कंचनपुरमे थारु साहित्यके इतिहास ः एक अध्ययन

सागर कुश्मी ‘संगत’
२८ जेष्ठ २०७८, शुक्रबार
कंचनपुरमे थारु साहित्यके इतिहास ः एक अध्ययन


१.बिषय प्रवेश
कंचनपुर जिल्ला कैलाली जिल्लासंग जोरल जिल्ला हो । २०६८ सालके जनगणना अनुसार नेपालके कुल जनसंख्या २ करोड ६४ लाख ९४ हजार ५ सौ ४ बा । ओस्टेके कंचनपुर जिल्लाके जनसंख्या ४ लाख ५१ हजार २ सौ ४८ बा । यहाँ थारुन्के किल जनसंख्या १ लाख १५ हजार ८ सौ ७६ बा । प्रतिशतमे हेरलेसे इ २५.६७ आइठ ।
कैलालीमे सबसे जेडा थारु भासी बटैं कलेसे कंचनपुरमे डोटेली भासी । कंचनपुरके थारु भासी डुस्रा स्थानमे बटैं । कैलालीमे संस्थागत रुपमे थारु साहित्यहे संरक्षण ओ सम्बद्र्धन कैना हिसाबसे ढेर गतिविधि हुइल बा ओ हुइटि बा । मने कैलालीसे हिट्कले कंचनपुरमे अभिन ओट्रा जम्कल नैहो ।

२.कंचनपुरसे प्रकाशित थारु पोस्टा
अभिनसम् हेर्ना हो कलेसे कंचनपुरसे कमे पोस्टा प्रकासन हुइल बिल्गाइठ । साहित्यिक माहोल नैहोके हुइ थारु भासी स्रस्टा लोगनके पोस्टा खासे नैबिल्गाइठ् । इ अभिलेखमे थारु साहित्यमे कंचनपुरके इतिहासहे केरैटि थारु स्रस्टनके प्रकासित पोस्टा ओ पत्रिका प्रकासन के बारेमे चर्चा कैगैल बा ।

३.हिमाली चौधरी
वि.स. २०३२ सालमे शुक्लाफाँटा नगरपालिका ७ झन्डाबोझी कंचनपुरमे जन्मल हिमाली चौधरी थारु लोक साहित्यके बख्खारी हुँइट । हुँकार कृष्णक् अस्टिम्किक् गीत (२०६१) प्रकाशित बटिन् । इ पोस्टा कंचनपुरके थारु भासक् पहिल पोस्टा हो । चौधरीक् ठन् थारु लोककथा (बट्कुही), लोकगीत, गुरुवा मन्त्र, ओ कुछ जरिबुटि ज्ञान अभिन सम् मुखग्रे याड बटिन् । अझ्कल उहाँ अपन गाँउक् भलमन्सा ओ डेसबन्ढिया गुरुवा के रुपमे समाज सेवा कर्टि बटैं ।

४.कल्पना चौधरी
वि.सं २०४३ साल भादो २७ गते शुक्लाफाँटा नगरपालिका ३ जोन्हाँपुर कंचनपुरमे जन्मल कल्पना चौधरीक् उजरल घर डुवार (कथा संग्रह २०६२) प्रकाशित बा । कंचनपुरके महिला लेखकके इ पहिल पोस्टा हो । अझ्कल नेपाल प्रहरीमे जागिरे होके हुँकार साहित्य लेखन फेन सक्रिय नैहुइन् ।

५.अशोक चौधरी
पुनर्वास नगरपालिका २ मोतीबस्ती कंचनपुरके अशोक चौधरी गजलमे जमल ठँरिया हुँइट । हुँकार मनके आवाज (गजल संग्रह २०७०) प्रकाशित बटिन् । इ गजल संग्रह कंचनपुर जिल्लाके थारु भासक् पहिल गजल संग्रह हो । अध्ययनके सिलसिलामे राजधानी छिरल ओरसे हुँकार लेखन फेन कमे डेख्जाइठ् ।

६.जोगराज चौधरी
कृष्णपुर नगरपालिका ६ सिंहपुर कंचनपुरके जोगराज चौधरीक् फेन अस्टिम्कीक् गीट (२०७३) प्रकाशित हुइल बटिन् । अभिन एकर भाग २ अइना बाँकी बा । हुँकार ठन् अभिन टमान लोक साहित्य संकलित बटिन् । उहाँ अपन पुर्खन्से बहुट गीटबाँस संकलन कैके बचाके ढैले बटैं । उहाँ अभ्mकल थारु राजनीति ओ समाजसेवामे सक्रिय बिल्गैठैं ।

