बहादुरके देश

मानबहादुर चौधरी ‘पन्ना’
३ श्रावण २०७८, आईतवार
बहादुरके देश

कविता
बहादुरके देश

वीर पुर्खनके देश
वीर गोर्खालिन्के देश
वीर विराङ्गानाके देश
जित बहादुर, मान बहादुर, कृष्ण बहादुर,
वीर बहादुर, शेर बहादुर, राम बहादुर,
लोक बहादुर, ठोक बहादुर सारा बहादुरके देश
अत्रा ढेर बहादुर रटि रटि फेन
ओह फें बहादुरके कमि हुइलसक लागठ
सक्कु बहादुर हुक्र आफन घरबारम भुललसक लागठ
सब बहादुर हुँक्र देश परदेशम झुललसक लागठ
आफन छाइछावन्के भविष्यक लाग
आफन मेढारुक अंग्या, गोन्या फ्यारक लाग
बुह्राइल डाइबाबक् एकठो सिटामोल किनक लाग
सारा बहादुर हुँक्र प्रचण्ड घामम ढिक्टी बाट
जान ना जान परदेशम कामम खट्टी बाट
जान ना जान आनक भाषा सिक्टी बाट
आफन ज्यान दाउँम लगाक
भुख पियासम मुवटी बाट

यहर हेरी
बचल खुचल बहादुर हुक्रँ गाजा चरेसओर लागल बाट
डाइबाबन डम्कैटी, २२० ठेसे उपर ढिढिंर्या बाइक भुलल बाट
पुर्खनक पस्नाम धुवाँ उरैटी बाट
हुँक्र फें बहादुर हुइट
काखर कि यी बहादुरन्के देश हो
आफन रिटभाँट, आफन संस्कृति
आफन पहिचानके कुछ वास्ता नि हुटिन्
लौव पुस्ता हुँक्र पह्र पाख फें
ज्ञान, गरिमा पाख फें निंडाइल बाट
चारुओरसे सटावा पाख फें चिमाइल बाट
सक्कुओर्से प्रताडित हुइलम फें सुस्ताइल बाट
अधिकार हनन हुइल ब्यालाम फें अस्ताइल बाट
हिंक्र फें बहादुर हुइट ।

जुन जुन बहादुर सत्तासीन बाट
ज्वाँक असक ढुकुटीम लीन बाट
विकासके नाउँम, उपचारके नाउँम
कृषि अनुदान, पर्यटनके नाउँम
बिलार असक पट्के दाउँम बाट
देशक विकास नाही सब बहादुर खाउम बाट
जोहर हेरो
शासन, प्रशासनम भष्ट्र बहादुर केल बाट
ठेक्का पट्टाम छल बहादुर केल बाट
यी बहादुरनके काम हेरी
बिल भर्पाइम सडक पिच हुइट
हर काम सत्ता ओ भत्ताम केन्द्रित हुइट
इमान ओ स्वाझ बहादुरके कमि बा
सही ओ सक्षम बहादुरके अभावम देश रुइट ।

ओह मार
हमार समाजके सही नेतृत्व कर्ना बहादुरके खाँचो बा
देश बनैना बहादुरके खाँचो बा
हमार पहिचान बचैना बहादुरके खाँचो बा
हमार संस्कार बचैना बहादुरके खाँचो बा ।
हे मोर डाइ हुँक्र,
आप असिन बहादुर छावा जन्माडेउ
कि सारा दुनियक् र्वाग, भोक ओ शोक हटाए
गौतम बुद्धसक संसारभर शान्ति लान स्याक
हर गाउँ, हर सहरम शान्ति विकास लान स्याक
हमार देशक इज्जत प्रतिष्ठा बचाए स्याक
आफन साँध सिमानक रक्षा कर स्याक
बहादुरके देशम बहादुरके कमि ना ह्वाए ।

मानबहादुर चौधरी ‘पन्ना’
वीरेन्द्रनगर–२ लौबस्टा सुर्खेत

बहादुरके देश

मानबहादुर चौधरी ‘पन्ना’