हुकाहार दुल्हनिया

रविना चौधरी
५ पुष २०७८, सोमबार
हुकाहार दुल्हनिया

धनगदी म एकठो अलग रमणीय अनि उत्कृष्ट अभियसन एयर क्राष्ट मुजियम रह जुन हम्र सड़डक लाग गुमा सेक्ल बाटी । सब जहन बहुत दुःख फे लागल बा । धनगदी नेपालके सुदुर पश्चिम प्रदेश (प्रेदेश नं. ७) म परठ यी ठाँउ हमर देशके राजधानी काठमाण्डौसे बहुतदुर व पाछ परल ओरसे धनगदीके विकासके लाग क्याप्टेन बेद उप्रेती धनगदीम कुछ अलग विकासके लाग एयर क्राप्त मुजियम सुरु कर्ल रल्ह । लेकिन धेर समय टीक निसेकल । एयर क्राष्ट मुजियमके क्याप्टेन बेद उप्रेती जव यहाँ से जाईलग्ल तव कल ‘होइन गोइ∙ गेत्स टच , टच गेत्स गोइ∙’

उप्रेती कल ‘ आठ बर्ष आघ धनगढी म एकठो उत्कृष्ट अभियसन् मुजियम बनइना सपना रह जुन साकार फे हुइल, लेकिन धेर वर्ष टिक निसेकल । और शब्दम कहबेर धनगदीके एयरक्राप्त मुजियम सददक लाग बन्द हुइल । उहा कल ‘ जहाजके पाटृपुर्जा खोलबेर मोर आखिमसे आँस गीर्ती रहल, मन पोल्टिरहल ओहर हमा सहकर्मी राजु महत भैया एकनास जहाज खोल्टी गील । सात दिन म जहाजके पार्टपुर्जा सब नम्मा ट्रकम लोद हुई लागल । मै मोर पे्रमरुपी एयरक्रष्ट मुजियम सद्दके लाग गुमईती गीनु । प्रत्येक मिनेट फोटो खिच्टी रनु । मै आपन मायालुह सद्दक लाग आपन मुटुम कैद कर चाहु । यीहीसे आग दुई चो पत्रकार से भेट कर्ल रहु लेकिन किउ फे धनगढीके एयरक्राप्तह बाचई निसेकल । चिन्ता,दूःख, आँस केल जीबन नि हो । जीवन संघर्ष फे हो कना बाट महिन पटा रह । मुटु भित्तर पत्थर धर्क मुस्कुरैती रनु व नयाँ यात्राके लाग मानसिक ओरसे बलगर बन्नु । मोर दुल्हनिया जस्त मुजियम टुक्रा टुक्रा होक ट्रक म बेहोम रहिन । एयरका्रप्त मुजियम धनगढी सद्दक लाग सहिद हुइतही जे त काठमाण्डौके अभियसन,मुजियम, महेन्द्नगरके महेन्द्रनगर मुजियम ओ नेपालगंजके मुजियम जन्मासेकल रही । ‘

यी बहुत दुखद खबर हो कैलाली बासी के लाग । उहा कल ‘अब नयाँ यात्रा सुरु हुइल । महिन,जस्त धनगढी बासीह फे दुःख लागल हुइहिन । प्रयास कर्ती कर्ती धनगढीके रायरक्राप्ट मुजियम बचाई निसेक्नु छमाप्रथी बाटुँ । मै चिसापानी सम्मा संग अइनु । रातीक, बास एयरक्राप्ट मुजियम के चिसापानी हुइल । पौष १ गते एयर क्राष्ट मुजियम नेपालगंजके वि. पि. चोकसे दहिन ओहर भित्तर गैगील रहिन, उ धनगढी से नेपालगंजके बनसेकल रहिन ।’ उप्रेती नेपालगंजसे लखनऊ हुइती दिल्ली के लाग जहाजसे उर्गिल । ओहार नेपालगंजम राजु जी एकनाससे नेपालगंज अभियसन, म्युजीयम बनाईती गिल । उप्रेटी कल ‘ लखनउसे पैसेंजर बन्क उर्ती रहलम धनगदीम फेर एक चो मजा खालके अभियसन सेन्टर बनैना सोच आइल बा । खास कैक स्थानिय सरकार से सहकार्य कैक भविष्य म फे भेत्ना प्रण कर्ती एयरक्राप्ट मुजियम धनगदीसे विदा लेह चाहटु ।’

जिन्दगी न हो , कब्बु खाल त कब्बु उच , कब्बु घाम त कब्बु पानी चल्ती रहत , आशा करि क्याप्टेन उप्रेती जी के सपना हली पुरा होएया कैक । धन्यबाद् !!!

-रविना चौधरी

हुकाहार दुल्हनिया

रविना चौधरी