७.साफी चौधरी
कृष्णपुर नगरपालिका ६ सिंहपुर कंचनपुरके साफी चौधरीक् थारु भासक् पहिल मुक्तक संग्रह सिर्जल (मुक्तक संग्रह २०७४) प्रकासिट बटिन् । हुँकार मनके बह संयुक्त मुक्तक संग्रह (२०७५) फेन छपल बटिन् । ओस्टेके हु्ँकार गोेरपासु निबन्ध संग्रह फेन प्रकासनके तयारीमे बटिन् । अझकल हुँकार लेखन अख्यान बिधामे लगटार कलम चल्टी बटिन् ।

८.सुमिरन पत्रिका
सुमिरन पत्रिका कंचनपुर जिल्लासे प्रकासिट कंचनपुर जिल्लाके थारु भासक् पहिल पत्रिका हो । भासा, साहित्य, संस्कृटि मुलक इ पत्रिका खोज अनुसन्धान कैल रचनाहे बिसेस ठाउँ डेहठ् । इ पत्रिका प्रकासक ओ सम्पादक युवा साहित्यकार सागर कुश्मी ‘संगत’ हुइँट् ।

९.फुट्कर लेखक
अस्टेके कंचनपुर जिल्लामे फुट्कर रुपमे लेख रचना लिखुइया फेन लेखक लोग बटैं । यहाँ कुछ लेखक ओ उहाँ लोगनके संयुक्त रुपमे प्रकासन करल पोस्टाके बारेम् फेन चर्चा कैगैल बा ।
बेलौरी नगरपालिका ७ पौलाहा कंचनपुरके सानु चौधरीक् १० ठो गजल जेउनास (गजल संग्रह २०७२) मे छपल बटिन् । कंचनपुर बलौरीमे थरुहट आन्दोलनहे उचाइमे पुगैना हुँकार भारी योगदान बटिन् । अझकल हुँकार साहित्य लेखन फेन कमे बिलगैठिन् ।
कृष्णपुर नगरपालिका ८ मजगैं कंचनपुरके सुमित रत्गैंयाँके फेन १० ठो गजल मैंयक् पहुरा (गजल संग्रह २०७३) मे छपल डेख्जाइठ् । टमान पत्रपत्रिकामे हुँकार गजल मुक्तक फेन छपल बा । हुँकार फेन अझकल लेखन रुकल बटिन् ।
ओस्टेके बेलौरी नगरपालिका ५ भकुन्डा कंचनपुरके सन्तोष चौधरीके २० ठो मुक्तक हल्कोरा (मुक्तक संग्रह २०७३) प्रकासित हुइल डेख्जाइठ् कलेसे बेलौरी नगरपालिका ५ महुलिया कंचनपुरके सरस्वती चौधरीक् फेन २० ठो मुक्तक बहल याद (मुक्तक संग्रह २०७३) प्रकासित बा । अझकल इ डुनु जन्हनके कलम लगटार नैचलठुइन् ।
देखतभुली ६ देखतभुली टिल्कीपट्टी कंचनपुरके लावा युबा इन्द्र चौधरी कलम लगाटार डौरैटी बटैं । हुँकार टमान पत्रपत्रिकामे लेख रचना छप्टी आइल बा । अझकल उहाँ नाटक बिढामे जोरडार से लागल बटैं ।
शुक्लाफाँटा नगरपालिका ३ जोन्हाँपुर कंचनपुरके पुजा चौधरी ‘प्रकृति’ ओ गीता चौधरी ‘दृष्टि’के फुट्कर रुपमे लेख रचना लिखल पाजाइठ् । उहाँ डुनुजे राजधानीमे बैठके ठुम्रार साहित्यिक बखेरीके नियमित मासिक श्रृंखलामे छुटपुट रुपमे सहभागी जनाइल डेख्जाइठ् ।

