जा होए रकतके लडिया बहैम समाजके लाग

संगम कुस्मी
१५ आश्विन २०७८, शुक्रबार
जा होए रकतके लडिया बहैम समाजके लाग


जा होए रकतके लडिया बहैम समाजके लाग ।
अपन कपार काटकेफें चर्हैम समाजके लाग ।

पुरान औजारसे नैडराइल देशके उ गुन्डा,
आधुनिक हतियार फेन बनैम समाजके लाग ।

हटके नाही डटके लरम वीरताके संगे संगे,
हँसिया, ठोकिया, कोड्रा उठैम समाजके लाग ।

तस्करी ओ भ्रष्टाचारीन जर उखारके फेकैना,
थारु सान ओ पहिचान बचैम समाजके लाग ।

कला संस्कृति ओ पहिचानके लाग फेन यहाँ,
संस्कारके मन्ड्रा मजिरा बजैम समाजके लाग ।

संगम कुस्मी

कैलारी –८ कैलाली

जा होए रकतके लडिया बहैम समाजके लाग

संगम कुस्मी

कैलारी –८ कैलाली