संघर्ष

 -कालु राम चौधरी
१७ मंसिर २०७८, शुक्रबार
संघर्ष

सक्कु यूवा हम्रे संघर्षक् लराइ ,

अपन अस्तित्व  ओ पहिचान बचाइ ।

हेरैटी जाइटा चालचलन रीतिरिवाज,

आई गोचाली अपन लगाम लगाइ।

मेहनती थारु हम्रे आदिवासी हुइटी,

मर्वक्  भुट्भृटाइल देव दुर्गा जगाइ।

संस्कृतिसे भरल पुरल बटी थारु हम्रे,

लेहंगा mरिया गहनासे समाज सजाइ।

पुर्खनके सिरजाइल इहे सम्पत्ति हो,

सजना मैना धमार मांगर गीत गाइ।

   -कालु राम चौधरी

मसुरिया ४ लिक्मा,कैलाली

संघर्ष

 -कालु राम चौधरी