रहठ । यी सब समाजिक क्षेत्रमे सर्वत्र माग हुइनाके आशय निश्पक्षता, निःस्वार्थ, इमान, जवानमे परिपक्वताके उहाँके डेहल योगदानके प्रतिफल हो ।

राजवंशीक् बटाइल अन्सार, उहाँके निःस्वार्थ सेवासे व्यक्तिगत जीवनमे सामाजिक मान सम्मान प्रतिस्ठा बनैले बटैं । उहाँ मान, जवान ओ व्यवहारिकता देवत्व होसेक्ले बटैं । ओहेमारे उहाँक् हरेक समाजिक क्षेत्रमे माग, नैहोके नैहुइना अवस्थामे यी समाजके लाग ढेर समय समाजसेवा कैनामे बिटासेक्ले बटैं ।

सिंहपुर गाउँमे किल नाही विश्वसनियतामे कृष्णपुर नगरपालिकाके तुलनामे उहाँ यी समाजमे रहठसम गाउँ सम्मृद्ध हुइटि रहल स्थानीयबासीनके बुझाइ बा । ओहेमारे हरेक सामापकि काममे जोगराजके सहभागीताके सन्तोषजनक परिणामसे हरेक ठाउँमे उहाँके अनिवार्य बा, ६ नम्बर वडा अध्यक्ष नथ्थुराम चौधरी बटैलैं ।

उहाँ एकठो परिवारके सदस्य किल नैहोके साझा व्यक्तित्व बनसेक्ले बटैं । उहाँ प्रतिके विश्वास, उहाँके सहभागीतासे परल साकारात्मक प्रभाव, उहाँके व्यवहारिक पारदर्शिता ओ यी सबके परिणाम सन्तोषजनक बा, ६ नम्बर वडा अध्यक्ष नथ्थुराम चौधरीक् कहाइ बटिन् ।

संघसंस्था, गाउँघर, समाजमे सक्रियता
सिंहपुर सामुदायिक वन उपभोक्ता समूह, कृष्णपुर नगरपालिका वडा ६ सिंहपुरके स्थापना वि.स.२०५५ सालसे अब्बेसम निरन्तर उहाँ अध्यक्ष बटैं । ओस्टके निरन्तर ओ नियमित उहाँ संगे काम करुइया पदाधिकारी फेन बटैं । नेतृत्वके वैकल्पिक विकास फेन हुइल बा । मने विश्वसनीयतामे तुलना करेबेर उहाँ जियटसम औरे नेतृत्व हस्तान्तरण करे खोज्लेसे फेन उपभोक्ता उहाँहे जो जिम्मेवारीके निरन्तरता डेहे चहठी ओ डेले फें बटी, बन समुदायके कोषाध्यक्ष बाबुराम चौधरी बटैलैं ।

बाबुराम चौधरीक् जनाइल अन्सार, उहाँके अगुवाइसे सामुहिक स्वामित्व ओ अपनत्व प्रदान कैले बा । समुहके हरेक प्रक्रियामे न्यायोचित जवाफदेहितासे सन्तोषजनक परिणाम डेटी बा । स्थापना कालसे नियमित निरन्तर इ समुहके जिम्मेवार पदीयतासे सामाजिक ढुरखम्भा सावित हुइल बटैलैं ।

कंचनपुर जिल्लामे वैज्ञानिक वन व्यवस्थापन कार्यविधि, २०७१ गम्भीर चुनौती ओ अवसरके बिचमे सफलतापुर्वक नमुना योग्य सन्तोषजनक कार्य सम्पादन करटि आइल बटैं । समुहमे हुइल सहमति ओ विमति समान सहभागीतासे वन संरक्षण, संवद्र्धन ओ व्यवस्थापन सदुपयोग करटि आइल बटैं । सामुदायिक वनके हरेक क्षेत्रमे निर्णय प्रक्रिया, कामकाज, वन पैदावर विक्री वितरण र सामुदायिक वन बिकास कार्यक्रम मार्गदर्शन परिमार्जित, २०६५ के दफा ७ बमोजिम ओ आर्थिक कार्य विधि, २०७३ अनुसार साधारणसभासे पारित कैके कार्यान्वयनके संगे पुनरुत्पादन ३ बर्षके गराई, खटाई, प्रतिफल सन्तोषजनक बा ।

प्रविधियुक्त समय संगे कम्प्युटर खरिद कैके विद्यार्थीनके लाग कक्षा संचालन, वाइफाइ जडान, एकठो पक्की सभाहल, एकठो लेन्टरवाला किचन सहित पक्की ३ कोठे कार्यालय, २÷२ कोठे कच्ची घर, एक सेट ट्याक्टर, एक मोटरसाइकल, कार्यालय आँजरपाँजर जाली, एक निल गाई, टर्की, माछापालन, ५ जाने नियमित कर्मचारी, दुईठो कठुवक् मचान, पिकनिक स्पोट, दुईठो पोखरी, घेरवार सहित फुटबल, भलिबल, व्याडमिन्टन खेल मैदान, फिलिम सुटिङ स्थल, थारु होमस्टेके तयारी, कृष्णपुर नगरपालिकासे चिडियाखानाके डिपिआरके तयारी, मोहना लालझाडी जैविक मार्ग, महादेवके मन्दिर आदि भौतिक पुर्वाधारसे पर्यापर्यटनके आकर्षक केन्द्रीकृत कैना उहाँके ढेर देन ओ योगदान बटिन ।

