चिरराइल प्यार

सन्जीव चौधरी
२३ असार २०७८, बुधबार
चिरराइल प्यार

गीतिकथा
चिरराइल प्यार

प्यार कना चिज कनि का हो पागल करडेहठ । दिन रात उहिन समझटी बिटठ् मोर जिन्गी । अस्टे अस्टे मोर जिबनके पल बा । आझ मै अपन संघारल यादहे खोल्नास लागल । उ मोर जिन्गीमे मोर छातीम् कुलबुलाके चलगैनै । बात हो, २०७४ बैसाख १ गतेके । सबजे घुमे चलगिल रहैं । मै घरहि रहँु । मोर डाइबाबा कनै छावा टै काहुँ नाइ जिठे । आझ टो टैं जा ना घुमे टोर संघरियान सब घुमे गिल आटंै । अट्ना बात डाइबाबनके मुहसे सुन्नु टो मै फेन चलडेठुँु घुमे । मै हटार हटार साइकल चलाइ टहँु । मोर पाछेसे फेन हटारमे रहैं काहुन । उ मोर टिर पुग्ठिन ।

उकिहिन मै हाइ कठँु । ओहोंरसे कनै हेल्लो । मै फेनसे पुछ्नु कहाँ जाइटो बरा हटारमे । उ कनै मै टीकापुर पार्क जाइटुँ । मोर संघरियन महिन छोरके चलगिनै । बरु टँु बटाउ कहाँ जाइटो । टुँ फेन बरा हटारमे । मै फेनसे कनु मै फेन टे टीकापुर पार्क जाइटुँ । मोरो सघरियन महिन छोरके चलगिल आटंै । फेनसे मै कनु आब अट्ठेंसे संगे जाब ना । उ कनै हाँ हाँ ठिके बा । महिन खुशी लागठ् संघरिया मिल गिनै कैह्के । बस बात कर्टि हम्रे जाइ लगठी । टब मै फेनसे पुछ्नु टोहाँर नाम काहो कैह्के ? उ अपन गुलाबी ओठसे मुस्कुरैटि कनै मोर नाउँ संजिता हो । टोहाँर जे ? मोर नाउँ सन्जीव हो । उ कनै टोहाँर नाउँ बरा सुग्घुर बा । मै कठँ,ु ए हो का ? मन परल । उ कठैं हाँ । टब मारे टो बहुत हेन्सम डेखाइटो टुँ । हम्रे अस्टे अस्टे बात कर्टि पुगजिठी टीकापुर पार्क । साइकल ढारे जिठी एक घर । हम्रे साइकल ढारढुरके चलजिठी टिकट कटाइ ।

हम्रे डुनु जे पार्कक् भिट्टर चलजिठी । उ कनै मोर संघरियन खोजा डेउ ना ? मै कनु ठिके बा कैह्के । हम्रे अपन अपन संघरियन खोजे लगठी । अट्ना भिर रहट टीकापुर पार्क । हम्रे अपन अपन संघरियन नाइ भेटा पैठि । फोन फेन नाइ लागठ । जब फोन करी टो बेस्ट बेस्ट मोबाइल बटाए । हम्रे खोजके मिछ्छाइ जिठी । एक ठाउँ बैठ जिठी । हमारे मिठमिठ बाट् कर्टि कब समय बिटल पटा नाइ चलल् । हमार साझ हुइ लागठ । उ कठिन साँझ हुइटा आब जाइ ना । मै कठँु एकघची आउर बात करि का । उ फेनसे कठिन नाइ आब साँझ हुइ जाइ का । मै कठँु ठिक बा जाइ टो ।

