कैलाली जिल्लक् पर्यटकीय क्षेत्रके संक्षिप्त परिचय

सागर कुश्मी
३२ श्रावण २०७८, सोमबार
कैलाली जिल्लक् पर्यटकीय क्षेत्रके संक्षिप्त परिचय

कैलाली जिल्लक् पर्यटकीय क्षेत्रके संक्षिप्त परिचय

नेपालीके सुन्दर भु–भागमे चिन्हजैना सुदुरपश्चिमके सेती अंचलमे रहल कैलाली समथर भुभाग हुइलेक् ओरसे अन्नभण्डारके जिल्लाके रुपमे परिचित बा । यहाँक् ९० प्रतिशत सिमाना पानीसे छुट्याइल ओरसे यी जिल्ला ३ हजार २ सय ३५ वर्गकिलोमिटर क्षेत्रफलमे फैलल बा । समुन्द्र सतहसे १०९ मिटरसे १९५० मिटरसम उचाईमे बा ।

जनगण्ना वर्ष २०६८ के अनुसार यहाँक् कुलजनसंख्या (३,७८,४१७ पुरुष ओ ३,९७,२९२ महिला) ७,७५,७०९ बा । बार्षिक जनसंख्या वृद्धिदर ३.९३ ओ साक्षरता दर ५२.०६ बा । यहाँक् मनैनके प्रतिव्याक्ति आय रु.६८२४ ओ औषत आयु ५३ वर्ष बा । नयाँ संविधानमे करल व्यवस्थानुसार प्रदेश नम्बर ७ मे पर्ना यी जिल्लाके सदरमुकाम धनगढी हो । यी मोहना लडियाके लग्गे बा । प्रशासनिक हिसाबसे यी जिल्लामे १३ ठो स्थानिय निकाय बा । जेम्ने १ ठो उपमहानगरपालिका, ६ ठो नगरपालिका ओ ६ ठो गाउँपालिका बा ।

सुदुरपश्चिमके प्रमुख शैक्षिक तथा व्यापारीक् केन्द्रके रुपमे रहल यी जिल्ला प्राकृतिक ओ मानव निर्मित सम्पदाके लजरसे फेन प्रख्यात बा । नेपालके लम्मा लडिया कर्णाली ओ औहे लडियामे बनल दुई खम्भाके पुल सुदुरपुश्चिमहे काठमाडौंसे ओ तराईके अन्य जिल्लासे जोर्ना मुख्य प्रवेशद्धार हो । विश्व रामसार सुचिकृत घोरीघोरा टलुवा ओ अन्य छोटबर कैके १९३ ताल तलैया ओ टीकापुरमे बनल टीकापुर उद्यान यहाँके मुख्य आकर्षण हो ।

भौगोलिक अवस्था
कैलाली जिल्लाके पुरुबओर कर्णाली लडिया, बर्दिया ओ सुर्खेत जिल्ला परठ । पस्छिउँओर कंचनपुर ओ डडेलधुरा जिल्ला परठ । ओस्टके उत्तरओर डोटी, डडेलधुरा ओ सुर्खेत जिल्ला परठ कलेस डख्खिनओर भारतके उत्तर प्रदेश (लखिमपुर खिरी) परठ । कैलाली जिल्लाके क्षेत्रफल ३२३५ वर्ग किलोमिटर बा । जेम्ने ४०.३ प्रतिशत पहार ओ ५९.७ प्रतिशत तराई अगोट्ले बा ।

नदीनाला
कैलाली जिल्ला फेन लडिया, खोल्हुवासे भरल जिल्ला हो । यहाँके मुख्य लडिया कलक् कर्णाली लडिया, खुटिया लडिया, पठरहिया लडिया, शिवगंगा लडिया, गौरीगंगा लडिया, मोहना लडिया, कटैनी लडिया, काँह लडिया, कनरी लडिया, काँह लडिया, कनरी लडिया, गुलरा लडिया, गोदावरी लडिया, काँर्हा लडिया, कन्ड्रा लडिया ओ लिक्मा लडिया हुइँट । यहाँ अभिन छोटछोट लडिया बहुट बा ।

