मोर बुक्रा

साफी चौधरी
२ जेष्ठ २०७८, आईतवार
मोर बुक्रा

जहाँ मोर बुक्रा बा
ओहे बुक्रामे
मोर घरक् डेउ दुर्गा बटैं
जब जब घरम्
उल्झन आइट्
ओहाँ मोर डाइ बाबा
एक करोट फेर्ठैं ।

जहाँ मोर बुक्रा बा
हाँ ओहैं
साल भर हाँठ गोर सराके
राटडिन पस्नक् दामके
मोल भरल डेहरी कुठ्ली
जोन चिज हम्रहिन
साँझ बिहान जिए डेहटा ।

जहाँ मोर बुक्रा बा
हाँ आझ
उ बुक्रा बैसाखिक्
भुवर लजर लग्लिस
मोर डेउ डुर्गनके
सट् हेरागैलिन
मोर डाइ बाबन्के
साटो उर गैलिन
डेहरी कुठलीक्
आन भर्कन फुटा डेहल
आइल बौखा बेरुन्डर
मोर बुक्रा सारा उरालैगैल
मोर बुक्रा सारा उराकैगैल ।
साफी चौधरी
कंचनपुर

मोर बुक्रा

साफी चौधरी

कंचनपुर