हम्रे पार्कसे निकरजिठी । साइकल लेहे जिठी । हुकाँर साइकल पिन्चर रठिन । साइकल बनैना डुकान खोज्ठँु । वहाँ साइकल बनैना डुकान नाइ रहठ । वहाँ हमार घर जिना साँझ हुइटि रहठ । हम्रे एकचुटी आघे आके अटोमे बैठ्ठी । कुछघचि रहिके लुक्लीपुर गाउँ पुग्ठी । साइकल बनैना डुकान पुग्ठी ओ साइकल बनाइ कठी । एकघची रहिके साइकल बनठ् ओ हम्रे उहाँसे निकर्ठी । हमार करिब ७ ओहैं बजजाइठ् । हमरे जोर जोरसे साइकल चलइठि । टब कुछ समयमे हम्रे हुँकार गाउँ पुग्ठी । बजगिल रहठ् सार्हे सात । उ कठैं मै अपन गाउँ पुग्गिनु । टुँ मजासे जिहो ना । मै कठु हाँ हाँ । उ फेनसे कठैं टोहाँर बरा साँझ होगिल बा । मै कठँु मोर चिन्ता ना कर्हो । बरु अपन नम्बर डेउ ना । मै पुगम टो घरे फोन करम । उ कठैं ठिक बा । मोर मोबाइल लेठी ओ अपन नम्बर डबा डेठी । मै टब जाके उहाँ से नेंगडेठुँु । उहाँसे एक्केली हुइजिठँु । साझ आउर हुइटि जाइठ् । मै आउर जोर जोर साइकल चलैठुँ ।

मोर घरसे फोन आइट कहाँ पुग्ले कैह्के । मै कठँु पुग्गिनु । अट्ना बात कठँु ओ मै फोन काट्डेठुँ । एकघचि रहिके मै घरे पुग्जिठँु । मै हटारमे उहिन फोन कर्ठंु । मै घरे पुग्गिनु कैह्के । बस फोन ढारडेठँु । कुछ दिन बात हमार स्कुल चालु हुइठ् । हम्रे स्कुल जाइ लगठी । उ दश कलासमे पहर्ना मै फेन दश मे पहरुँ । मनो उ टीकापुरमे पर्ही । मै अपन गाउँमे पहुृँ । हम्रे जट्ना दुर रलेसे फेन फोनसे डेली बात होए । मै उहिन मन पराइ लागल रहुँ । मने मै हुँकारठें काहे नाइ सेकुँ । उ फेन महिन मन पराइ लागल रही काहुन । हम्रे दुर रलेसे फेन फोनसे एकदम लग्गे हुइगिल रहि । कबु फोनसे टे कबु एसएमएससे टे कबु फेसबुकसे । हम्रे रोज दिन बात करी । हमार कब समय बिटे पत्ता नाइ चले । एक दिन उ महिन अपन गाउँ बलैलिन डसियामे नाच हेरे । मै कनु ठिक बा जिबुँ निका । बस मै हुँकार गाउँ जिठँु डसियामे नाच हेरे । मै रात भर नाच हेरठुँ । डोसर बिहानके जिठि हुँकार गाउँ घुमे । हम्रे गाउँ घुम्टि रठि । उ महिनसे पुछ्ठी हमार गाउँ कसिन लागल टो ? मै कठुँ बहुत मजा लागल । टोहाँर प्यारा गाउँ । महिन बहुत मन परल सुन्दर गाउँ ।