ओस्टके हमार सयपत्री विजवृद्वि कृषि सहकारी संस्था प्राइभेट लिमिटेड, कृष्णपुर ६ सिंहपुर कंचनपुरके संस्थापक अध्यक्ष फेन बटैं । उहाँके बिशेष वहाँके कृषकनके लाग विकेन्द्रीकरण हुइल श्रोत सयौं बुँडाके समुन्डर कहेहस एकीकृत संस्थागत विकास कैना विश्वास ओ योगदानसे आझ इ सहकारीके अपन स्वामित्वके दुई कठ्ठा दश ढुर जग्गा, एकठो पक्की गोडाम, दुई कोठाके कार्यालय, ग्रेडिङ्ग, सिडड्रिल, पोष्ट हार्वेष्ट सेन्टर स्थापना (ट्याक्टर ट्रलि, हइरो) ओ कष्टम हायरिङ्ग सेन्टर स्थापना (ट्याक्टर, हइरो, ट्रलि, थ्रेसर, पावर टिलर) हुइल बा । टमान प्रजातिके बीउ उत्पादन ओ विक्री वितरण, खाद मल खरिद बिक्री करटि आइल बटैं । उहाँ कृषि तालिम प्राप्त प्राविधिक विज्ञ तथा अगुवा फेन हुइँट् ।

अस्टके उहाँ सिंहपुर जल उपभोक्ता समूह कृष्णपुर ६ सिंहपुर बलुवा नालासे सयौं कृषक ओइनहे सिचाई सेवा सुविधा उहाँके अध्यक्षतामे कम लागतमे ढेर उत्पादन वृद्वि विकासमे फाइदा हुइल बा । वहाँके कृषकनके आयआर्जनमे वृद्वि विकाससंगे जीवनशैली परिवर्तन हुइल बा । प्रधानमन्त्री कृषि आधुनिकरण परियोजना, परियोजना कार्यान्वयन इकाई, धान सुपरजोन कंचनपुरके क्षेत्र विस्तार प्रविधि ओ प्राविधिक सहयोगसे वहाँके कृषक ओइल आकुर जोस ओ जाँगर मिलल बटिन् ।

सिंहपुर गाउँ एकठो प्रगन्ना हो । इ गाउँमे समाज संचालनके टमान व्यवस्थित कार्यक्रम बनैनामे उहाँके अगुवाइमे विज्ञ समिति निर्माण कैके सभ्य, पारदर्शी, उत्तरदायी व्यवस्थित बनैले बटैं । जौनफेंन गाउँके कामकाज उहाँके सल्लाह, छलफल कैके कार्यान्वयनमे सजिल हुइठ, गाउँबासी परिचालन कैना विधि योजना कार्यक्रम मौलिकतामे रहल बा, भलमन्सा गरिबदास चौधरी बटैलैं ।

भलमन्सा गरिबदास कठैं, अटरै किल नाही, उहाँ न्यु बैजनाथ ग्रामीण विधुत सहकारी संस्था प्राइभेट लिमिटेड कृष्णपुर ६ सिंहपुर कंचनपुरके संस्थापक कोषाध्यक्षके जिम्मेवारी निर्वाह करटि हाल संस्थाके प्रबन्ध÷व्यवस्थापक फेंन हुइँट् । इ विधुत सहकारीमे सिंहपुर, बन्जरिया ओ बसन्तपुरके सदस्य बटैं । वहाँके आदर्श, विश्वास, लगनशीलता, तत्परता, निरन्तर सक्रियतासे इ संस्थाहे टेवा पुगल बा । उहाँके नरम मौलार प्रस्तुति, व्यवहारिकतामे आकर्षक ओ पुर्ण विश्वास बा ।

सुदुरपश्चिम प्रदेश कंचनपुर निवासी राजवंशी थर गोट्यार टमान गाउँमे छिट्कल गोट्यार मन्ये सिंहपुर गाउँमे १५ घरधुरी सक्कु महिला पुरुष प्रत्येक महिनाके १५ गते मासिक छलफल ओ मासिक कोष स्थापना कैके गाउँघर गोट्यार भिट्टर आपतविपत, मर्निकर्नि, भोजवियाहमे मद्दत हुइल बटिन ।

