संस्कृति संरक्षणमे सदैव सहयोगः गापा अध्यक्ष

सागर कुस्मी
३१ भाद्र २०८०, आईतवार
संस्कृति संरक्षणमे सदैव सहयोगः गापा अध्यक्ष

हसुलिया, ३० भदौ । कैलारी गाउँपालिकाके अध्यक्ष राजसमझ चौधरी थारु समुदायके संस्कृति संरक्षणमे सदैव सहयोग रना प्रतिवद्धता जनैले बटै ।

शनिच्चरके रोज हसुलियामे हुइल थारु कल्याणकारिणी सभा क्षेत्र नम्बर ३ के दुसरा क्षेत्रीय अधिवेशनके उदघाटन शत्रमे बोल्टी उहाँ पालिकाके हरेक क्षेत्रके विकाससंगे थारु संस्कृति संरक्षणमे सदैव सहयोग रहना बटावाइल रहिट ।


उहाँ कहलै, हरेक समुदायके रिति, संस्कृति, भाषा संरक्षण कैना राज्यके दायित्व हो । कैलारी गाउँपालिका थारु बाहुल स्थानीय पालिका हुइल ओरसे यी स्थानीय सरकारसे रिति, संस्कृति, भाषा संरक्षण कैनामे तत्पर रही ।

कैलारी गाउँपालिकासे निशुल्क रगतके व्यवस्था, भल्मन्सा प्रथाहे कानूनी मान्यता डेहल उहाँ बटैलै । कैलारी गाउँपालिका थारु भाषाके विस्तारे कामकाजी बनैनाफे अध्यक्ष बटैलै । थारु भाषाहे एकफाले कार्यान्वयन कैना कर्रा बा, विस्तारे पद्धति बैठैटी जैनाफे कार्यक्रमके वडका पहुना समेट रहल गाउँपालिका अध्यक्ष बटैलै ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य प्रभातकुमार चौधरी थारु समुदाय २०७२ मे जारी हुइल संविधानमे ठग्वा पाइल बटैलै । उहाँ कहलै, पाछे परल वर्गहे सामानुपतिक सहभागिता कैना कहद बा मने उ कोटामेमे भारी भारी पहुँच रहल व्यक्तिके गोसिनीय, नातापातके परल बटै । आदिवासी जनजाति, दलित विछडा वर्गके उ कोटासे बञ्चित हुइल बटै ।’ थारु समुदाय संस्कृति संग्गे मेरमेराइल पहिरन, गरगानासेफे धनी बटै । थारु समुदायके लेंहङगा अन्तर्राष्ट्रिय स्तरमे सुचिकृत हुइल उहाँ बटैलै ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य रामचरण चौधरी संविधानमे रहल अधिकार थारु समुदायके उपभोग करे नइपाइल बटैलै । उहाँ कहलै, सुदूरपश्चिम प्रदेशके प्रदेशसभा सदस्यमे थारु समुदायसे चार जाने सामनुपतिक सहभागिता हुइना कहिके आयोग कहल मने दुई जनहनहे सहभागिता कराइल बटैलै । निजामति ऐनमे थारुहुकनके मधेशी कोटामे धारके पहिचान मेटैना प्रयास हुइल उहाँ बटैलै ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य इन्दु थारु कैलारी गाउँपालिका थारु भाषाहे सूचना प्रकाशित करटी अभिनसम इतिहास रचल बटैली । उहाँ कहली, संघीयता आइलपाछे बर्दिया, दाङ, कैलालीके कैलारीमे थारु भाषाहे काम काजी बनैना निर्णय करल मने अब्बेक नेतृत्व पहिल चो थारु भाषामे सार्वजनिक सूचनासंग्गे अँटवारीके दुई दिन विदा करटी इतिहास कायम करले बा । थारु समुदायके परम्परागत घर अपनही संंग्राहलय हो । अब्बे परम्परागत घर लोप गैटी ओरसे गाउँपालिकाहे माटीसे बनलमे प्रवद्र्धन कैना पालिकाके कौनो एक ठो गाउँहे नमुना गाउँ बनैना उहाँ आग्रह करली । थारु समुदायके पहिचान संस्कृतिसंग केल नाही खानपान ओ शिक्षा, स्वास्थ्य ओ जीवनशैलीसे जोरल केन्द्रीय सदस्य थारु बटैली ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सल्लाहकार भानुराम थारु अधिकार हाथेक खोज्लेसे नइभेटैना बल्की अनुभव कैना चिज रहल बटैलै । उहाँ कहलै, थारु समुदाय पहिले कौन अवस्थामे रहे, विगतसे अभिनसम बहुट आन्दोलन हुइल बा । सरकारसे टमान बुँदामे सहमति करके कतिपय कार्यान्वयन करल, कतिपय बाँकी बा । मने हम्रे कटरा अधिकार पैली कटरा बाँकी बा कना महशुस कैना हो ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके पूर्व केन्द्रीय पार्सद पुरन प्रसाद चौधरी संघीयता कार्यान्वयनके क्रमकमे थारु समुदायसे कोरल संरचना नइपाइल बटैलै । उहाँ कहलै, हम्रे अधिकारके बहुट लराई करल मने संस्कृतिक अधिकार ठोरठार भेटाई लागल बटी । पहिले पर्वके लाग विदा नइमिले अब्बे विदा डेजाइटा हमार लर्का पर्व मनाई पैना, ओकर महत्व बुझे पाइल बटैलै ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके पूर्व केन्द्रीय पार्सद तथा अजिवन सदस्य होरीलाल चौधरी आदिवासी जनजाती थारु समुदाय अभिन अधिकारसे बञ्चित हुइल बटैलै । हम्रे निर्णय ठाउँमे अभिन नइपुगल कारण उच्च तहके नेतृत्वकर्ता जैसिन निर्णय कैना उ मने पर्ना बाध्य आइल उहाँ बटैलै ।