ताल
कैलाली फेन ताल टलैयासे भरिभराउ जिल्ला हो । यहाँ विश्व रामसारमे सुचिकृत ताल घोरीघोरा टलुवा, बेहराबाबा टलुवा, कुइलहुव टलुवा, चमरहिया टलुवा, पुरैना टलुवा, जोगनिया टलुवा, जोखर टलुवा, लैकहुवा भौकहुवा टलुवा, लगायत यहाँ एक सयसे ढेर टलुवा बा । बहुटसे टलुवामे मच्छी पालन व्यापार कैके स्थानिय युवा स्वरोजगार समेत हुइल बटैँ ।

कर्णाली पुल
नेपालके सबसे लम्मा लडिया सुदुरपश्चिमके प्रदेशद्धार कर्णाली चिसापानीमे बनल कर्णाली पुल जोन दुइठो खम्बामे ठर्याइल बा । यी पुलके लम्वाई ५ सय मिटर ओ चौडाइ १४ मिटर बा । यी पुल जापान सरकारके सहयोगमे सन् १९९४(२०५२) मे बनल हो । लडिया स्वादिष्ट मच्छी ओ प्याफ्टिंगके लाग उपयक्त मानजाइठ् । यी लडिया ओ पुल के दृश्य डेख्के एक पर्यटकीय स्थल बनल बा । यहाँ दैनिक सयौँ पर्यटक लोग अइठंै ।

टीकापुर पार्क
टीकापुर पार्क फेन एक पर्यटकीय ठाउँ हो । स्वीट्जरलण्डके टक्साल शहरके नक्सा अनुसार रेखाङ्कन करल टीकापुर नगरपालिकामे रहल यी पार्क १६ बिगाहमे फैलल बा । यहाँ प्रकारके गुलाब ओ टमान प्रजातिके बोटबिरुवा मिलठ् । यी पार्क चुक्की खाइक् लाग आन्तरिक पर्यटक लोगनके खास रोजाइमे परल बा । वि.स.२०२८ सालमे तत्कालिन राजा महेन्द्र एहैँसे एक महिना नेपालके राजकाज चलाइल इतिहाससे यहाँक् गरिमा बर्हल बा । यी पार्क लम्की बजारसे डख्खिन १५ किलोमिटरके दुरीमे परठ् ।
स्व. राजा महेन्द्र सिकार खेले आइल बेला अचानक मुटुके व्यथा लागल ओरसे चिकित्सक लोगनके सल्लाह बमोजिम टीकापुर उद्यानमे विश्रामके लाग महेन्द्र विश्राम २०३१ सालमे कैलैं । ओहे गृह संगे २०४२ साल स्व.राजा वीरेनद्र फेन वीरेन्द्र वाटिका बनैले रहिंट । जौन अभिन फेन डेखे सकेजाइठ् ।

घोरीघोरा टलुवा
कैलाली जिल्ला ताल टलैयासे भरल जिल्ला हो । यहाँ प्राकृतिक ताल बहुट बा । यी घोरीघोरा टलुवा फेन एक प्रमुख टलुवा हो । सन् २००३ अगष्ट १३ तारिखसे विश्व सिमसार सुचीमे सुचीकृत यी टलुवा २ हजार ५ सय ६३ हेक्टरमे फैलल् बा । हाँठक् पन्जा आकारके बनावट रहल यी टलुवक् १९ ठो उपटलुवा बा । रातो टाउके कटुवा, पाटे बाघ, जंगली कुकुर, मगर गोह, हरी हाँस ओ जंगली धान लगायत टमान प्रजातिके चिरैचुंरुगी, मच्छी, बोटबिरुवा ओ प्राणी पैना हुइलक ओरसे यिहिहे जैविक विविधतासे महत्वपुर्ण मानजाइठ् । घोडाघोडी नगरपलिका–१ मै रहल यी टलुवा पूर्व–पश्चिम राजमार्गसे जोरल बा । धनगढीसे ६० किलोमिटर पुरुव परठ् यी टलुवा ।