१०.छिट्कल थारु साहित्यिक समाज
छिट्कल थारु साहित्यिक समाज कैलालीके आयोजनामे २०७१ साल बैसाख २७ गते कंचनपुरके बैलौरीमे अपन बृहत साहित्यिक कार्यक्रम (भाग ४) हुइल रहे । इ कार्यक्रम कंचनपुर जिल्लामे हुइल पहिल थारु साहित्यिक कार्यक्रम हो । जहाँ कैलालीसे सागर कुश्मी ‘संगत’, हिरालाल चौधरी, जन्तीराम चौधरी, सत्यनारायण दहित, जीतबहादुर चौधरी ‘ट्रासन’, सीताराम चौधरी, राजु चौधरी, बीरेन्द्र चौधरी ‘जलन’, मोतीराम चौधरी ‘रत्न’, तेजबहादुर भुल लगायत एक दर्जन साहित्यकार ओइनके सहभागिता हुइल रहे । सानु चौधरीक् बिसेस सहयोगमे हुइल कार्यक्रममे पौलाहा गाँउक् मघौटा नाच फेन डेखागैल रहे । इ कार्यक्रम सागर कुश्मी ‘संगत’ के अध्यक्षतामे हुइल रहे ।

११.हिरगर साहित्यिक बगाल
हिरगर साहित्यिक बगाल कैलालीमे विधिवत रुपमे दर्ता हुइल साहित्यिक संस्था हो । हिरगर अपन शाखा कंचनपुरके शुक्लाफाँटा नगरपालिका ३ लोहरपुरमे रामबहादुर कुश्मीके अध्यक्षतामे ११ सदस्यीय समिति गठन कैले बा । इ शाखा २०७२ बैसाखमे सागर कुश्मी ‘संगत’के बिसेस पहलमे गठन हुइल हो । शाखा गठन करेबेर हिरालाल चौधरी ओ गंगाराम डंगौराके फेन बिसेस सहयोग रहे । लोहरपुर शाखा २०७२ अगहनमे एक भव्य साहित्यिक कार्यक्रम कैसेक्ले बा ।
अस्टेक् नन्हे हिरगर साहित्यिक बगाल अपन शाखा बेलौरीमे फेन सुशीला चौधरीक् अध्यक्षतामे ११ सदस्यीय समिति गठन कैले बा । ओहैं २०७३ जेठमे अपन नियमित मासिक श्रृंखला हुइल बा कलेसे डसियामे डसैं बिसेस ओ साहित्यिक कार्यक्रम फेन उसारल । बेलौरी शाखा गठनमे सागर कुश्मी ‘संगत’ के बिसेस भुमिका रहे यम्ने मोहनलाल चौधरी सहयोगी रहिंट ।
ओस्टेके हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक, हिरगर साहित्यिक बगाल ओ सहिदान कला प्रतिष्ठानके संयुक्त आयोजनामे २०७३ कात्तिकमे बेलौरी नगरपालिका ८ कलकत्तामे १० दिने उद्घोषण ओ गजल लेखन तालिम हुइल बा । तालिमके सहजीकरण सागर कुश्मी जो कैले रहिंट । ओहे तालिम ओर्वाके शिवनगर कंचनपुरमे फेन हिरगर साहित्यिक बगालके शाखा सुगम चौधरीके अध्यक्षतामे ११ सदस्यीय समिति गठन हुइल बा । इ शाखा फेन सागर कुश्मी ‘संगत’के बिसेस अगुवाइमे हुइल रहे ।
२०७३ अगहनमे कृष्णपुर नगरपालिका ८ मजगैंमे फेन हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक ओ सहिदान कला प्रतिष्ठानके संयुक्त आयोजनामे ७ दिने उद्घोषण ओ गजल लेखन तालिम हुइल बा । जहाँ सागर कुश्मी ‘संगत’के भारी भुमिका रहल ।

१२.कंचनपुरके साहित्यिक संस्था गठन
थारु भासा साहित्य संस्कृतिके जगेर्ना कैना उद्देश्य लेके यहाँ डु ठो साहित्यिक संस्था स्थापना हुइल बिल्गाइठ् । मोहरैन सांस्कृतिक तथा साहित्य समाज ओ सहिदान कला प्रतिष्ठान इ डुनु संस्था जिल्ला प्रशासन कार्यालय कंचनपुरमे विधिवत रुपमे दर्ता हुइल बा । लकिन अझकल डुनु संस्था निस्क्रिय बा ।

