अगौहा

लाछु डंगौरा
२७ जेष्ठ २०७८, बिहीबार
अगौहा


कमैयाँ मुक्त हुइटैं । कमैयाँ मुक्त हुइटंै । गाउँ गाउँ शहर बजार सर्जे देशमे इ हल्ला खोब फैलल । ठाउँ ठाउँ स्थानिय सरकारके अंग्रैल जघामे घर झोँप्री बनाबना हजारौं कमैयाँ हुँक्रे सदाके लग अपन गाउँ छोरछोर ओहोरी घरबार जोरना आसेम बैठगिनै । मुक्त कमैया आन्दोलन ओत्रै हुइल ।

अपन हक अधिकारके लग अपन इ देशहे डेहेल योगदानके लग । इ बात जिम्दरुवाक कानेम पर्गिलिस । सोँचल गाउँक सब कमैयँन चलचिही मुक्त हुके तो मोर गाउँक ओत्रा धेउर खेतुवा के लगा डी ? डोसर सक्कर्ही सहरसे गाउँ आपुगल । कचेहरिमे कहल । हेरो कमैयाँ जिहिन जिहिन जैना बा जाउँ सरकार सक्कुहुन घरबास जगा डेखाइटा । ओ सुन अगौहा टै भर नाइ कहुँ जाइस । टंै यहंै रहिस आउर के के रहठ राख्लिहिस मै टुहिन ओ जे जे रहिजाइ उहिन घरबास डैडेम ।

अगौहाहे जिम्दरुवाके खेती बारिक पुरा पटा रहिस । टबे उहिने टोके जिम्डर्वा लालच डेखाके सहर ओर सिरकगिल । मनखोल्के बाँकी कमैयँनके चित बुझाके बटुवाइ नाइ सेकल जिम्डरुवाके पक्ष लैके अगौहा । अझकल अझकल कर्टी कोठरुवा पुरै खाली हुइगिल । बस अगौहक् किल घर बटिस । कोठरुवामे । आम, कटहर, बरहर । रुखुवा बरिखुवक् भारी फुलरिया अपनसे डोहार हेरबिचार कर्टी रहल अगौहा । सिजन सिजनमे फारा फुला अप्ने नाइ खाके शहर पठैटी रहल । कुछ साल रहिके फे जिम्डर्वा ओस्टेके गाउँ लौटल् । अखिस सुन बा कोठरुवामे अगौहक् घर छोर्के कोनो घर नाइ हो ।

सुन बा मने मन अपन गुन कमैयँन नाइ मानल बात सोँचठ । अगौहक लग जग्गा अंग्र्याके जाइठ । ले अगौहा इ टोर घरसे पाछे उ बेन्धुवा टक दुइ पटिया टोर हुइगिल आझसे । टहिं जोटिस खाइस । मोर फुर्सट हुइटो हाल पठैम् ओहोरि आइस पास कैडेम । अगौहा हाल खबरके आसेम् दिन काटे लागठ । शहर ओर्से आइल चिन्हल नाइ चिन्हक मनैसे पुछ्पाछ पारे लागल । बर्सौं बिटल कोइ हाल लैके नाइ आइल । आब टो जिम्डरुवा फे नाइ रहिगिल । बटंै टो ओइनेके छावा पटुहिया ।

बाबा बिटल कुछ महिना पाछे डाइहे वृद्धआश्रममे डेराडम्मर सारडेनै । सुसार बिना उ रोगी हुचुकल रहि । इ बात खबर पाइल पाछे । मै हेरबिचार सबचिज करम कहिके अगौहा बेंठक् छाप लगाके नानलेहल । कुछ दिन पाछे जिम्डरिन्याँ चिक्कन हुइठी । घर अँगना नेंगडुल करे लग्ठी । हालखबरके संगेसंगे शान्ति पुर्णस्थापना हुइल पाछे । हुँकारे छावा पटुहियनसे डौहुवा पाइल । बातफे अटक फटकके बटा सेक्ले रहट अगौहा । टुहिन डेम कहुइया टोर मलिक्वा आब नाइ रहिगिनै । टैं आब अपन डगर हेरिस । नाइ छो इ माघेम् उ बैसाखेम कहिके डबैलेक बात सक्कु बटा सेक्ले रहठ । अगौहक् बफादारी आबसे नाइ टब्बेसे जन्ले रठी जिम्डरिन्याँ । हाल पुगठ शहरमे छावाक् बलौवा । ओस्टेके आइठ जिम्डरुवक् छावा हँच्से मोटर रोकठ् । आघे ओस्टे भुवर मकान ओस्टेक ओस्टे ।

बारि फुलरिया ओसटे फुलरिया मनिक टिरियनके मेरमेराइक् गोहोराइ ओ बिचबिचमे बाघेक गर्जाइहस् हाँउ हाँउ कुक्रक भुँकाइ । खद्दु ओ महंगी जुटिक टकटकाहट संग उटरठी । हेरो पुट जत्रा मै बजारमे रनु ओ नाइ रनु आब एहे गाउँमे रहम आब हम्रे टुुहरन बाह्रट एहंै डेख्ली । बहुत याद बा । यहाँ आब इ उमेरमे जियक लाग । याद पुग्जाइ टुहरे मजासे रहोहो । मोर लाग अगौहा बा । गारी ओस्टे लौटजाइठ् शहर ओर । हेर अगौहा महिन पटा बा जिम्डरुवासे एक्चो टंै गोँइ जोरले टबसे भुक्ट टे । ले उ गोंइ डेनै मै जोट्ना खेटुवा डेहटुँ नाउँमे पाँच कट्ठा ।
लाछु डंगौरा
टीकापुर कैलाली

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लाछु डंगौरा