मै कलुवा ओल्वा खाके आइ लगठँु । उ महिन पठाइ रोडसम अइठी । फेनसे उ महिन कठैं आब टुँ अट्ठेंसे जाउ ना, मोर घरे काम बा ? मै कठुँ ठिक बा उ महिन पठाके जाइ लग्ठी डुनु हाँठ हिलैटि बाइबाइ कहटि, मजा से जिहो ना कठि । मै ठिक बा कठँु । कुछ दिन बाड माघफे आइट् । मै उहिन फोन करठुँ पुछ्ठँु माघ लहाइ कहाँ जिबो टुँ ? उ कठंै खै कहाँ जिना हो पत्ता नाइ हो । मै कठँु चोलो ना मोर संग बाँरी लहाइ । मोर संघरियन कोइ नाइ जाइठो कैह्के । उ बरा बेर सोच्नै, फेनसे मै कठँु का सोच्टो हाँ या नाइ कैहिडेउ ना । उ कनै जिम । महिन बहुत खुशी लागल । डोसर दिन हम्रे माघ लहाइ जिठि बाँरी लडियामे । हम्रे लहालुहाके पुजा करे जिठि । माघेक् लहाके माँगल चिज पुरा हुइट् कैह्के । पुर्खनके कहाइ बा । मै भगवानसे डुनु हाँठ जोरके प्राथना कर्ठी । हे भगवान हमार जोरी सदासदाके लाग बना दडहो भगवान कटि रठँु । हम्रे पुजा कर्के आइ जिठि । हम्रे डग्री डग्री बात कर्टि अइठी । मै कठँु संजिता जि आझ भगवानसे का मंग्लो जे ? उ कठि अपन माँगल चिज बटैबो टो पुरा हुइठ् । बरु टुँ बटाउ ना भगवानसे का मंग्लो । खै मै फेन बटाउँ कि नाइ बटाउँ । साइट मोर फेन पुरा नाइ हुइ टो ? काहे नाइ हुइ । बटाउँ ना पिलिज सन्जीव । अट्ना जिद्दी कर्टो टो मै बटाइटुँ । मने टुँ रिसाइ नाइ परी । उ कठि काहे रिसैम ना बटाउ का ? मै भगवानसे टुहिन मँग्नु संजिता । उ कठि ढरफाटौहा । फेनसे मै कठुँ जत्तिके हो का । टुँ मनो या ना मानो मै भगवानसे टुहिन मँग्नु ।

हम्रे एक ठाउँ बैठजिठी । बात कर्ठी, मै कठँु संजिताहे टुहिन बहुत मन परैठँु संजिता । टुँ बटाउ ना महिन मन परैठो कि नाइ ? उ कठि मै टुहिन यि नजरसे नाइ हेरठुँ । मै टो टुहिन एक्ठो संघरियक नजरसे किल हेरठुँ सन्जीव । ओसिन नाइ सोच्ले हुँ मै । फेनसे मै कठँु । मै टुहिन बहुट मन परैठँु संजिता । मै ओसिन लांैरा नाइ हुँ । बिज डगरीम् जाके छोरडेना । मै जट्ना लफंगा जैसिन घुम्लेसे फेन टोहाँरमे कमी कुछ आइ नाइ डेम । आइ लव यू संजिता । अगर मोर मैयाँमे विश्वास नाइ हो टो मै जाइटुँ । मै ओट्ठेसे जाइ लगठुँ । उ मोर हाँठ पकर्टि सन्जीव मै असिन कबु नाइ सोचल रहुँ कि टँु मोर बने नाइ पैबो कैह्के । मनो टुँ फेन टो मोर मन जिट्लेले आटो । मै फेन टो टुहिन मन पराइ लागल बटुँ । आइ लव यू सन्जीव । मै फेन टे टोहाँर मुहसे यिहे शब्द सुन्ना चाहटहुँ । बरा लेट कर्लो टुँ । मै फेनसे कठँु डुनु पँजार आगी लागल रहे ना । अट्ठें डहोइना हस् ।

टबसे आउर हमार मैयाँ बरहे लागठ । कुछ दिन बाड हमार स्कुलसे बिदा हुइजाइठ् एसएलसीके तयारी कर्ना । मै टीकापुर डेरा ढार्के ट्युसन पहरे चलजिठँु । फेन साेंच्ठँु कोन ट्युसन सेन्टरमे जिना हो । सब जाने मोर सक्कु संघरियन ट्युसन सेन्टरमे जाब कठैं ओ मै फेन ट्युसन सेन्टरमे फोम लगैठँु । हम्रे डोसर दिनसे ट्युसन जिठि । मै संजिताहे फोन कर्ठंु कहाँ आटो कैह्के ? उ कनै मै घर आटुँ । टुँ जे कहाँ आटो ? मै टीकापुर आटुँ कठँु । मोर स्कुलसे बिदा होगिल । बस टीकापुर ट्युसन पहरे आइल आटुँ । उ कठैं कोन ट्युसन सेन्टरमे पहर्ठो जे । मै फेनसे कठुँ टिटिसी मे । टुँ ट्युसन पहर्ठो कि नाइ जे ? उ कठि अभिन नाइ जिठँु । पाछे जिम हमार स्कुलमे कोचिग हुइठ् मै ओहैं पहरठुँ । मने कुछ दिन पाछेसे जिम ट्युसन । मै कठुँ ठिक बा । हम्रे बात अस्टे अस्टे कर्टी फोन ढारडेठी । कुछ दिन बाड उ फेनसे हमारे ट्युसनमे पहरे अइठी । महिन बहुत खुशी लाग । काहे कि मोर संजिता अइनै कैह्के । हम्रे संगे जिना संगे अइना कर्टि रहि ।