१३.सिंहपुर युबा क्लब
कृष्णपुर नगरपालिका ७ सिंहपुर कंचनपुरके आयोजनामे ओहे गाउँमे २०७४ जेठ १ गतेसे ७ गतेसम् उद्घोषण ओ गजल लेखन ७ डिने तालिम हुइल बा । गाँउ भरिक् ३५ जाने युबा लोगनके सहभागी रहल तालिमके प्रशिक्षक सागर कुश्मी, प्रेरणा पाण्डेय ओ लोकबहादुर महरा रहिंट । इ कार्यक्रम कलब के अध्यक्ष बाबुराम चौधरीक् बिसेस अगुवाइमे हुइल रहे ।

१४.हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक
हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिकाके आयोजनामे २०७४ सावन ४ ओ ५ गते कंचनपुरके कृष्णपुर नगरपालिका २ बाणीमे २ डिने गजल लेखन तालिम हुइल बा । २४ जहनके सहभागीता रहल इ तालिमके सहजीकरण फेन सागर कुश्मी कैले रहिंट । तालिमसे ओहाँक् युबा अझकल गजल लेखन ओर आकर्सित हुइल बटैं ।

१५.लावा स्रस्टा
कृष्णपुर नगरपालिका ६ बन्जरिया कंचनपुरके वीरबहादुर राजवंशी फें अझकल साहित्य लेखनमे सक्रिय बिल्गैठैं । हुँकार निबन्ध, संस्मरण, कविता विधामे कलम चल्टी बटिन् । ओस्टेके ८ वडा राजघाटके सुनिल कुस्मी, धनबहादुर कुस्मीके फे गजलमे कलम चल्टी बटिन् । ओस्टेके बैलारी नगरपालिका ९ बिचपुरी कंचनपुरके शान्ती चौधरी ओ १० वडाके रविता चौधरी फेन साहित्य लेखनमे सक्रिय बिल्गेठैं । अझकल उहाँ डुुनु जाने थारुनके डट कम केलालीमे आवद्ध होके खोजमुलक् पत्रकारिता करटी बटैं ।

१६.झारनझुरुन
कंचनपुर जिल्लाहे अभिन थारु साहित्यमे मलगर बनाइ सेक्लेसे यहाँक् थारु साहित्यिक बिकासके सम्भावना बहुट बा । यहाँक् पुरान गीतबाँस, लोक साहित्य के खोज अनुसन्ढान कैना जरुरी बा । यहाँ थारु भासामे कलम चलुइयनके कमी बा । एकर लाग यहाँक् युबा वर्ग सचेत हुइना बेला आइल बा । यहाँक् युबा लोग अप्नही अबसर खोजे पर्ना बा । पुरर्खन से लोक साहित्य बिटोरे पर्ना समय इहे हो । यहाँक् मोहरैन ओे सहिदान जैसिन साहित्यिक संघसंस्था लोग साहित्यिक नियमित मासिक अभियान चलाइ पर्ना जरुरी डेख्जाइठ् । आइ सक्कुजे हम्रे हाँठमे हाँठ मिलाके परगा बर्हाइ, अपन भासा, साहित्य, संस्कृटि ओ पहिचानके लाग । टब हुइ हमार कंचनपुर के पहिचान ओ इतिहास ।
सन्दर्भ स्रोत ः
१.चौधरी लक्की, (२०७३) फुलरिया पृष्ठ ७ ।
२.चौधरी हिमाली, (२०७४) असार ११ गते कुराकानी ।
३ं.चौधरी अशोक, (२०७३) असोज २० गते कुराकानी ।
४.चौधरी कल्पना, (२०७४) असार ११ गते कुराकानी ।
५.कुश्मी सागर, (२०७३।२०७४ स्थलगत अनुसन्धान ।
६.कुश्मी सागर, (२०७७।०७८ स्थलगत अनुसन्धान ।
सागर कुश्मी ‘संगत’
(लेखक कैलालीसे प्रकासित हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिकाके प्रकासक ओ सम्पादक हुइँट् ।)

कंचनपुरमे थारु साहित्यके इतिहास ः एक अध्ययन

सागर कुश्मी ‘संगत’

(लेखक कैलालीसे प्रकासित हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिकाके प्रकासक ओ सम्पादक हुइँट् ।)