एकजुट हुइ पर्ना बा कुछ कर्ना बा पहिचानके लग

संगम कुस्मी
१७ असार २०७८, बिहीबार
एकजुट हुइ पर्ना बा कुछ कर्ना बा पहिचानके लग

गजल
एकजुट हुइ पर्ना बा कुछ कर्ना बा पहिचानके लग ।
हाँठमे हाँठ मिलाके लागे पर्ना बा पहिचानके लग ।

हमार लग पहिचानसे भारी प्राण फेन नेहो यहाँ,
मरे परिटे परि यहाँ फेन मर्ना बा पहिचानके लग ।

हमार पुर्खन सजोक लगा लगाके ढैलंै आझसम,
माटी जोगाइक् लग आघे सर्ना बा पहिचानके लग ।

पुर्खनके रकट पसिनासे डहकारल भुमि हमार इ,
फुल्ना बा पहिचानके लग झर्ना बा पहिचानके लग ।

यि ज्यानसे फेन मैयाँ बा हम्रिहिन हमार माटी यहाँ,
जैसिन आँखर पहार फेन फोर्ना बा पहिचानके लग ।

थारु बस्ती बस्तीम सरकार कर्फ्यु लगाके हँस्टी रहल,
थारु पहारी मिल्के सद्भाव भर्ना बा पहिचानके लग ।
संगम कुस्मी
कैलारी गाउँपालिका ८ डख्खिन टेर्ही, कैलाली

एकजुट हुइ पर्ना बा कुछ कर्ना बा पहिचानके लग

संगम कुस्मी