एकदिन संजिता महिन कनै हमरे टीकापुर पार्क जाइटी संघरियन संग । मै कनु हो का जाउ जाउ कनु ? उ कनै कोइ आइ टे आइ सेकि ? डोसर बिहान ट्युसन पहरके छुट्टी हुइठ् । ओइने टीकापुर पार्क चल जिठैं । मै अपन कोठा आजिठँु । मै खाना ओना खाके मोबाइल हेर्ठुं टे मेसेज आइल रहठ । मोर संजिताके आइ एम लोन (बरा बोर लागठ) फेनसे मोर जिउ नाइ मानठ मै टीकापुर पार्क चलजिठँु । मोर संजिता एक्केली चौरमे बैठल रठि । मै हुँकार टिर पुग्ठँु टो हाइ कठँु । उ कठैं नाइ अइना मनैन काहे आइक परल । मै कठँु मोर जिउ नाइ मानल । उ कठैं आब मोर जिउ नाइ मानि टो ? टब फेन से मै कठँु निडाइल रबो टे लैजिम जगाके, लैजिम कोनुम् उठाके । उ कठि कसिक लैजिबो ? मै कठुँ टुँ निडाइल रबो टो लैजिम जगाके, लैजिम लपसे कोनुम् उठाके टुहिन हुइटो मोर प्यारी ।

कुछ हप्ता रहिके हमार एसएलसी के परिक्षा आजाइठ् । हमरे परिक्षा डेहे जिठी । महिन बरा सोंच लागे पास हुइम कि नाइ कैह्के । मै भगवानसे डुनु हाँठ जोरके प्राथना कर्टी रहुँ । हे भगवान महिन ओ मोर संजिताहे पास करडेहो कैह्के । अस्टे बात कर्टी भगवान टिर रठुँ । कुछ दिन हमार परिक्षा फेन ओरा जाइठ् । बस् खाली समयमे कर्ना हो कैह्के सोच्ठँु । फेनसे संजितासे पुछठँु टँु का कर्बो खाली समयमे ? उ कठैं मै कम्प्युटर सिखम् कैह्के सोचटँु । टुँ जे ? मै फेन कम्प्युटर सिखम कहठुँ । उ कनै हमार एकके सोचाइ बा ना । मै कनु हाँ, टबे टो एक डोसरके मनक बात बुझ्ठी जे । उ कठि सिख्ना टो सिख्नामे कहाँ जिना हो सिखे ? मै कठँु ट्युसनमे पहर्ली कम्प्युटर फेन ओमहे जाइ ना । उ कठि ठिक बा ।

