जा होए रकतके लडिया बहैम समाजके लाग ।
अपन कपार काटकेफें चर्हैम समाजके लाग ।
पुरान औजारसे नैडराइल देशके उ गुन्डा,
आधुनिक हतियार फेन बनैम समाजके लाग ।
हटके नाही डटके लरम वीरताके संगे संगे,
हँसिया, ठोकिया, कोड्रा उठैम समाजके लाग ।
तस्करी ओ भ्रष्टाचारीन जर उखारके फेकैना,
थारु सान ओ पहिचान बचैम समाजके लाग ।
कला संस्कृति ओ पहिचानके लाग फेन यहाँ,
संस्कारके मन्ड्रा मजिरा बजैम समाजके लाग ।
संगम कुस्मी
कैलारी –८ कैलाली