खासकरके सक्कु आम मनैन्के मनमे एक बात सटाइठ्, कबु मजा काम नैबनल या काममे सफलता नैमिलट् टे भगवानहे डोष डेठी पर भगवान सक्कु जहन दुःख डेहठ् । दुःख अइनाफें मजा बात हो । भगवानहे दिलसे टनमनसे जा मांगो भगवान् इसारासे डेहठ्, भगवान डेर करठंै अन्धेर नै सक्कु सच्चा मन हुइपरठ् । जस्टे की एकठो छोटमोट लर्का घुमनेंग कर्ना सुरु करठैं उ समयमे लर्का खेलैना खेलैना सुरु करठैं ओ लर्का बहुट खुसी हुइठैं । पर अपसोचके बात रहे समयमे लर्काके डाइ खेलैना डेखाके लर्काहे बलैठैं, बच्चा गिरट उठट खेलैना ठिन पुग्ना कोशिस करठंै पर डाइ खेलैना फेन टान्लेठैं उ डेखके लर्काहे बहुट दुःख लग्ठिन टब उ लर्का मनमे सोचठ् कि टै मोर डाइ होके हो, कि कौनो डाइन असिक ठोरी ना दुःख डीइ । पर डाइके उद्देश्य कुछ अलग रठिन् । उ सम्झत मोर लर्का दुःख ओ सुखमे बराबर चले सेके, अपनेहे नेंगघुम करेसेके, अब्बे दुःख होके फेर पाछे सुख आइ । अस्टेके भगवानफें अपन भक्तन दुःख डेठैं । भगवान सोच्ठै की मनै जब हमेसा खुसी किल रहहि टो संसारके अनुभुति नैलेपैही टबमारे भगवान् सबके दुःख के घरी चालु करठ् । भगवान् हमन आघे बह्र्राइक लाग कुछ ना कुछ समस्या जरुर डेठैं । उ समस्यासे मुक्ति पाइक लाग हमेसा प्रथाना पुजापाठ करेपरठ् । भगवान प्रति सद्घा विश्वास हुइपरल, जिन्दगीमे सुख महसुश करेपरठ् चाहे जिन्दगीके सुख दुःख के घरी जौन सड्ड चलटी रहठ् ।
सेवा राम राना
पुनर्वास