चुल्हा पराइ आइट् कि नाइ

रेनुका चौधरी
९ असार २०७८, बुधबार
चुल्हा पराइ आइट् कि नाइ

गजल
गोबर फेंकाइ आइट् कि नाइ ?
चुल्हा पराइ आइट् कि नाइ ?

पक्की नै माटीक् घर बा मोर,
टुटल बनाइ आइट् कि नाइ ?

मैयाँ कैके किल नैहुइट् जिया,
छेगरी चर्हाइ आइट् कि नाइ ?

जानेपरठ मिलम् धान मकै कुटे,
ढेंकी कुटाइ आइट कि नाइ ?

मःमः पिजा खाके बरहल टँु,
सिन्की बनाइ आइट कि नाइ ?
रेनुका चौधरी
कैलारी–७ रतनपुर कैलाली

चुल्हा पराइ आइट् कि नाइ

रेनुका चौधरी