बातचित घरः सिकलसेल बारेमे कचेहरी ओ ओ रकटडान

सागर कुस्मी
३१ बैशाख २०८०, आईतवार
बातचित घरः सिकलसेल बारेमे कचेहरी ओ ओ रकटडान

बातचित घरः सिकलसेल बारेमे कचेहरी ओ ओ रकटडान

सागर कुस्मी

धनगढी । हरेक समुदायके अपन अपन भासा, कला ओ संस्कार रहठ । ओस्टके थारु समुदायके फें भासा, कला ओ संस्कार बा । इहे सक्कु चिजके बारेमे कचेहरी कैना एकठो साझा मंच हो, बातचित घर । यहाँ बात रहठ, कला रहठ, सम्मान ओ पुरस्कार रहठ ।

समाज रुपपान्तरणके लाग कैलालीसे सुरुवाट हुइल बातचित घरके टिसरा गेंरा २०८० बैसाख ३० गते धनगर्हीके थारु छात्रबासमे सिकलसेल रोगके बारेमे जनचेतना मुलक कचेहरी ओ रगतदान कार्यक्रम निप्टल बा ।

समाज बड्लाउके लाग बातचित घर एकठो साझा अभियान हो । बातचित घरमे राजनीतिक, सामाजिक, साँस्कृतिक, आर्थिक गतिविधि ओ साहित्यिक रचना सिर्जना कैके मैगर सैगर बखानके बख्खारी हो । एम्ने अस्टे अस्टे बातके बखान कैजाइठ ।

बातचित घरके बरघर ठाकुरप्रसाद करियाप्रधानके बगाल हरेक महिनक् डुसरा अँठवार ओ ओरौनी अँठवारके दिन मेरमेराइक बात बट्वाजाइठ । अप्की टिसरा गेंरामे साहित्यकार सानु चौधरी, डा. सुमन चौधरीसे कार्यक्रमके ओंरी उघरली । बातचितके विषय रहे सिकलसेलके रोगके बारेमे कचेहरी ।

बुद्धिजीवी, यूवा, विद्यार्थीनके सहभागितामे सिकलसेलके बारेमे डा. सुमन चौधरी जानकारी डेटी अपन जीवनमे सक्कुजाने सिकलसेल जाँच कराइ पर्ना सल्लाह डेलैं । उहाँ कलैं, सिकलसेल रोगसे थारु समुदायमे बहुट प्रभाव परल बा ।

सिकलसेल रोग पटा नैलागटसम बिरमह्याँ जट्रा डवाइ करि कुछ बिचार नैमिलि, ओहेमारे रोग पटा लगााके किल बिरुवा कराइ पर्ना सुझाउ डेलैं । इ रोग लागल बिरमह्याँहे सरकार एक लाख रुप्या बराबरके निशुल्क डवाइ कैना व्यवस्था रहल डा. चौधरीके कहाइ बा । इ रोगहे जरसे खटम पारक लाग बोनम्यारो बडललेसे किल सम्भव हुइना उहाँ बटैलंै ।

इहे मौका छोपके हमार फाउण्डेशनके आयोजनामे बातचित घर ओ थारु विद्यार्थी समाज इकाई समितिके सहकार्यमे हुइल रक्तदान कार्यक्रममे ४० जाने रकटडान डेलैं । अपन जीवनमे मानव सेवाके भावनासे १०१ चो रटकडान कैसेकल पत्रकार दिपक उपाध्यायहे सम्मान कैगैल । सम्मानित हुइल पत्रकार, समाजसेवी उपाध्याय, मनैंनके जीवनमे सक्कु जाने रटक डेना सल्लाह फेन डेलैं ।

२०७९ साल चैत २४ गते बातचित घरके सुरुवाट हुइल हो । यहाँ लग्ढार मेरमेराइक कार्यक्रम हुइटि आइल बा । अइना दिनमे फरक फरक विषयमे कचेहरी कर्टि जैना बातचित घरके बरघरिया ठाकुरप्रसाद करियाप्रधान जनैलैं ।

बातचित घरः सिकलसेल बारेमे कचेहरी ओ ओ रकटडान

सागर कुस्मी