घोरीघोरा मन्दिर
घोरीघोरा मन्दिर पूर्व–पश्चिम राजमार्गके उत्तरी फाँटुवामे घोडाघोडी नगरपालिका १ सुख्खड बजार लगो बा । हयग्रीज डैत्यके संहार करक लाग विष्णु भगवान हयानन् अवतार लेहल पौराणिक कहाइसे जोरल पाजाइठ यी टलुवा । एकर बारेम थारु समुदायमे छुट्टे लोकोक्ति पाजाइठ् । यी टलुवामे सात गाउँ सम्याइँल फेन कहानी अभिन फेन गाउँघरमे बुढापाका लोग बटैठैं । यी ठाउँहे धार्मिक, जैविक, पर्यटकीय ठाउँके रुपमे परिचित बा । यहाँ पाञ्चायन देवीदेवताके मन्दिर ओ घोरीघोराके मुर्ति ओ मन्दिर बा । यी धार्मिक धाममे संक्रान्ति, औँसी, पुर्णिमा, अस्टिमकीमे लहान ओ दर्शन हुइठ् । महाशिवरात्री, अस्टिमकी, लवाँगी पुजामे मेला फेन लागठ् । धनगढीसे ६० किलोमिटर पुरुव परठ् ।

कुइलहुवा टलुवा
कुइलहुवा टलुवा फेन एक प्राकृतिक सुन्दरतासे भरिभराउ टलुवा हो । साविक गदरिया गाविस ८ हाल कैलारी गाउँपालिकामे पर्ना यी टलुवा ९० हेक्टरम फैलल् बा । पूर्व पश्चिम महेन्द्र राजमार्गमे पर्ना राजीपुर बजारसे ७ किलोमिटर डख्खिन परठ् । यहाँ चुक्की खाइक् लाग उपयुक्त ठाउँ मानजाइठ् । यहाँ दैनिक सयौँ आन्तरिक पर्यटक लोग घुमघाम करे अइठैं ।

जोगनियाँ टलुवा
गदरिया, उर्मा ओ चौमालाके बीच भागमे रहल जोगनियाँ टलुवा फेन प्राकृतिक सुन्दरतासे भरल टलुवा हो । पूर्व–पश्चिम महेन्द्र राजमार्गमे पर्ना चौमाला बजारसे ७ किलोमिटर डख्खिन परठ् । प्रचारप्रसार नैपाके यी टलुवा पर्यटकके लजरसे ओल्टारमे बा । उचित संरक्षण फेन नैपाके यी टलुवा ढुमिल हुइटी जाइटा ।

जाखोर ताल
धनगढी उपमहानगरपालिका–७ मे रहल जाखोर टलुवा फेन प्राकृतिक सुन्दरतासे सजिसजाउ टलुवा हो । १५ विघामे फैलल यी टलुवा रमणीय हुइलक ओरसे चुक्की खउइयनके लाग आकर्षणके केन्द्र बिन्दु बनसेकले बा । यहाँ शिवरात्रीमे बरवार मेला लागठ् । यी टलुवा धनगढी बजार क्याम्पस रोड चोकसे (गुर्हि चोक) १.५ किलोमिटर पुरुब परठ् । यहाँ टमान मेरके फुला, बोटबिरुवा, चिरैं चुरुंगी, जनावर फेन मिलठंै । यी बेली बनुवाके किनार परठ् ।

बेहडा बाबा मन्दिर
धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर १६ रामपुरमे रहल यी मन्दिर शक्तिपीठ बेहडाबाबा मन्दिर धार्मिक आस्थाके केन्द्र हो । यहाँ गंगादशरामे ५ दिनमे बरबार मेला लागठ् । उ मेलामे नेपाल ओ भारतके टमान प्रदेशसे हजारौं भक्त लोग दर्शन करे अइठैं । आहेमारे सुदुरपश्चिममे धार्मिक पर्यटनके विकास संगे आर्थिक लाभ लेहे सेक्ना सम्भावनाके प्रतिविम्वित करठ् । यी मन्दिर रामपुर गाउँक् बीच वनुवम् परठ् । धनगढी बजारसे १२ किलोमिटर पुरुव परठ् यी मन्दिर ।

