फागुन महिनक् सम्झना

शान्ती चौधरी
२४ असार २०७८, बिहीबार
फागुन महिनक् सम्झना

संस्मरण
फागुन महिनक् सम्झना
फागुनके २९ गते कैलाली जिल्लाके धनगढीमे रहल कैलाली जनपुस्तकालयके वाषिकोत्सव रहे । समारोहमे मैफें जैम कैह्के सोचले नैरहुँ । मनो फें मै उ समारोहमे जैना मौका पैनु । मै वहाँके कार्यक्रममे पुगटसम् एक बजके टिस मिनेट होगैल रहे । मै जब कार्यक्रमके हलमे पुगनु टे भिट्टर मनै बहुट ढेर रहिंट । मनमे एक मेरके डर फें लागल् । एकचोट्टे सोच्नु कहाँ आगैनु कहिके । मनो मनैफें बहुत ढेर रहंै । बैठ्नाफे ठाउँ नैरहे । सबसे पाछे बैठना ठाउँ रहे । टो उहैं बैठे गैनु ।

मोर पुगलक कुछ समयमे कार्यक्रम फेें सुरु होगैल । कार्यक्रमके संचालक उहे कैलाली पुस्तकालयके सचिव रहंै । कार्यक्रमके संचालक कलंै कार्यक्रम सुरु करे जैटी कार्यक्रम सुरु कैनासे आघे राष्ट्रिय गान बजाके सुरु कैबी कलंै टे हमरे अपन अपन ठाउँसे उठ्ली । सबजे उठ्ली राष्ट्रिय गान सुरु हुइल् । वहाँ टे तीनठो लौंडा उइने आइल रहिंट । ओस्टे राष्ट्रिय गान ओराके हमरे अपन अपन ठाउँमे बैठ्गैली । कार्यक्रमके संचालक कार्यक्रम आघे लैजाइ टहंै ।

ओस्टेक साहित्यकार हुँकरे बहुत दुर दुरसे आइल रहंै । केउँ साहित्यिक क्षेत्रसे, कोइ कविता टे कोइ काव्यके क्षेत्रसे टे कोइ सामाजिक क्षेत्रसे । ओस्टेक सक्कु क्षेत्रसे आइल रहंै । वार्षिक समारोहमे साहित्यिक क्षेत्रमे विसेस योगदान पुगाइल स्रस्टनहे सम्मान कैना कार्यक्रम रहे । मनो महिनफे खुसी लागल् । बहुट प्रतिभा रहल मनैनसे भेट्ना मौका पैनु । गजलकार, मुक्तककार, कवि, कोनो खन्ड काव्यमे रहे टे कोनो महाकाव्य केउ समाज सेवामे कैसिक लागल बटैं कना मेरके बात जन्ना अवसर मिलल् । कार्यक्रममे नेपालके एकठो डोहोरी गीत गैना मनैयाँ आइल रहंै । मनो दुइठो गानाफें गाके सुनैलंै । ओस्टके सम्मान कार्यक्रममे संचालक अतिथि हँुकन फुलमाला घलाके दोसल्ला ओर्हाके संगे सम्मान पत्रके साठ सम्मान कैलिन् । बिच्चे बिच्चे अतिथि हँुकनके मन्तव्य सुन्ना मौका मिलल् । मन्तव्यमे ओइने अपन जिवनकालमे कसिक यहाँसम पुगलैं । ओइनके जीवनीके बारेमसे बहुट कुछ सिख्ना मौका पैनु । महिन टे पटे नैरहे । कबिता कैसिक लिख्ना कहिकेफें जन्नु ।

ओस्टके सक्कु जाने अपन अपन कविता सुनैलंै । कन्चनपुरसे कवि हुँकरेफें आइल रहिंट । बहुट हँसैलैं । समाजसेवी ओइनेफें कैसिन मेरके समस्या आइट् । कैसिक हमरे सेवा डेहटी सक्कु बात बटैलंै । मै टे बहुट बात सिखना मौका पैनु । असिक सक्कुजे अपन अपन मन्तव्य ढारके सेकलै टे संचालकफें अपन कैलाली जनपुतकालयके छोट इतिहासके बारेम बटैलैं । सुदुरपश्चिम क्षेत्रके केन्द्र विन्दु धनगढीमे रहल् प्रादेशिक पुस्तकालयके रुपमे रहल यहे कैलाली जनपुस्तकालयके एकठो अपन लम्मा समयसे रहल इतिहास बोकले बा । कैलाली जनपुस्तकालय यहे क्षेत्रके शैक्षिक, साहित्यिक आउर सामाजिक उत्थानमे बहुत भारी योगदान डेटि आइल बा । सुदुरपश्चिीमके जो सबसे पुरान सामुदायिक पुस्तकालयके रुपमे चिन्हजाइठ् । कैलाली पुस्तकालयके स्थापना शिक्षाप्रमी, वुद्धिजिवि हुकनसे २०१० सालमे स्थापना हुइल हो । ओस्टेके कमलादेवि पुस्तकालय २०११ सालमे स्थापना हुइल रहे । जनता पुस्तकालय दुइठो पुस्ताकालय गाभके २०१४ सालमे श्रीपन्चमीके दिन एक्केठोमे जोरके बनैलंै । पुस्ताकालयहे हेर्ना हो कलेसे समाजके मेरुडन्ड आउर समाजके सामाजिक आउर ज्ञानके भन्डार हो । पुस्ताकालयहे एक ओरसे हेर्बो कलेसे सामाजिक चेतना, सामाजिक आउर ज्ञानके भन्डार हो ।

