किसान नेता राधाकृष्ण थारू

कृष्णराज सर्वहारी
२५ असार २०७८, शुक्रबार
किसान नेता राधाकृष्ण थारू

किसान नेता राधाकृष्ण थारू
राजनीतिहे कमाके खैना भाँरा बनैना टे टमान बटैं । मने राजनीतिमे निष्ठापूर्वक आजीवन लागके प्राण उत्सर्ग करना राजनेतनके कमी बा । बर्दियाके राधाकृष्ण थारु ओहेमध्ये एक रहिंट जो भूमिहीन किसान सुकुमवासीके अगुवा रहिंट् ।

२०१५ सालमे बर्दिया क्षेत्र नम्बर ६४ से प्रतिनिधि सभामे नेपाली काँगे्रससे सांसद बनल राधाकृष्णके उहाँक् भूमिहिनहे अधिकार डिलैनामे भारी योगदान बा । उ पाछे बीपी कोइराला उहाँहे मन्त्रीमण्डलके सदस्य बनैना प्रस्ताव करेबेर उहाँ परशुनाराण चौधरीहे सिफारिश करटी कले रहिंट्, ‘परशुबाबु पह्रल लिखल शिक्षित गे्रजुएट बटंै । मै सामान्य साक्षरसे उहाँ मन्त्री बन्ना उपयुक्त बा ।’ परशुनारायण शिक्षा मन्त्री तत्काल बनागिलंै फेन ।

परशुनारायण नेपाली काँगे्रसके महामन्त्रीसम रहिके पाछे पञ्चायत प्रवेश करके मन्त्री होके सुविधा भोगी राजनीतिमे लग्लैं । मने राधाकृष्ण थारु काँगे्रसके राजनीतिक लिकसे कबु टसमस नैहुइलैं । २०५३ साल अगहन २५ गते उहाँक निधन हुइल । टबसम उहाँ नेपाली काँगे्रस बर्दियाके जिल्ला सभापति रहिंट् । राजा महेन्द्र तत्कालीन लोकतान्त्रिक सरकारहे २०१७ पुस १ गते ‘कू’ करके निरकुंश पञ्चायती व्यवस्था करलैं । उ बेला राधाकृष्णके बर्दिया कोठरिया ओ रत्नापुर गाउँस्थित घर प्रशासन शील करल । पक्राउ पूर्जी जारी करल उहाँ सपरिवार भारत प्रवास हुइना बाध्य हुइलैं । पाछे वीपीके मेल नीति अन्तर्गत उहाँ २०२५ सालमे नेपाल अइलैं ।

उहाँक विगतमे राजनीतिक यात्रा हेरलेसे धार्मिक अभियानसे शुरुवात करल डेखाइठ । राणाकालमे सभा, भेला करे नैमिले । २००१ सालमे उहाँ बर्दियाके मैना पोखरमे थारु भक्त (शाकाहारी) हुकनके सम्मेलन करैलैं । सभामे अप्ने फेन शाकाहारी हुइल घोषणा करलैं । उहाँ रैती ओइनके नाउँमे जग्गा हुइपरना आवाज उठैलैं । २००३ सालमे उहाँ रैती ओइनसे सही छाप कराके उहाँहुकनके नाउँमे जग्गा हुइपरना कहिके बिन्तीपत्र चह्राइल श्री ३ पद्यमशमशेरके ठन काठमाडौं गैलैं । व्यवस्था विरोधी काँगे्रस रहल विरोधीहुक्रे बात लगाइल बाड डिठ्ठा भद्रमान चित्रकारके रक्तकालीस्थित घरमे पहुना होके बैठल उहाँहे आठपहरियाहुक्रे पक्राउ करलैं । उहाँ श्री ३ समक्ष बिन्ती चह्रैलैं हम्रे व्यवस्था विरोधी नैहुइटी । थारु रैतीहुँकनके वारेस भैया उहाँहुँकनके नाउँमे जग्गा जमिन हुइपरना कना बिन्ती चह्राइ आइल बटी । उहाँ छुटकारा पैलैं ।