नेपाल आदिबासी जनजाती महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश समन्वय समितिके उपाध्यक्ष रामकुमारी चौधरी थारु समुदाय मनोरञ्जनमे केल चासो डेहल बटैली । उहाँ कहली, थारु समुदाय राजनितिमे कम चासो डेहल कारण पाछे परल बटी । हम्रहिनहे पाछे पारल नइहो की हम्रे अपनही पारे परल बटी । थारु समुदायहे अभिन दुसरा दर्जाके व्यक्तिके रुपमे हेर्ना व्यवहार हुईलफे उहाँ बटैली ।
नेपाली काँग्रेस क्षेत्र नम्बर ३ ‘क’ के सभापति रामप्रसाद चौधरी पहिचान जोगाइल लाग संस्कृति ओ भाषा जर्गेना कैना ओ ओकर नेतृत्व थारु कल्याणकारिणी सभासे लेना आग्रह करलै ।

राप्रपाके कैलारी गाउँपालिका अध्यक्ष नेपालु चौधरी हकअधिकारके लाग थारु समुदाय अभिन संगठित हुइ पर्ना बटैलै । उहाँ कहलै, हम्रे अपन टरटिहुवार मनाई छोरले बटी । जिहीसे हमार संस्कृति हेरैना अवस्थामे बा । मुलुक राजनितिके कारणके धारापमे परटी गैल ओरसे आब आर्थिक क्रान्ति कैना जरुरी बा ।

कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ६ के वडा अध्यक्ष प्रेम बहादुर चौधरी रिति संस्कृति सम्पदाके संरक्षण कैनामे जोर डेलै । राजनितिमे थारु समुदायके पहँुच कम रहल कारण पाछे परटी गैल उहाँ बटैलै । उहाँ कहलै, हमार मौलिक गीतबाँस हेरैटी जाइटा, मने औरेक संस्कृतिहे बढावा डेना काम हुइटा ।

कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ३ के वडा अध्यक्ष सन्तराम चौधरी थारु समुदाय अपन पहिरन नइलगाइल कारण लोप हुइल बटैलै । थाकसके अजिवन सदस्य गौरीशंकर महतो थारु समुदाय अपन पहिरन गरगहना लगैना लाज मानल बटैलै । कार्यक्रममे थारु विद्यार्थी समाज कैलालीके जिल्ला अध्यक्ष आशिष चौधरी, थाकस क्षेत्र नम्बर ३ क्षेत्रीय सचिव बुधराम चौधरीलगायत मन्तव्य व्यक्त करल रहिट । थाकस क्षेत्र नम्बर ३ क्षेत्रीय सभापति कृष्ण प्रसाद चौधरीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके संचालन मञ्जु चौधरी करल रहिट ।

थाकस क्षेत्र नम्बर ३ क्षेत्रीय सभापतिफे कृष्ण प्रसाद चौधरी

थारु कल्याणकारिणी सभा क्षेत्र नम्बर ३ के दुसरा क्षेत्रीय अधिवेशनसे फेरसे कृष्ण प्रसाद चौधरीके सभापतित्वमे लौवा कार्यसमिति सर्वसहमतसे चयन हुइल बा ।

कार्यसमितिके उपसभापतिमे दिपक चौधरी, अशोक चौधरी, कोषाध्यक्ष कल्पना चौधरी, सचिवमे रमेश चौधरी, सहसचिवमे मोहनकुमार चौधरी रहल बटै । ओस्टेक सदस्यमे झेलुराम चौधरी, ज्ञानी चौधरी, फुलकुमारी चौधरी, बुद्धिराम दहित, केदारनाथ चौधरी, तुल्सी प्रसाद चौधरी, पतिराम चौधरी, पुष्पादेवी चौधरी ओ खेमराज चौधरी रहल बटै ।

संस्कृति संरक्षणमे सदैव सहयोगः गापा अध्यक्ष

सागर कुस्मी