पुस्ताकालयहे सामाजिक चेतना, बौद्धिकता, आउर ज्ञानहे बहरैटी लैजिनाके संग समाजमे लावा लावा धारणाके सुरुवाट कैना संस्था ओइनके महत्वपुर्ण योगदान बटिन् । आझ कैलाली प्ुस्तकालय यहाँसम पुग्नाके खास कारण समाजमे रहल बौद्धिक, शिक्षक, साहित्यिक, सामाजिक क्षेत्रमे रहल व्यक्ति ओइनके महत्वपूर्ण भूमिका बटिन् ।

पुस्ताकालयके मुख्य उद्देश्य का बटिस कलेसे यहे क्षेत्रमे रहल शिक्षाप्रेमी पाठकहुँकन ढेरसे ढेर सुचनाके सामग्री संचालन कैके सेवा डेना हुइटिन । इ पुस्ताकालय अपन सेवा सुविधा बहुतसे बहुत समयके संगे अपनेहे परिवर्तन कैके पाठक ओइनके माग अनुसार आघे बर्हटा । विद्याके क्षेत्रमे हइल, भाषा हुइल, पत्रपत्रिका हुइल लगायट इन्टरनेटके सेवाफे प्रदान कैजाइठ । पुस्ताकालयमे हाल २०००० (बिस हजार ) सम, औरे भाषाके आउर विद्याके किताब, लगभग ६० सम औरे, औरे भाषाके स्थानीय आउर राष्ट्रिय, दैनिक, साप्ताहिक, मासिक, पत्रिकाके संग इमेल आउर इन्टरनेट समेटके सुविधा पुस्ताकालयमे मिलठ् । कैलाली पुस्ताकालयके अपन अलग्गे उद्देश्य बटिस् ।

लावा लावा आउर ढेरसे ढेर सुविधा कैके सेवा डेना ओस्टेक स्थानीय गाउँ समाजमे आउर आउर मेरके चेतनामुलक आउर प्रतिस्पधात्मक तालिम सीप आउर प्रशिक्षण डेना ओस्टेक अउरे, अउरे भाषाभाषी आउर समुदायमे रहल् साहित्यिक कृति संकलनन कैके ओइनहे उठैना ढेरसे ढेर कोसिस कैना पुस्ताकालयके एकठो सामाजिक आउर साहित्यिक संगह्रालयके रुपमे विकास कैना लक्ष्यके साठ बोकके नेंगटा । पुस्ताकालयके सेवासे कोनोफें मनैं जे साहित्यमे रुचीसे अपन अनेकौं प्रतिभा ढारे सेकना एकठो संग्रहालय हो । जेकर भिट्टर नुकल प्रतिभाहे अपन देशमे किल नै अउरे देशमेफें चिन्हाँइ सेकजैना एकठो ठाउँ हो । स्कुल पहर्ना विद्यार्थी ओइनके लागफें बहुट मजा ठाउँ हो । कैलाली जनपुस्ताकालयके अपने भवन बटिस् । अपन उदेश्य पुरा करक लाग ढेरसे ढेर कार्यक्रम कैटी आइल बा । पुस्ताकालयमे दैनिक हेरक लाग १०० ठोसम पाठक हुँकरे अइठैं । एकठो सामुदायिक पुस्ताकालय हुइलक् ओरसे लगटार रुपमे समाजमे रहल बरिष्ठ हँुकनसे संचालन कैगैल संस्था हो ।

ओकर संचालन आउर विकासमे सामाजिक व्यक्तित्व हुँकनके महत्वपुण योगदान बटिन् । इ संस्था समाजके मनैन छनौट कैके प्रबन्ध समिति हुँकनसे संचालन कैजाइठ । पुस्ताकालयमे आजीवन सदस्य होके काम कैना मनै ६३३ जे बटैं । कैलाली जनपुस्ताकालय एकठो विशिष्ट पहिचान रहल संस्थाके रुपमे अपन पहिचान आघे बरहैले बा ।
शान्ती चौधरी
धनगढी, कैलाली

फागुन महिनक् सम्झना

शान्ती चौधरी