१४ बैशाख २०८१, शुक्रबार
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गजल
गजल
संगम चौधरी
गजलः मनके आँखी उघार डेहो
४ जेष्ठ २०८०, बिहीबार
गजल
संगम कुस्मी
गललः प्रयास सफल हुए टोहाँर
१ जेष्ठ २०८०, सोमबार
गजल
एच एम परिश्रमी
गजलः अक्केसँग नेँगाइ हुइठ टे
१ जेष्ठ २०८०, सोमबार
गजल
ठाकुर अकेला
गजलः गरीब घरक छावा हेरो उ बुट गइल
२८ बैशाख २०८०, बिहीबार
गजल
महेश कुचिला
गजलः गोन्द्री बिछाक का पैलो
२८ बैशाख २०८०, बिहीबार
गजल
सागर कुस्मी
गजलः सखिया झुम्रक टार मजा लागठ
१७ बैशाख २०८०, आईतवार
गजल
श्याम शराबी
गजल: जिन्गी सोंचल जस्ट नैरहठ्
१५ बैशाख २०८०, शुक्रबार
गजल
निसा नमुवाँ
जट्रा डुख्लेसेफें हृदय हाँसक निछोर्लो
१२ बैशाख २०८०, मंगलवार
गजल
सागर कुस्मी
महंगी बर्हटी बा लर्कन पर्हैना कर्रा बा
११ बैशाख २०८०, सोमबार
गजल
सलिन चौधरी
रातदिन दुःख कैके अपन भविष्य बनाइटुँ मै
१० बैशाख २०८०, आईतवार
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