गीत
डुल्हा सँपरैना माँगर
हाँसीहाँसी डुल्हा बर बनावयै,
सुगना झाँकीझाँकी जावै रे ।
डेहु डुलहु भैया हमहुँक बर
हमहुँ चलबुँ बराटे ।। १ ।।
हाँसीहाँसी डुल्हा गंगा लहावै,
सुगना झाँकी झाँकी जावै रे ।
डेहु डुलहु भैया हमहुँक गंगा
हमहुँ चलबुँ बराटे ।। २ ।।
हाँसी–हाँसी डुल्हा जमवाँ नापहिर रे,
सुगना झाँकीझाँकी जावै रे ।
डेहु डुलहु भैया हमहुँक जमवाँ
हमहुँ चलबुँ बराटे ।। ३ ।।
हाँसी हाँसी डुल्हा फेंटा नपारंै रे,
सुगना झाँकी झाँकी जावै रे ।
डेहु डुलहु भैया हमहुँक फेंटा
हमहुँ चलबुँ बराटे ।। ४ ।।
हाँसी हाँसी डुल्हा जुटवा नापहिरे रे,
सुगना झाँकी झाँकी जावै रे ।
डेहु डुलहु भैया हमहुँक जुटवा
हमहुँ चलबुँ बराटे ।। ५ ।।
हाँसी हाँसी डुल्हा कजला लगावैं,
सुगना झाँकी झाँकी जावै रे ।
डेहु डुलहु भैया हमहुँक कजला
हमहुँ चलबुँ बराटे ।। ६ ।।
शिव प्रसाद चौधरी
संकलन : शिवहरि चौधरी
पिपरी डेउखर दांग