बर्दगोरिया बाबा मन्दिर
धार्मिक स्थल मध्य बर्दगोरिया बाबा मन्दिर फेन एक पर्यटकीय गन्तव्य हो । साविक दोहोधारा गाविस २ हाल बदेगोरिया गाउँपालिकामे परठ् । प्राचीन शिवशक्ति धामके रुपमे रहल यी स्थान वर्तमान मन्दिर वि.स. २०३९ सालमे गुरुवा श्रीयग चौधरी बनाइल हुइँट् । डंगौरा थारुके इष्टदेवके रुपके रहल यी धार्मिक स्थलमे सामाजिक काम हुइबेर पुजापाठ कैना चलन बा । हरेक साल पुस २७ गतेसे माघ १ गते सम बरवार मेला लागठ् । यी मेलामे सुदुरपश्चिमके टमान जिल्लासे लगायत भारतके श्रद्धालु लोग दर्शन करे अइठैं । महेन्द्र राजमार्गमे पर्ना बौनिया बजारसे २.५ किलोमिटर उत्तर परठ् बर्दगोरिया मन्दिर ।

शिवपुरी धाम
धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर २ शिवपुरी धाममे बनल १०८ फिटके शिवलिंगहे नेपालके सबसे ढेंग मानजाइठ् । अझकल शिवपुरी धाममे दैनिक सयौं धर्मावलम्वी लोग दर्शन करे अइठैं । यी धनगढी बजारके बसपार्कसे १.५ किलोमिटर उत्तर ओर परठ् । यी फेन पर्यटकीय स्थलमे रुपमे परिचित हुइटी गैल बा ।

पुरैना टलुवा
कट्कुँइयाँसे भरल पुरैना टलुवा फेन एक्ठो प्राकृतिक टलुवा हो । पुरैनाहे नेपाली भासामे कमल कहिके चिन्ह्जाइठ । ओहे मारे इ टलुवाहे कमल पोखरी फेन कठैं । पुरैना फुलासे भरल हुइलक् ओर्से स्थानीय लोग एकर नाउँ पुरैना ढरलैं । मने पाछे जाके गैर थारु लोग सहि उच्चारण करे नैजानके कमल पोखरी ढारडेलैं । एकर असलि नाउँ पुरैना जो हुइस् । सुरुमे इ टलुवा ६० बिघामे फैलल् रहे । बर्सल पानीसे बनुवँक् माटी पुह्के टलुवा बहुटसे भँठसेकल बा । ओहेकमारे अझकल इ टलुवा अझकल ३५ बिघामे सिमित हुइल बा । एकर लाग फेनसे पुराने संरचना जस्ते बनैनामे स्थानीय निकायसे गेह हुइटी बा ।

कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ३ उत्तर भररि कैलालीमे अवस्थित बा इ टलुवा । कैलारी गाउँपालिका कार्यालय रहल बजार हसुलियासे ५ किलोमीटर पस्छिउ उत्तर परठ इ टलुवा । अझकल पुरैनक् फुलासे रंगिबिरंगी ओ हरियर बिल्गाइठ । सेल्खी, कट्गेंररा लगायट टमान मेरके जरिबुटी फेन मिलठ् यहाँ । टलबक्टी, मैना, सुग्गा, गैनी, बाज, खेखौरा, साँप, गोजर, बिच्छी लगायट कैंयौ मेर्के चिरैंचुरंगन ओ जिवजन्तु फेन मिल्ठैं । टलुवाके ठेक्का लेके लोकल बक्ती, राज बक्ती ओ चाइनिज बक्टी फेन पालन हुइल बा इ टलुवम् । यहाँ कमन, ग्रास, सिल्भर मछ्छी पालन फेन कर्ठैं ।
सागर कुश्मी

कैलाली जिल्लक् पर्यटकीय क्षेत्रके संक्षिप्त परिचय

सागर कुश्मी