काहे नैहुइसेकल भौंरा टप्पा के विकास ?

सिताराम थारू
२५ श्रावण २०७८, सोमबार
काहे नैहुइसेकल भौंरा टप्पा के विकास ?

काहे नैहुइसेकल भौंरा टप्पा के विकास ?

कर्णालीके दुईठो भंगालोके बिचम एकदम संबेदनशील अवस्थम रहल टापुहन पैल्ह भौंरा टप्पा, आब राजापुर कैक चिन्हजाइट् । थारू जातिनके बाहुल्यता रहल यी क्षेत्र साँस्कृतिक हिसाबले एकदम धनी लेकिन आर्थिक ओ राजनीतिक हिसाबले पाछ पारगिल बा । क्षेत्रफलके अनुपातम नेपालके सब्से ध्यार थारू जाति बसोबास करल क्षेत्र विकासके दृष्टिकोण रुपम हेरलसे राज्यसे ठागल बिलगाइट । यी क्षेत्रम ८५ प्रतिशतसे ध्यार थारू जाति बसोबास कर्ठ । ६ ठो गा.वि.स. हन जोड्के एक्ठो नगरपालिका बनागिल बा कलसे ५ ठो गा.वि.स. हन पुराने ढैगील बा ।

द्वन्द्वकालम बहुट दुख्ख झेल्लक यहाँक् जनता देश गणतन्त्रम चहुर स्याकलम फें आझ कौनो किसिमके परिवर्तन नैहुइल हो । यिह क्षेत्र भिट्टर एकदम पुरान राजापुर बजार फें अवस्थित बा । ऐतिहासिक दृष्टिकोणसे ह्यारबेर यी बजार एकदम पुरान रलसे फें भौतिक संरचना ओ पूर्वाधारके हिसाबसे खासै कौनो परिवर्तन नैडेखगिल हो । हमार पूर्खनके कहाइ अनुसार पैल्ह पैल्ह दाङ्ग, सुर्खेत, दैलेख ओ पहाडी जिल्ला ओरसे पैडर सामान खरीद कर उहाँक् जनता राजापुर बजार आइट मने विडम्बना अत्रा पुरान इतिहास बोकल बजार कौनो परिवर्तन निहुइल हो । यिह लग्घु टीकापुरके बजार विस्तारम ध्यारनक परिवर्तन होस्यकल बा लेकिन राजापुर बजार आझ फें उह हालत म जहाँके ओहैं बा । यहाँ विकास निहुइना कारण बुँदागत रुपमे उल्लेख कैजाइटा ।

१. अस्थाइ बसोबास
राजापुर बजार विकास निहुइना मुख्य कारण अस्थाई बसोबास हो । ९९ प्रतिशत बजार भिट्टरके ब्यापारी लालपूर्जाविहिन बाट । अत्रा लम्मा सम बसाइ कैस्याकलम फें उहाँक स्थानीयबासी लालपूर्जा पाइ निसेकल हुइ ट । हरेक चुनावम लालपूर्जाके विषयहन उहाँक जनतनके भोट लुट्ना प्रमुख एजेण्डा बना जाइठ । मने आझसम नेतन्के आश्वासन आश्वासनम केल सीमित बा । लालपूर्जा नैहुइलक कारणले यहाँक ब्यापारी अस्थाई रुपम घर बनाइ ओ खुल्के ब्यापार ब्यवसाय कर नैसेक्ठुइँट् । ज्याकर कारण उहाँहुक्र ध्यार से ध्यार अवसर गुमाइक् परटिन ।


२. एकलौटी जग्गा जमिन
राजापुर बजार क्षेत्रके आसपासम एक्क मनैक नाउँम ध्यारनक जग्गा जमिन हुइना फें विकासके बाधक हो । ध्यार जग्गा जमिन एक्क मनैयाँ ठुप्रल, चिमचाम बैठलक् ओरसे बजार विस्तारम समस्या डेखगिल बा । सरकार बजार विस्तारके लाग कोनो योजना बनाइ नैसेक्ना ओ उहाँक् स्थानीय हुँक्र सहयोग कर नैसेक्ना कमजोरी के कारण बजार विस्तार नैहुइ सेक्लक हो ।


३. घुम्वा ब्यापारीक बर्चस्व
राजापुर बजार घुम्वाँ ब्यापारीनके हाँठम् परल कारणसे बजार विस्तार ओ विकास नैहुइना और ड्वासर कारण हो । थारूहुँक्रे ब्यापार ब्यवसायम कमजोर हुइलक् कारणसे हिकहनके कमजोरीक फाइदा उठैटी भारतीय मूलका ब्यापारी यहाँक जनतनके सम्पत्ति जम्मा कर्टी सक्कु भारतम लगानी कर्ना ओ स्थाइ रुपम उहँरी घर बनाके बैठ्ना हुइलक ओरसे राजापुर बजारके मुहार नैफेरल । सरकार अपन मूलके ब्यापारीन स्थायी रुपम स्थापित कर नैसेक्ना नैबरवार कमजोरी हो ।