राधाकृष्णसे चह्राइल बिन्तीपत्र काम करल । २००४ सालमे बर्दियामे दौडाहा टोली आपुगल टोली १३ हजार बिगहा जग्गा भूमिहिन रैतीहुँकनके नाउँमे करडेहल । मने, उहाँहुक्रे उ जग्गा एक वर्ष फेन मजासे उपभोग करे नैपैलैं । राधाकृष्ण थारु पुनः आन्दोलन चलैलैं । पाछे अधिकार सम्पन्न कमिशन बर्दियामे पठागिल । जोन २५ हजार बिगहा जग्गा भूमिहिनके नाउँमे करडेहल । ओकर बाड उहाँ जमिन्डारहँुकन विरुद्ध बेठबेगारी विरुद्धके अभिायानमे फेन लग्लैं ।

राणा शासन ढरकैना २००७ सालके सशस्त्र आन्दोलनमे उहाँक् अगुवाइमे बर्दियाके राजापुर ओ गुलरिया बजार कब्जा करल रहे । क्रान्तिकारीहुँक्रे बजार कब्जा करलबाड अध्यक्षतामे स्थानीय प्रशासन चलैना स्थानीय क्रान्तिकारी सरकारके रुपमे समिति समेत गठन करल रहे । राधाकृष्णके दुई भैया छावा पाछे सभासद् बन्लैं । २०५६ के प्रतिनिधि सभामे मंगलप्रसाद थारु काँगे्रससे सभासद् चुनल रहिंट् कलेसे औरे छावा गोविन्द थारु नेपाल सद्भावना पार्टी (आनन्ददेवी) से २०६३ मे आन्तरिक विधायक चुनल रहिंट् । अइसिक थारु समुदायमे एक घरके ३ जाने सदस्य सभासद् चुनल राधाकृष्ण परिवार किल हो ।

मेलमिलापके नीति पाछे स्वदेश लौटल राधाकृष्ण थारु अस्वस्थ रहिंट् । मने, ४ वर्ष लगातार प्रशासनमे तारेख बोक्लैं । पाछे कुछ संघरियनके सल्लाहमे २०२९ सालमे उपप्रधानपञ्चके उम्मेदारी डेहलओरसे उहाँहे प्रशासन दुःख डेहे छोरल । प्रशासनहे लागल राधाकृष्ण पञ्चायतके समर्थन करल, मने उहाँमे काँगे्रस बाहेक औरे राजनीति स्थान नैपाइल । २०१७ सालके ‘कू’ मे जफत करल दराज प्रशासनसे उहाँक छावा मंगलप्रसाद २०५६ मे सभासद् हुइलपाछे किल फिर्ता करल । औरे छावा गोविन्द थारुके अनुसार दराजभित्तर डाइक् भोजहा कपडा बाहेक औरे कुछ नैरहे । चालिसौँ वर्षसम प्रशासनके चौरमे ढारल लोहेक दराज खियागिल रहे । मने तर राधाकृष्णके परिवार दराज खोलके हेरे पैले नैरहे ।

राधाकृष्ण थारुके सम्मानमे बर्दियाके सदरमुकाम गुलरियाके मुख्य चोकहे राधाकृष्ण चोक नामाकरण करल बा । चोकमे उहाँक अर्धकदके शालिक फेन बनाइल बा । भूमिहीन विरुद्ध राधाकृष्ण आजीवन लरलैं । बर्दियामे भूमिहिन मुक्त कमैयाहुँक्रे अभिन फेन उहाँक शालिक घेरा डारके पुनस्र्थापनाके लाग धर्ना डेना बाध्य बटैं । उहाँक् नाउँमे राधाकृष्ण थारु जनसेवा केन्द्र संस्था समेत खोलल बा । संस्थाके अध्यक्ष दिनेशप्रसाद श्रेष्ठ राधाकृष्णके नाउँमे पार्क बनैना घोषण करलेसे फेन अभिनसम गर्भमे हेराइल बा ।
कृष्णराज सर्वहारी
लमही ५ छुट्कीघुम्ना डेउखर दाङ

किसान नेता राधाकृष्ण थारू

कृष्णराज सर्वहारी