किसानन्के दुःख पिडा बुझ्डेउ सरकार

रेनुका चौधरी
२ कार्तिक २०७८, मंगलवार
किसानन्के दुःख पिडा बुझ्डेउ सरकार

कविता


सेकबो ट राहत के व्यवस्था कैडेउ सरकार ।
किसानन्के दुःख पिडा बुझ्डेउ सरकार ।।

निँन्हा, पुल्ला पुहल धान के हेर्टि आँश गिरल ।
जत्रा सेक्ली अन्लि टान के हेर्टि आँश गिरल ।।

हाँठमुह जोर्नाफें टँु मुस्किल करैलो भगवान ।
कमैलि अत्रा दुख खान के हेर्टि आँश गिरल ।।

रेनुका चौधरी
कैलारी ७ कैलाली

किसानन्के दुःख पिडा बुझ्डेउ सरकार

रेनुका चौधरी

कैलारी ७ कैलाली