४. पूर्वाधारके अभाव
कौनो ठाउँके विकास नैहुइना पूर्वधारके अभाव हो । अब्बासम ११ गा.वि.स.के यातायातके सुविधा हेरलसे एकदम स्वाग लग्टीक बा । राजापुर बजार भिट्टर २ सय मिटर पक्की बाहेक कहुँ पक्की सडक नैहो । पुल ट बनल, मने सडकके अभावके कारण यहाँ कौनो मेरके अवसर सिर्जना नैहुइट् । बैंक, वित्तिय संस्था, गैर सरकारी संस्था, ब्यापारीक संस्था पूर्वाधारके अभावके कारण लगानी कर डराइल अवस्था बा । शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात लगायत टमान पूर्वाधारके विकास विना कौनो फें विकास ओ अवसर सिर्जना हुइना असम्भव बा ।


५. कृषि ओ सरकारी संयन्त्रक पहुँचम कमी
यी क्षेत्रक ८० प्रतिशतसे ध्यार थारू जनता कृषि पेशाम आबद्ध बाट । अब्बाके सरकारी बजेट हेरबेर कृषि पेशामे ध्यारनक अनुदान लगानी करलसे फें असली कृषक सामु नैपुगल अवस्था बा । आधुनिक कृषि प्रणालीके अभाव बा । कृषकहुँक्रे अप्नह किन्क फें सहि समयम मलखाद पाइ नैसेक्ठ कलसे और एक्ठो बरवार समस्या कलक अपन उब्जाइल अन्नके सहि मूल्य पाइ नैसेक्ल हुइट । ५० वर्ष आघे किसानन्के जीवनस्तर ओ अब्बाके किसानन्के जीवनस्तरम खासै कौनो परिवर्तन आइल निहुटिन । अब्बा ओइनके जीवनस्तरहन मूल्याङ्कन करबेर एक्ठो सरकारी खरदारके आम्दानी ओ ५ बिघाम घरभरीक मनै दिनरात खटल बराबरके आम्दानी कृषकहुँक्रे कर्ना धौधौ बाटिन । जहाँ ८५ प्रतिशत थारूके १ प्रतिशत फें सरकारी संयन्त्रमे पहँुच निहो । यी सक्कुके प्रभाव उहाँके समाज ओ क्षेत्रहन परल बा ।


६. इमान्दार नेतन्के अभाव
नेता बदलगिल, नेतन्के जीवनस्तर बदलगिलिन लेकिन राजापुर बजारके मुहार नैबदलल् । यी ठाउँहन स्वानक् चिरैयाँ बनुइयाँ ध्यार नेता आके स्वाझ जनतन उल्लु बनाके गिल, स्वाझ जनता स्वानक् चिरैयाँ कब आइ ओ स्वानक अण्डा पारी कैक झुठ सपनक् आसम कैयौं पुस्टा बिटैल । नेता ट ध्यारनक जन्मल, लेकिन सब टुरिष्ट स्वार्थी नेता होके जन्मल । जबसम एक सच्चा इमान्दार नेताके जन्म निहुइ, टबसम यहाँके जनताके सपना कब्बु नी पूरा हुइ ।
अन्तिमम, विकास अप्नह नैहुइट । विकास हुइक लाग स्वंयम म अप्नह फें आघ सर परठ । सायद जत्रा दोषी हम्रे नेतन् डेखटी, ओत्रह दोषी हम्रे जनता फें बाटी । आखिर हमार बनाइल नेता ट हुइ ट । भविष्यम अप्ने चुन्ना नेता साेंच विचार कैक चुन परल । और ड्वासर महत्वपूर्ण बात जौन उप्परके कमजोरी कसिक सुधर्ना कना बाट बा, यकर बारेम गहन छलफल, बहस कैक ठोस निकास निकारी । भौंरा टप्पा (राजापुर) लौव नेपालके सुरुवात खोजटा ।
सिताराम थारू
लेखक बर्दियाली थारू विकास मंच काठमाडौके अध्यक्ष हुइँट् ।

काहे नैहुइसेकल भौंरा टप्पा के विकास ?

सिताराम थारू

लेखक बर्दियाली थारू विकास मंच काठमाडौके अध्यक्ष हुइँट् ।