महाकाली नमुना माध्यमिक विद्यालय बसन्तपुर, कृष्णपुर ६ कंचनपुरके बिद्यालय व्यवस्थापन समितिके अध्यक्ष हुइटि हाल स्कुलके सल्लाहकार संयोजक बटैं । इ स्कुलमे उहाँके अहम् नेतृत्वके भुमिका अविस्मरणीय अतुलनीय काम हुइल बा । उहाँ तन मन धन सहित स्कुल निर्माणके लाग मावि, १०+२ नमुना कार्यक्रम लगायत सिटिभिटिसे मान्यता प्राप्त वन विज्ञान (फोरेष्टि) संकाय संचालनमे लन्ना उहाँके मुख्य लगानी, योगदान, त्याग, तपस्या, समर्पित होके भौतिक पुर्वाधार निर्माणसम स्थापना ओ संचालन कैना प्रमुख दायित्वके अगुवाइमे उहाँ चुकल नैहुइँट् ।

कंचन बहुमुखी क्याम्पस कृष्णपुर ५ गुलरिया कंचनपुरके संचालक समितिके सदस्य होके क्याम्पसके माहुल तयारी पठनपाठनके लाग टमान व्यवस्थापकीय पक्ष ओइनसे सामाथ्र्य जुटैना आर्थिक भौतिक समग्र वातावरण मिलैना विशेष भुमिका बा । स्थापना कालसे चुनौतीसंग जुझ्टि हाल टमान संकायके स्नातक तहसमके पह्राइ हुइटि आइल बा । वहाँके गाउँ घरके प्रतिस्ठा गरिव विद्यार्थीनके इच्छा चाहनाहे घरहीसे अध्ययन कैना अवसर मिलल बटिन् ।

सिद्वार्थ बहुउद्देश्यीय सहकारी संस्था प्राइभेट लिमिटेड कृष्णपुर ५ गुलरिया कंचनपुरके संचालक समितिके उपाध्यक्ष पदीय जिम्मेवारी निभैटि, संस्थाके सर्वाङ्गिण विकास कैनामे उहाँके व्यक्तित्व, विश्वसनियतासे हरेक मेरके रचनात्मक कार्य सफलता हाँसिल हुइटि आइल बा । ओहेमारेसे वहाँके कृषकसे वुद्धिजिवी, व्यापारी, उद्योग ओ मजदुर शेयर सदस्य होके सक्रिय क्रियाशिलतामे सहभागीता हुइटि आइल स्थानीय व्यापारी धनिराम चौधरी बटैलैं ।
धनिराम कठैं, नेपालके सुदुरपश्चिम प्रदेश कंचनपुर जिल्ला कृष्णपुर नगरपालिका वडा ६ सिंहपुर निवासी सामाजिक धरोहर जोगराज चौधरी छोट जिम्मेवारीसे दुःख पीडाके पार करटि मानविय सामाजिक निःस्वार्थ सेवामे समर्पित हुइल बटैं ।

वि.स. २०५४ सालके स्थानीय चुनावमे गाउँ विकास समितिके उपाध्यक्ष पदके लाग प्रत्यासि होर्के चुनाव लरल रहिंट । २०५४ साल महाकाली नमुना माध्यमिक विद्यालय वसन्तपुरमे जनचेतनामूलक साँस्कृतिक झलक सहित भेला हुइल रहे । उ भेलासे थारु भाषा तथा साहित्यिक उत्थान मञ्च नेपाल, (गोचाली परिवार, २०२८) जिल्ला समिति कंचनपुरके संस्थापक उपाध्यक्ष पदमे निर्वाचीत हुइलैं । ओस्टके २०७४ के स्थानीय चुनाव कृष्णपुर नगरपालिकाके मेयरके लाग लरल रहिंट । उहाँ पराजित हुइलोपर उहाँके डेहल योगदानहे कम हुइल महसुस नैहो वीरबहादुर राजवंशी बटैलैं ।

ओरौनीमे उहाँक् बारेम् जटरा बट्वइलेसे फेन कमे हुइ । उहाँ सरल, इमानदार ,सोझ, निःस्वार्थ सेवामुखी इ समाजके ढुरखम्भाके रुपमे स्थापित डेंउटा सरह सावित हुइल बटैं ।

परिवारिक परिचय
कंचनपुर जिल्ला (पहिलेक कृष्णपुर गाविस) हाल कृष्णपुर नगरपालिका वडा ६ सिंहपुर गाउँके बासिन्दा हुइँट् उहाँ । स्वर्गीय जीतबहादुर चौधरी ओ स्वर्गीय मम्फलीदेवी चौधरीके कोखसे डु भाइ ओ छे डिडिबहिनियाँ मन्से बर्का छावाके रुपमे वि.स.२०२५ पुस १७ गते जोगराज चौधरीके जलम हुइलिन् । हाल डिडिबहिनियनके वियााह हुइल ओ भाइ अलक होके बैठल बटैं । उहाँके डु ठो गोसिनियाँ, डु ठो छावा, एकठो छाइ ओ संगे अपने परिवारमे बटैं । उहाँक् २०७१ सालमे कृष्ण अस्टीमकीक गीत भाग १ किताब फेन प्रकाशित हुइल बटिन् ।

सागर कुस्मी

सिंहपुरके ढुरखम्भा जोगराज

सागर कुस्मी