हमरे डुनु जाने फोम बुझाके डोस दिनसे कम्प्युटर सिखे जइठी । हमरे संगे अइना संगे जिना कर्टि रहि । एकदिन हमहन संगे नेगट डेख लेठिन हुँकार भौजी । हुँकार डाडक् टिर बटा डेठैं । खोबसे गारी पैठी काहुन अपन डाडासे । डोसर बिहान महिन फोन करठी उ रोइटी बोले लगठि । सन्जीव महिन भगाके लैजाउ । महिन जहाँ टुँ ओ मै किल रहब कैह्के । मै कठँु का हुइल टोहाँर असिन बात कर्टो टुँ ? उ कठि टँु ओ मै संगे घुम संगे नेगल मोर भौजी डेख्लेनै । मोर डाडाक्ठें बटा डेनै ओ मोर डाडा महिन खोबसे गरियाइल । चलजा ओहे लांैरक् संगे । कहटि नाइ मजासे गरियाइल । मोर डाइबाबा फेन बटा डेनै । फेनसे मै संजिताहे सम्झैटी कहे लगठँु । संजिता अपन छाइछावा मजा रहैं कैह्के सपना रठिन । अब्बिहि भोज कर्ना हमार उमेर नैहो । हम्रे पहर्ली लिख्ली टब भोज करब टो नाइ बनी । उ कठि ठिक बा बटैटी उहिन सम्झैटी रठँु । उ कठि मने महिन हली लैजिहो सन्जीव । उ फोन ढारडेठैं । कुछ दिन पाछे हमार रिजल्ट आइठ् । हम्रे डुनु जाने मजा अंकसे पास हुइल रठि ।

मै बहुत खुशी रठुँ । मोर मेहेनत खेरा नाइ गिल । पहर्ना के चक्करमे हम्रे मैयाँ कर्ली । मने कोनो असर नाइ आइल । मै संजिताहे भेटे बलैठुँ । उ महिनसे भेट करे अइठी । मै पुछ्ठुँ कोन कलेजमे पहरबो जे टुँ ? उ कठि पत्ता नाइ हो । काहे कि उ महिनसे दुर हुइना चाहा टहि । महिनसे बोलनास फेन नाइ लागिन । उ कठि आब जाइ ना मोर घरे काम बा कैह्के । मै कठँु ठिक बा नाइ बात कर्बो टो जाउ । उ चल जिठि अपन घरे । हम्रे डेली बात कर्ना मनै हमार ३÷४ दिन होजाइट बात नाइ करट । मै संजितासे फोन कर्ठंु उ नाइ उठैठिन । महिन कसिन कसिन लागे लागठ ।

कुछ दिन पाछे हुँकार संघरियक मुहसे सुन्ठँु संजिताके हेरुइया आइल रहिन काहँु । मै अट्ना बात हँुकार संघरियक मुहसे सन्ठु टो महिन पहारेक् टिप्पम् मनसे गिरे हस् लागठ । मै संजिताहे तुरुन्तै फोन कर्ठंु । मै का सुन्टँु सहि हो संजिता ? हाँ टुँ ज्या सुन्लो हाँ सहि हो । मोर घरेक् मनैन मोर अन्ते मंग्नी करडेनै । सेकबो टो टुँ महिन बिस्राजिहो । अट्ना बात सुन्ठँु टो महिन पहारेक् उप्परसे गिरे हस् लागठ । कट्ना असानीसे कलिन महिन टँु बिस्राजिहो कैह्के । मै कसिक बिस्रैम ना मै कसिक बिस्रैम ना टोहाँर संगे उ घुमल ठाउँ, उ मन्दिरमे कसम खाइल । टुँ अट्ना असानीसे कैडेलो, नाइनाइ संजिता का मोर मैयाँमे विश्वास नाइ लागल । अपन डाइबाबक रोजल डुल्हाहे मन परैलो । मोर संगे बाचा कसम खाइल सब विस्रागिलो । काहे महिन मजा मनैन बनैलो टुा । मोर जिन्गीमे अइनै रहे टो । .

कुछ दिन बाड हुँकार भोज हुइजिठिन । अपन डाइबाबनके रोजल लौंरा संगे । ठिक बा संजिता टुहिन अपन बनाइ नैसेक्नु । मोर भाग्य नाइ रहल हुइ टुहिन पैना मोर । टबे टो टुँ मोर बने नाइ पैलो । ठिक बा संजिता महिन ढोखा डेलो टो डेलो । मने आब मजासे रहोहो । मै फेन लावा जिन्गीक सुरुवात करम । गिति कथा ओराइल ।
सन्जीव चौधरी
टीकापुर नगरपालिका–९ झुँगा कैलाली

चिरराइल प्यार

सन्जीव चौधरी